क्या ब्रिटेन में दुबारा होगा जनमत संग्रह ?
दरअसल, ब्रिटेन संसद अपनी वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक लाख से ज्यादा हस्ताक्षर वाली किसी भी याचिका पर चर्चा कराने पर विचार करती है। 23 जून को हुए ऐतिहासिक जनमत संग्रह से पहले पोस्ट किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि ईयू की सदस्यता के पक्ष या विपक्ष में 75 फीसदी मतदान की स्थिति में 60 फीसदी से कम वोट मिलते है तो एक अन्य जनतम संग्रह कराना चाहिए।
गुरुवार को आए जनमत संग्रह के परिणामों में कुल 72 फीसदी मतदान के तहत 52 प्रतिशत लोगों ने ब्रेग्जिट के पक्ष में मतदान किया लेकिन लंदन, स्कॉटलैंड और नार्दर्न आयरलैंड में बहुमत ईयू में बने रहने के पक्ष में आया। ऐसे में चर्चाएं ज़ोरों पर हैं कि अगर जनमत संग्रह से जुड़े इस फॉर्म्यूले पर विचार किया जाता है तो क्या फिर से जनमत संग्रह कराया जाएगा।