राज्य

फीरोजाबाद में भूमि विवाद की पंचायत में स्कूल प्रबंधक की हत्या

सुहागनगरी में आज एक स्कूल प्रबंधक की हत्या कर दी गई। पंचायत में स्कूल की भूमि को लेकर विवाद के निपटारे को चल रही बहस में कहासुनी होने पर स्कूल प्रबंधक के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। …

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह अचानक हरियाणा के निजी अस्पताल में हुए भर्ती

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद मुलायम सिंह यादव अपनी स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार को गुरुग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे। अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक उनकी नियमित जांच चलती है, इसी कड़ी में वह शनिवार को अस्पताल आए हैं। यह भी जानकारी मिली है कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव तकरीबन हर महीने रुटीन चेकअप के लिए मेदांता अस्पताल आते हैं। शनिवार को भी वह अस्पताल पहुंचे थे। इस संबंध में कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं थी। सपा कार्यकर्ताओं को जैसे ही सपा संरक्षक के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली, वह मेदांता अस्पताल में पहुंचने लगे। जानकारी के मुताबिक उनके साथ कोई परिवार का सदस्य नहीं था।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद मुलायम सिंह यादव अपनी स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार को गुरुग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल पहुंचे। अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक उनकी नियमित जांच चलती है, इसी कड़ी में वह शनिवार को अस्पताल आए …

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अरविंद केजरीवाल का नया आरोप- मुझे किसी भी तरह से फंसाना चाहती है एसीबी और CBI

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कयासों के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल अनिल बैजल और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोला है। एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड की फाइलों की जांच का बहाना बनाकर कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली की जनता दोनों को परेशान किया जा रहा है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड (DJB) के पदेन अध्यक्ष हैं। ट्वीट के माध्यम से आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया- 'केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) और एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने अचानक ही दिल्ली जल बोर्ड की फाइलें जांच के लिए ले लीं। ...क्योंकि मैं अब मिनिस्टर इन चार्ज हूं। मकसद है कि मुझे किसी तरह फ्रेम किया जाए।' वहीं, दूसरे ट्वीट में उन्होंने सवालिया लहजे में पीएम, एलजी और भारतीय जनता पार्टी से पूछा है- 'अगर आपको कोई जानकारी चाहिए तो कृपया जांच करें। ...लेकिन दिल्ली सरकार के महकमों को लकवाग्रस्‍त बनाकर दिल्ली के लोगों को आरोपी न बनाएं।' AAP के लिए दिल्ली में भी खतरे की घंटी, केजरीवाल पंजाब में उम्मीदवार की जमानत भी न बचा सके यह भी पढ़ें सबसे आखिरी ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने कहा है- 'मैंने सारी फाइलें पब्लिक डोमेन में डाली हैं। पीएम और एलजी बताएं कि उन्हें ये फाइलें क्यों चाहिए।...वरना दिल्ली की जनता से माफी मांगें।' पानी पर भी बेपर्दा हो गए केजरीवाल, सवा तीन साल में सवा तीन लीटर भी नहीं बढ़ी जलापूर्ति यह भी पढ़ें जानें पूरा मामला, क्यों टैंकर घोटाले से जुड़ा केजरीवाल का नाम यहां पर बता दें कि दिल्ली की राजनीति में जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा ने पद से हटाये जाने के साथ ही गंभीर आरोप लगाकर घमासान मचा दिया था। कपिल का कहना है कि वाटर टैंकर घोटाले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम है और इसी को लेकर विवाद भी शुरू हुआ था। हालांकि वाटर टैंकर घोटाला शीला दीक्षित सरकार के समय का ही है। वाटर टैंक घोटाले में आरोप है कि 2012 में दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराये पर लिए। उस समय दिल्ली की सीएम शीला दीक्षित ही दिल्ली जलबोर्ड की अध्यक्ष भी थी। आरोप है कि इसमें 400 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। इस घोटाले को उजागर करने के लिए 2015 में कपिल मिश्रा की अध्यक्ष्ता में एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए कहा था कि इसमें 400 करोड़ का घोटाला हुआ है और टैंकर को किराए पर लेने में जमकर भाई भतीजावाद हुआ है। इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की गई थी। शिकायत करने वाला कोई और नहीं बल्कि कपिल मिश्रा ही थे। कपिल के अलावा भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने भी इसकी शिकायत एबीसी को की थी। एबीसी ने 2016 में एफआईआर दर्ज कर कपिल मिश्रा से पूछताछ की। पूछताछ पूर्व सीएम शीला दीक्षित से भी हुई थी। इस मामले में एक मोड़ तब आया जब भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि टैंकर घोटाले की फाइल सीएम अरविंद केजरीवाल ने दबा ली है। विजेंद्र गुप्ता की शिकायत के बाद केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पूछताछ भी की गई। ऐसा माना जाता है कि कपिल मिश्रा ने टैंकर घोटाले से जुड़ी रिपोर्ट जो केजरीवाल को सौंपी थी उसके खुलासे से शीला दीक्षित के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के कुछ लोगों के लिए भी समस्या हो सकती थी। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया था कि खुद केजरीवाल ने टैंकर घोटाले की रिपोर्ट दबा दी थी, ताकि इसमें लिप्त आम आदमी पार्टी के लोगों को बचाया जा सके। माना जा रहा है कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल से मिलकर बता दिया था कि टैंकर घोटाले को सार्वजनिक करने में हो रही देरी को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसी घटना के बाद कपिल का मंत्री पद छीन लिया गया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कयासों के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराज्यपाल अनिल बैजल और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोला है। एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड की …

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ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने के लिए इस अहम योजना पर हो रहा है काम, जल्द दिखेंगे नतीजे

ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने के लिए इनके ठहराव में कमी करने की तैयारी है। इसके लिए अधिकारी ट्रेनों के ठहराव की समीक्षा कर रहे हैं ताकि रेलवे की नई समय सारिणी में बदलाव हो सके। साथ ही रेल इंजन, कोच और मानव संसाधन के युक्तिसंगत प्रयोग की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इन सुधारों के माध्यम से ट्रेनों को सही समय पर चलाने की कोशिश होगी। स्थिति सुधारने की चेतावनी ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों की नाराजगी बढ़ रही है। कई ट्रेनें दस से बारह घंटे की देरी से चल रही हैं, जिससे रेल प्रशासन से शिकायत करने के साथ ही वे सोशल मीडिया पर भी नाराजगी जता रहे हैं। रेल मंत्री ने भी अधिकारियों को तीन महीने के अंदर स्थिति सुधारने की चेतावनी दी है। ट्रेनें लेट हो रही हैं उत्तर रेलवे में ट्रेनों की समयबद्धता पिछले वर्ष आठ जून तक 63 फीसद थी जो इस वर्ष कम होकर 53 फीसद रह गई है। इसका बड़ा कारण रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए होने वाला काम है। जगह-जगह रेल पटरियों पर काम चल रहा है जिससे आए दिन ट्रैफिक ब्लॉक किया जाता है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चौबे का कहना है कि वर्ष 2016-17 की तुलना में वर्ष 2017-18 में 40 फीसद ज्यादा ट्रैफिक ब्लॉक किए गए हैं। काम पूरा करने के लिए मेगा ब्लॉक भी बढ़े हैं। पिछले वर्ष 141 मेगा ब्लॉक किए गए थे, वहीं इस वर्ष पहले दो महीने में 25 किए जा चुके हैं। इससे ट्रेनें लेट हो रही हैं। इन ट्रेनों के स्टेशन में हुआ बदलाव, पटरियों से बोझ होगा कम, समय पर चलेंगी गाड़ियां यह भी पढ़ें अनुपयोगी ठहराव खत्म किए जाएंगे अधिकारियों का कहना है कि राजनीतिक दबाव की वजह से कई ट्रेनों के ठहराव भी बढ़ गए हैं, इससे भी ट्रेनें लेट होती हैं। इसलिए इनकी समीक्षा की जा रही है और अनुपयोगी ठहराव खत्म किए जाएंगे। इसी तरह से रनिंग स्टाफ बदलने के लिए, ईंधन, पानी व अन्य कारणों से भी ट्रेनों को कई स्टेशनों पर रोका जाता है जिसे खत्म करना जरूरी है। इस तरह के सभी कार्य एक ही स्टेशन पर होने चाहिए। रेल परिचालन बाधित किए बगैर ट्रैक मरम्मत व अन्य कार्य किया जा सके, इसके लिए ट्रेनों के टाइम में बदलाव किया जाएगा। कई रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ाई जा रही है। ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने के लिए दिल्ली में कई ट्रेनों के टर्मिनल में बदलाव किए गए हैं। थम नहीं रहा है ट्रेनों के रद होने का सिलसिला, यात्रियों की बढ़ी परेशानी यह भी पढ़ें अधिकारी ट्रेन के इंजन में सवार होकर सफर करेंगे शनिवार से विशेष समयबद्धता अभियान भी शुरू किया गया है। स्टेशन व मंडल स्तर पर अधिकारियों की बैठक होगी ताकि रेल परिचालन में आने वाली परेशानी दूर हो सके। वरिष्ठ अधिकारी ट्रेन के इंजन में सवार होकर सफर करेंगे जिससे उन्हें व्यावहारिक कठिनाइयों का पता चल सके।

ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने के लिए इनके ठहराव में कमी करने की तैयारी है। इसके लिए अधिकारी ट्रेनों के ठहराव की समीक्षा कर रहे हैं ताकि रेलवे की नई समय सारिणी में बदलाव हो सके। साथ ही रेल इंजन, …

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शूटआउट @ छतरपुर पार्ट-1: वारदात के बाद गिरोह के नाम की छोड़ जाते थे पर्ची, अंडरवर्ल्ड के नाम से करते थे वसूली

हरियाणा के गुरुग्राम, बहादुरगढ़, जींद, रोहतक व झज्जर में पिछले कई सालों से ताबड़तोड़ वारदात करने वाला कुख्यात राजेश भारती गिरोह हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। गिरोह हरियाणा पुलिस को खुलेआम चुनौती देते हुए वारदात कर रहा था। राजेश भारती के गिरोह को क्रांति गिरोह के नाम से भी जाना जाता है। कुछ साल पहले ही राजेश ने अपने गिरोह का नाम क्रांति रखा था। इसके पीछे उसका मकसद हरियाणा के लोगों में दहशत फैलाकर डॉन जैसा वर्चस्व कायम करना था। वारदात के बाद बदमाश पीड़ितों को बता देते थे कि वे क्रांति गिरोह के सदस्य हैं। कई बार वारदात के बाद बदमाश क्रांति गिरोह के नाम से मौके पर पर्ची भी छोड़ जाते थे। पिछले साल नवादा में राजेश गिरोह ने एक शराब माफिया से दो बार 10-10 लाख रुपये की लूट की थी। संजीत विद्रोही, राजेश गिरोह का दाहिना हाथ व मेन शूटर था। पांच साल पहले गुरुग्राम पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया था तो उसने पुलिसकर्मियों को चुनौती देते हुए कहा था कि दोबारा कोई उसे जिंदा नहीं पकड़ पाएगा। लग्जरी कार लूटने के अलावा गिरोह का मुख्य धंधा उगाही का था। रंगदारी नहीं देने पर गिरोह के बदमाश हत्या करने के बाद मृतक के पास पर्ची में यह लिखकर छोड़ जाते थे कि अगला नंबर उसके परिवार के किस सदस्य का है। पैसे नहीं देने पर वह उसकी भी हत्या कर देंगे। शूटआउट @ छतरपुर पार्ट-2: पिता की हत्या में जेल गया था राजेश भारती, कभी बच्चों को देता था ट्यूशन यह भी पढ़ें पुलिस की माने तो लोगों में राजेश भारती गिरोह का इतना खौफ था कि गुरुग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, फरीदाबाद, झज्जर, जींद में जिस व्यवसायी के पास उगाही के लिए वह फोन करता था, वह व्यवसायी उसे पैसे देने के लिए तैयार हो जाता था। सेल की माने तो पिछले सात महीने से गुरुग्राम की एसटीएफ व क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह पर शिंकजा कसना शुरू कर दिया था। दिल्ली के नजफगढ़ व द्वारका में भी इस गिरोह ने कई वारदात को अंजाम दिया था। दिल्ली के सीने पर आज भी ताजा हैं इन 6 एनकाउंटर के निशान, इन्हें भूले तो नहीं आप यह भी पढ़ें दुबई बैठा अंडर वर्ल्ड डॉन मुझसे बात करने को तरसता है हरियाणा में जो शख्स कुख्यात राजेश भारती गिरोह द्वारा रंगदारी मांगने पर पैसे देने से आनाकानी करता था, राजेश उसे फोन कर धमकाते हुए कहता था कि दिल्ली, हरियाणा में उससे बड़ा बदमाश कोई नहीं है। दुबई में बैठा अंडर वर्ल्ड डॉन छोटा शकील भी उससे बात करने के लिए तरसता है। दिल्ली में बड़े बुकी से भी वह रंगदारी वसूलता था। एसटीएफ को अब टॉप-16 की तलाश राजेश भारती एवं संजीत बिंद्रो के मारे जाने के बाद स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हरियाणा के निशाने पर अब 16 गैंगस्टर रह गए हैं। टॉप-20 में शामिल गैंगस्टरों में से सबसे पहले बलराज भाटी नोएडा इलाके में मारा गया। इसके बाद तीन दिन पहले कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा हैदराबाद से पकड़ा गया। भारती एवं बदरो 30 से अधिक हत्या व लूट सहित कई प्रकार के आपराधिक मामले में शामिल थे। नेहरा के खिलाफ भी 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। कुछ महीने पहले महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की तर्ज पर हरियाणा में भी एसटीएफ का गठन किया गया। दो महीने पहले प्रदेश में सक्रिय टॉप-20 गैंगस्टरों की सूची तैयार की गई है। दिल्ली पुलिस के एनकाउंटर में गैंगस्टर राजेश भारती एवं संजीत के मारे जाने के बाद एसटीएफ की सूची में अब 17 जिंदा बचे हैं। बाकी बचे गैंगस्टरों को पकड़ने के लिए पांच टीमें गठित हैं। इलाके के हिसाब से सूची तैयार है। हरियाणा के एसटीएफ प्रमुख सौरभ सिंह ने कहा कि गैंगस्टर आज नहीं तो कल एसटीएफ के हत्थे चढ़ेंगे ही। सभी के पीछे टीम लगी हुई है। मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का प्रोफाइल राजेश भारती: क्रांति गिरोह का सरगना था। इस पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। हत्या, फिरौती व कार लूट के कई मामले दर्ज हैं इस पर। संजीत बिंद्रो: इस पर भी दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। यह हरियाणा पुलिस की हिरासत से फरार भी हो चुका है। वर्ष 2017 में द्वारका में गोलीबारी के बाद इसने वहां क्रांति गिरोह का पर्चा फेंका था। उमेश डॉन: मूल रूप से गुरुग्राम का रहने वाला था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। विरेश राणा: दिल्ली के घेवरा का रहने वाला था। इसपर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। कपिल: मुठभेड़ में घायल बदमाश कपिल जींद का रहने वाला है। इस पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। घायल पुलिसकर्मी गिरधर (हेड कांस्टेबल)- इनके गले में गोली लगी है। इन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनकी हालत गंभीर बनी हुई है। गुरदीप (कांस्टेबल)- इन्हें दो गोली लगी है। स्थिति सामान्य है। कृष्ण कुमार (एसआइ)- इनके कंधे में दो गोली लगी है। खतरे से बाहर हैं। राज सिंह (एसआइ)- इनके बाएं हाथ में गोली लगी है। स्थिति सामान्य है। विजेंद्र (एसआइ)- इनके दाहिने हाथ में गोली लगी है। स्थिति सामान्य है। हरिचंद (एएसआइ)- इनके पैर में गोली लगी है। स्थिति खतरे से बाहर है। अन्य घायल पुलिसकर्मी जगत सिंह (एएसआइ) और कुलदीप (हेड कांस्टेबल)

हरियाणा के गुरुग्राम, बहादुरगढ़, जींद, रोहतक व झज्जर में पिछले कई सालों से ताबड़तोड़ वारदात करने वाला कुख्यात राजेश भारती गिरोह हरियाणा पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। गिरोह हरियाणा पुलिस को खुलेआम चुनौती देते हुए वारदात कर रहा …

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कुंभ मेले के टेंट सिटी में मिलेंगी फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं

कुंभ मेले में संगम की रेती पर श्रद्धालुओं को फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा देने के लिए पर्यटन विभाग संगम टेंट कालोनी बसाएगा। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इसमें लग्जरी सुविधा का लुत्फ उठा सकेंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। लग्जरी सुविधा युक्त यह कालोनी परेड ग्राउंड में बसाई जाएगी। 1019 में प्रयाग में लग रहे कुंभ मेला में देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु प्रयाग आएंगे। उन्हें मेला क्षेत्र में उत्कृष्ट सुविधा मुहैया कराने को पर्यटन विभाग अभी से तैयारी कर रहा है। इसके तहत दो करोड़ की लागत से 30 सुपर लग्जरी महाराजा स्विस कॉटेज लगाए जाएंगे, जबकि 20 लग्जरी कॉटेज होंगे। पर्यटकों को मस्कट के कपड़े के टेंट में बेडरूम, ड्राइंगरूम, डबलबेड में डनलप के गद्दे, संगमरमर की फर्श वाला बाथरूम, वेटिंग हाल, वुडन फर्नीचर, गेस्ट रूम, हर जगह फ्लावर पॉट्स मुहैया होंगे। बरसात को ध्यान में रखते हुए टेंट को पूरी तरह से वाटरप्रूफ रखा जाएगा। करा सकेंगे ऑनलाइन बुकिंग प्राकृतिक प्रकोप से बेफिक्र प्रशासन, आंधी-पानी से अव्यवस्थित हो जाएगा कुंभ मेला यह भी पढ़ें संगम टेंट कालोनी 20 दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएगी। इसमें ठहरने के लिए उसकी ऑनलाइन बुकिंग कराई जा सकती है। जुलाई माह से यूपी टूरिज्म, यूपी टूर्स की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग होगी। इसके अलावा सिविल लाइंस स्थित राही इलावर्त एवं यमुना बैंक रोड स्थित त्रिवेणी दर्शन होटल के काउंटर व कोलकाता स्थित एडवांस रिजर्वेशन सेंटर से भी बुकिंग कराई जा सकती है। कुंभ मेले में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं यह भी पढ़ें महाराजा स्विस कॉटेज सुपर लग्जरी महाराजा स्विस कॉटेज में 24 घंटे रुकने के लिए 18 हजार रुपये (जीएसटी अलग) रुपये खर्च करने होंगे, जबकि लग्जरी कॉटेज के लिए नौ हजार रुपये (जीएसटी अलग) होगा। यहां सिर्फ शाकाहारी व्यंजन मिलेगा। इसमें लोगों को नाश्ता, दोपहर व रात का भोजन मुफ्त में उनकी पसंद के अनुरूप मिलेगा। खान-पान शाकाहारी ही मिलेगा। अगस्त में होटल होंगे हाईटेक होटल इलावर्त व होटल त्रिवेणी दर्शन को पर्यटन विभाग अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कर रहा है। दोनों होटलों में लिफ्ट भी लगाई जा रही है। यह काम अक्टूबर माह तक पूरा करना है। वरिष्ठ प्रबंधक संगम टेंट कालोनी व होटल पर्यटन विभाग डीपी सिंह ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप कुंभ में देश-विदेश के श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र एवं होटलों में बेहतर सुविधा मुहैया कराई जाएगी। संगम टेंट कालोनी में अत्याधुनिक सुविधा मिलेगी। वहीं पर्यटन विभाग के होटल भी हाईटेक किए जा रहे हैं।

कुंभ मेले में संगम की रेती पर श्रद्धालुओं को फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा देने के लिए पर्यटन विभाग संगम टेंट कालोनी बसाएगा। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इसमें लग्जरी सुविधा का लुत्फ उठा सकेंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें कीमत …

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मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे आरोप की सीबीआइ जांच हो : अखिलेश

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे आरोपों की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से बड़ा कोई कार्यालय नहीं होता है। वहां के अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसलिए इस मामले की सीबीआइ जांच जरूरी है ताकि सच जनता के सामने आ सके। जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में बोर्ड के टॉपर बच्चों को लैपटॉप वितरित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि अजीब बात है कि शिकायतकर्ता के ऊपर तो कार्रवाई हो गई लेकिन अधिकारी पर कार्रवाई नहीं। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। भाजपा के विधायक भी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। कभी नहीं सुनीं भ्रष्टाचार की ऐसी कहानियां पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार की जिस तरह की कहानियां इस सरकार में सुनने को मिल रही हैं, वैसी पहले कभी सुनने को नहीं मिली। सरकार के लोग गांवों में जाते हैं तो उन्हें वहां भी भ्रष्टाचार के आरोप सुनने पड़ रहे हैं। वह चाहे शौचालय बनाने का मामला हो, मकान बनाने का मामला हो या अन्य योजनाएं हों। सरकार ने भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए पोर्टल खोला था। पोर्टल पर कितनी शिकायत आई है, यह उसे बताना चाहिए। कानपुर के अस्पताल में एसी खराब होने से मरीजों के मरने के मामले पर अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को ध्वस्त कर दिया है। सरकार ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज से कोई सबक नहीं सीखा है। बेटे-बेटी संग पर्यावरण बचाने का संदेश देने साइकिल पर निकले अखिलेश यह भी पढ़ें भाजपा को वादा याद दिलाने के लिए बांट रहे लैपटॉप इससे पहले अखिलेश यादव ने बोर्ड के टापर्स को लैपटॉप बांटे। उन्होंने कहा कि हम इसलिए लैपटॉप बांट रहे हैं, जिससे कि भाजपा सरकार को अपना वादा याद आए। बीजेपी सरकार ने अपने घोषणापत्र में लैपटॉप के साथ मुफ्त में डेटा देने का वादा किया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया। सरकारी बंगले से हटने लगा अखिलेश का सामान, मायावती ने डाक से भेजी चाबी यह भी पढ़ें भ्रष्टाचार की संरक्षक बनी सरकार : कांग्रेस मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई नहीं करके मामले को रफादफा करने की कोशिशों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस के विधान परिषद में दल नेता दीपक सिंह ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल राम नाईक द्वारा लिखे पत्र में समुचित कार्रवाई करने के बजाए उसे दबाने की कोशिश की जा रही है। यह बेहद दु:खद है। ऐसा लगता है कि सरकार नौकरशाहों के सामने नतमस्तक है।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे आरोपों की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से बड़ा कोई कार्यालय नहीं होता है। वहां के अधिकारी पर भ्रष्टाचार के …

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बंगला खाली करने के मुद्दे पर अखिलेश की चेतावनी, अधिकारी जान लें सरकारें आती जाती रहती है

बंगला खाली करने के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधिकारियों पर भी निशाना साधा और चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अधिकारी जान लें सरकारें आती जाती रहती है।हमने बहुत से अधिकारियों को कप प्लेट उठाते देखा है। हम सरकार से चाहेंगे कि वह बताए कि बंगले में क्या-क्या टूटा है। अखिलेश यादव पर सरकारी बंगला उजाड़ देने का आरोप है। उन्होंने कहा कि बदनाम करना तो कोई भाजपा से सीखे। राज्य संपत्ति विभाग बंगले की चाभी लेने के बाद हैरत में है। उसके मुताबिक उस आलीशान बंगले की दुर्गति हो गई है। बंगले को भव्य स्वरूप देने में सरकार का करोड़ों रुपया खर्च हो गया था। इसकी सजावट में करोड़ों रुपया खर्च किया गया था। इसमें सुख सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था, लेकिन इसे खाली करते वक्त बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है। सरकार टूटे-फूटे सामान की लिस्ट दे, हम सामान वापस कर देंगे : अखिलेश अखिलेश यादव ने बतौर पूर्व मुख्यमंत्री आवंटित बंगला में तोडफ़ोड़ की खबर पर कहा कि यह तो सरकार को लगातार देखना चाहिए था। मथुरा के वृंदावन में बांकेबिहारी का दर्शन करने के बाद अखिलेश ने कहा कि सरकार हमें टूटे-फूटे तथा गायब सामान की एक लिस्ट दे दे, हम उनका सारा सामान वापस कर देंगे। सरकारी बंगला के खाली करने के दौरान वहां पर बड़े पैमाने पर की गई तोड़-फोन तथा सामान गायब होने पर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को हमारा पूरा बंगला मीडिया को दिखाना चाहिए था। पत्नी डिंपल और मां साधना के साथ मथुरा पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव यह भी पढ़ें हमारे बेडरूम, बच्चों का कमरा सहित अन्य जगह दिखाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सरकार हमें बताये कि उनका कौन सामान टूटा है, गायब हो गया है। उन्होंने कहा कि किसी को बदनाम करने का तरीका सीखना है तो सिर्फ भारतीय जनता पार्टी से सीख ले। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता काफी होशियारी कर रहे हैं लेकिन भगवान और जनता देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हमें उन सभी सामान की सूची दे दे, जो कि टूटा है या फिर गायब है। हम एक-एक सामान वापस कर देंगे। उन्होंने कहा हमारे तो आंवला और कई अन्य महंगे पेड़ उस घर में छूट गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हमें लिस्ट दे कि कौन सा सामान नहीं है, हम उन्हें वो सामान देंगे लेकिन हमारा जो सामान छूटा है, सरकार हमें वो भी तो दे। इसी दौरान अखिलेश ने आएसएस के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के जाने पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। अखिलेश, यूपी-बिहार के बाद दिल्ली-हरियाणा तक बढ़ाएंगे राजनीतिक ताकत यह भी पढ़ें मथुरा में पिरवार के साथ अखिलेश समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव परिवार तथा मां साधना गुप्ता के साथ बांके बिहारी की नगरी मथुरा पहुंचे। अखिलेश यादव ने मथुरा में बांके बिहारी के दर्शन किये और उनका आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही मीडिया से बात करते हुए कहा यहां सभी को अपने परिवार के साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां पर लोग अहमदाबाद, पंजाब, मध्य प्रदेश से आ रहे हैं। यहां उन्होंने पत्नी डिंपल, बच्चों तथा मां साधना गुप्ता के साथ बांके बिहारी का दर्शन पूजन किया। उनके साथ मां साधना गुप्ता भी रहीं। मंदिर में वह करीब आधा घंटा तक रहे। उनका मंदिर आने का पूर्व घोषित कार्यक्रम नहीं आया था। मंदिर से लौटकर उन्होंने मीडिया कर्मियों से बात की । अखिलेश ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी पर लगे आरोपों पर कहा कि यह सरकार (योगी सरकार) अजब है। भ्रष्टाचार का मामला एक ही दिन में खत्म कर देती है। जनता सब देख रही है। प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर 25 लाख रुपये की रिश्वत के आरोपों की जांच चीफ सेक्रेटरी नहीं कर सकते मामला एक ही दिन में खत्म हो गया। मीडिया के मथुरा के चुनाव लडऩे के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं तो यहां से कोई भी चुनाव नहीं लडूंगा लेकिन यह तो लोहिया जी का कर्मक्षेत्र है, इसे मैं नहीं छोड़ सकता हूँ। उन्होंने कहा कि बांके बिहारी का आशीर्वाद मिल जाए तो किसी भी चुनाव में जीत मिल सकती है।

बंगला खाली करने के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधिकारियों पर भी निशाना साधा और चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अधिकारी जान लें सरकारें आती जाती रहती है।हमने बहुत से अधिकारियों को कप प्लेट उठाते देखा है। हम सरकार …

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आजमगढ़ में रेड मिर्ची साफ्टवेयर से किया आइआरसीटीसी की वेबसाइट हैक

आतंकियों की पनाहगाह के रूप में कुख्यात कैफी आजमी के आजमगढ़ में रेलवे टिकट दलालों ने आइआरसीटीसी की वेबसाइट हैक कर ली। इन लोगों ने रेड मिर्ची साफ्टवेयर की मदद से इस काम को अंजाम दिया। आरपीएफ की टीम ने रेलवे स्टेशन के पास खोरासन रोड रेलवे स्थित इंडिया टूर ऐंड ट्रैवल्स एजेंसी पर छापा मारकर कन्फर्म ई-टिकटों के साथ एक दलाल को दबोचने के बाद जेल भेज दिया। वहीं एक अन्य आरोपी फरार हो गया। पकड़े गए दलाल के पास से बरामद टिकटों की कीमत लगभग तीन लाख 41 हजार 130 रुपये है। दलाल रेड मिर्ची नामक साफ्टवेयर की मदद से आइआरसीटीसी यानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की वेबसाइट हैक कर महत्वपूर्ण ट्रेनों के तत्काल टिकट बनाने का काम करता था। पिछले कई दिन से आरपीएफ को सूचना मिल रही थी कि आजमगढ़ के फूलपुर खोरासन रोड रेलवे स्टेशन स्थित इंडिया टूर ऐंड ट्रैवल्स एजेंसी से बड़े पैमाने पर ई-टिकट का फर्जीवाड़ा चल रहा है। इस फर्जीवाड़े के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने इंडिया टूर ऐंड ट्रैवल्स एजेंसी पर छापेमारी कर फूलपुर थाना क्षेत्र के टेउंगा गांव निवासी एजेंसी संचालक मोहम्मद फैज को धर दबोचा। जबकि एजेंसी मालिक जुलकर नैन मौके से फरार हो गया। इस दौरान आरपीएफ ने सेंटर से लगभग तीन लाख 41 हजार 130 रुपये की 123 ई-टिकट, 35 हजार 900 रुपये नकदी, पांच लैपटॉप, एक ङ्क्षप्रटर, छह नेट डिवाइस, चार मोबाइल, पांच अलग बैंकों के एटीएम एवं दो पासबुक, सात चेक बुक, छह ई-टिकट बुकिंग रजिस्टर, पांच हजार 935 रुपये की एक ई-टिकट व दो गोदान एक्सप्रेस की पीआरएस टिकट बरामद किए।

आतंकियों की पनाहगाह के रूप में कुख्यात कैफी आजमी के आजमगढ़ में रेलवे टिकट दलालों ने आइआरसीटीसी  की वेबसाइट हैक कर ली। इन लोगों ने रेड मिर्ची साफ्टवेयर की मदद से इस काम को अंजाम दिया। आरपीएफ की टीम ने …

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भाजपा के चर्चित विधायक संगीत सोम पर 43 लाख रुपया हड़पने का आरोप, विधायक ने नकारा

मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान चर्चा में आए भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम अक्सर ही सुर्खियों में रहते हैं। मेरठ के सरधना से विधायक सोम पर काम दिलाने के नाम पर 43 लाख रुपया लेने का आरोप है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप के तीन दिन बाद ही भाजपा विधायक पर काम दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप सरकार को फिर कठघरे में ला रहा है। विधायक संगीत सोम पर उनकी पार्टी के ही एक नेता ने काम दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। इसके बाद मेरठ के एसएसपी राजेश कुमार पाण्डेय ने जांच का आदेश दिया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता और मेरठ की सरधना सीट से विधायक संगीत सोम पर घूस लेने का आरोप लगा है। मेरठ के एक ठेकेदार ने सोम पर सरकारी ठेका दिलाने के बदले 43 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है। संजय प्रधान नाम के ठेकेदार का आरोप है कि रिश्वत की रकम देने के बावजूद न तो उसे ठेका मिला और न ही रकम वापस मिली। यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने पीडि़त ठेकेदार की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। भाजपा विधायक संगीत सोम पर 50 लाख हड़पने का आरोप, जमीन ले ली और पैसा नहीं दिया यह भी पढ़ें मेरठ के घाट गांव के प्रधान संजय कल रात में एसएसपी आवास पहुंचे। यहां उन्होंने एक लिखित शिकायत दी और भाजपा के सरधना सीट के विधायक संगीत सोम पर गंभीर आरोप लगाए। संजय प्रधान ने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी और अन्य विभाग में ठेकेदारी का काम करते हैं। मेरठ के दादरी में सरकारी कॉलेज बनाने का ठेका दिलाने के एवज में विधायक संगीत सोम ने उनसे 43 लाख रुपये की मांग की थी। गौरव नहीं, हमारी संस्कृति पर कलंक है ताज महल: संगीत सोम यह भी पढ़ें संजय प्रधान के मुताबिक, यह रकम तीन किश्तों में दी गई। प्रधान का आरोप है कि संगीत सोम ने उन्हें खुद फोन करके पैसे मांगे थे, लेकिन पैसे देने के बावजूद उन्हें ठेका नहीं मिला। जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी, तो विधायक के गुर्गों ने उन्हें टकराना शुरू कर दिया। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं। इस मामले की जांच एसपी देहात राजेश कुमार करेंगे। विधायक संगीत सोम का विवादों से पुराना नाता रहा है। संगीत सोम इससे पहले भी रुपयों के लेनदेन के विवाद में कई बार फंस चुके हैं। इससे पहले उनके ईंट भट्टा कारोबार के पार्टनर ने 18 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया था। हकीकत तो जांच के बाद ही सामने आएगी, लेकिन घाट गांव के प्रधान संजय कुमार ने सरधना विधायक संगीत सोम पर गंभीर आरोप लगाकर सनसनी पैदा कर दी है। आरोप यह कि विधायक ने निर्माण कार्य का ठेका दिलाने का आश्वासन देकर 43 लाख रुपये ले लिए। इसके साल भर बाद भी न ठेका मिला, न ही पैसे वापस किए। एसएसपी ने इसकी जांच एसपी देहात को सौंप दी है। संजय कुमार भाजपा जिला कार्यकारिणी के सदस्य हैं और ठेकेदारी भी करते हैं। उनका कहना है कि पुलिस उनकी रकम वापस दिलाए, वरना वह सर्वसमाज की पंचायत बुलाएंगे। कोई सुबूत नहीं दिया प्रधान ने एसएसपी से लिखित शिकायत की है। इस शिकायत में उन्होंने संगीत सोम को पैसे देने का का कोई सुबूत नहीं दिया है। किश्तों में धन देने का दावा प्रधान का 15 जुलाई 2017 को विधायक प्रतिनिधि शेखर सोम को 15 लाख रुपये देने का दावा है। इसके बाद 26 जुलाई 2017 को विधायक संगीत सोम ने फोन करके होटल ग्रांड फाइव के मालिक को 25 लाख रुपये देने को कहा था। प्रधान ने फोन आने के बाद रोबिन को 25 लाख रुपये देने का दावा किया है। 20 अगस्त 2017 को तीन लाख रुपये विधायक के भाई सागर सोम को देने का दावा। मैं संजय कुमार को नहीं जानता इस आरोप पर विधायक संगीत सोम ने कहा कि मैं घाट गांव के प्रधान संजय कुमार को जानता तक नहीं हूं। मुझ पर उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, बिल्कुल बेबुनियाद हैं। मैंने किसी का पैसा नहीं हड़पा है। ऐसी क्या जल्दी थी कि रात में पहुंच गए शिकायत करने बकौल संजय प्रधान, यह मामला करीब सालभर पहले का है। इसकी शिकायत करने के लिए शनिवार को रात आठ बजे के बाद एसएसपी आवास पहुंचे थे। सवाल अब यह कि वह रात में क्यों गए। ऐसी भी क्या जल्दी थी।

मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान चर्चा में आए भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम अक्सर ही सुर्खियों में रहते हैं। मेरठ के सरधना से विधायक सोम पर काम दिलाने के नाम पर 43 लाख रुपया लेने का आरोप है। मुख्यमंत्री …

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