कारोबार

आईपीएल सट्टेबाजी के बाद इस घोटाले में फंसे शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा!

अरबाज ने कबूली सट्टेबाजी की बात इससे पहले आईपीएल में कथित तौर पर सट्टेबाजी के मामले में बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता अरबाज खान ने पुलिस के सामने आईपीएल में सट्टेबाजी के गुनाह को कबूल किया था. अरबाज ने यह भी माना था कि सट्टेबाजी के कारण उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है. अरबाज ने बुकी सोनू जालान के साथ रिश्तों की बात भी कबूल की है. पूछताछ में अरबाज ने बताया कि उन्होंने पिछले साल आईपीएल के मैचों में सट्टा लगाया था और 2.75 करोड़ रुपए हारे थे. आपको बता दें कि पिछले दिनों बिटकॉइन घोटाले से जुड़े मुख्य आरोपी अमित भारद्वाज को पुणे से गिरफ्तार किया गया था. ईडी को बिटकॉइन के जरिए 2000 करोड़ रुपये का घोटाले होने का शक है. क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन की शुरुआत जनवरी 2009 में हुई थी. यह किसी एक देश की करेंसी नहीं है. डिजिटल करेंसी होने के कारण इसे किसी बैंक में नहीं रखा जाता.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिजनेसमैन राज कुंद्रा को पूछताछ करने के लिए समन किया है. राज कुंद्रा बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति हैं. कुंद्रा से ईडी बिटकॉइन घोटाले के बारे में पूछताछ करेगी. दूसरी तरफ खबर है कि कुंद्रा ईडी के मुंबई स्थित …

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ब्याज दरें बढ़ना तय, बुधवार को नहीं तो अगस्त में ही सहीः विश्लेषक

रिजर्व बैंक जनवरी, 2014 के बाद पहली बार नीतिगत ब्याज दरों में इजाफा करने वाला है। विश्लेषकों का कहना है कि बुधवार को यदि इसकी घोषणा नहीं की गई तो अगस्त में पक्के तौर पर ऐसा होगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्राइमरी डीलरशिप के मुख्य अर्थशास्त्री ए. प्रसन्ना ने कहा, "हालांकि हमने अनुमान लगाया था कि रेपो रेट में पहली वृद्घि अगस्त में की जाएगी, लेकिन अब हमें लगता है कि एमपीसी जून में ही ऐसा करने जा रही है।" आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक सोमवार को शुरू हो गई और इस बार यह दो दिन की जगह तीन दिन तक चलेगी। आशंका के मुताबिक यदि ब्याज दरें बढ़ा दी जाती हैं, तो देश की आर्थिक विकास दर पर इसका नकारात्मक असर हो सकता है। यह मामला इसलिए गंभीर साबित होगा कि नवंबर, 2016 के बाद से लगातार कमजोरी के बाद जनवरी-मार्च तिमाही में अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटती नजर आई और विकास दर 7.7 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। देश की अर्थव्यवस्था पर पहले नोटबंदी और फिर अप्रत्यक्ष करों की नई प्रणाली जीएसटी लागू होने का गहरा असर हुआ, लेकिन धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लगीं। अब यदि ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं तो एक बार फिर विकास दर में गिरावट आ सकती है। हालात ने बिगाड़ा माहौल केंद्रीय बैंक की चिंता दूसरी है। महंगाई एक हद तक काबू में रहने और अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए रेपो रेट लंबे समय से 6 फीसदी के निचले स्तर पर रखा गया है। लेकिन, अब महंगाई एक बार फिर बढ़ने लगी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ने के बाद पेट्रोल और डीजल जैसे आम जरूरत के ईंधन महंगे होने से मुद्रास्फीति का दबाव आगे और बढ़ने की आशंका है। कच्चा तेल महंगा होने के कारण इसका आयात करने वाली कंपनियों की तरफ से डॉलर की मांग बढ़ी है। इसका सीधा असर रुपए की विनियम दर पर हुआ। मसलन, 2018 में भारतीय रुपया एशिया की सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली करेंसी हो गई, जो पिछले साल एशिया की सबसे मजबूत प्रदर्शन करने वाली करेंसी थी। अचानक बदला अनुमान जनवरी-मार्च तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) के आंकड़े आने से पहले रॉयटर्स की तरफ से कराए गए एक सर्वे में हिस्सा लेने वाले 60 में से 40 फीसदी प्रतिभागियों ने अनुमान लगाया था कि बुधवार को नीतिगत ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा की जाएगी, जबकि 44 में से करीब 70 फीसदी का कहना था कि अगस्त में ऐसा होगा। इससे पहले अप्रैल में किए गए सर्वे में मोटे तौर पर अंदाजा लगाया था कि 2019 की दूसरी छमाही से पहले ब्याज दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी। असल में वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के लिए जीडीपी के शानदार आंकड़े आने के बाद करीब-करीब तय माना जा रहा है कि रेपो रेट अनुमान से पहले बढ़ा दिया जाएगा क्योंकि यह फिलहाल नवंबर, 2010 से लेकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। आशंका के 3 बड़े कारण - जनवरी-मार्च तिमाही में विकास दर 7.7 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। - रेपो रेट नवंबर, 2010 से लेकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। - रुपया इन दिनों एशिया की सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली करेंसी है।

रिजर्व बैंक जनवरी, 2014 के बाद पहली बार नीतिगत ब्याज दरों में इजाफा करने वाला है। विश्लेषकों का कहना है कि बुधवार को यदि इसकी घोषणा नहीं की गई तो अगस्त में पक्के तौर पर ऐसा होगा। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्राइमरी …

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गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 86 अंक नीचे

मंगलवार के कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और 80 अंक फिसलकर 34930 के स्तर पर कारोबार करता दिखा वहीं निफ्टी 28 अंकों की कमजोरी के साथ 10600 के स्तर पर नजर आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 0.16 फीसद की बढ़त और स्मॉलकैप में 0.52 फीसद की गिरावट देखने को मिल रही है। वैश्विक बाजार का हाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिले जुले संकेत देखने को मिल रहे हैं। जापान का निक्केई 0.10 फीसद की बढ़त के साथ 22497 के स्तर पर, शांघाई 0.18 फीसद की बढ़त के साथ 3096 के स्तर पर, हैंगसैंग 0.01 फीसद की बढ़त के साथ 31002 के स्तर पर और तायवान का कोस्पी 0.16 फीसद की गिरावट के साथ 2443 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो ऑटो, मेटल और पीएसयू शेयर्स गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। सबसे ज्यादा बिकवाली पीएसयू शेयर्स में देखने को मिल रही है। बैंक (0.02 फीसद), फाइनेंशियल सर्विस (0.01 फीसद), एफएमसीजी (0.08 फीसद), आईटी (0.22 फीसद), फार्मा (0.25 फीसद) और रियल्टी (0.02 फीसद) की बढ़त देखने को मिल रही है।

मंगलवार के कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला और 80 अंक फिसलकर 34930 के स्तर पर कारोबार करता दिखा वहीं निफ्टी 28 अंकों की कमजोरी के साथ …

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Whatsapp Payment पर उठे सवालों के बीच सरकार ने दिए जांच के आदेश

दुनिया की सबसे लोकप्रिय टेक्स्ट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप के आने वाले पेमेट फीचर्स पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच सरकार ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि, अभी कंपनी ने इस फीचर को भारत में लॉन्च नहीं किया है। मगर, माना जा रहा है कि व्हाट्सएप इस हफ्ते अपना पेमेंट फीचर भारत में लॉन्च कर सकती है। नए फीचर का बीटा वर्जन पहले से ही एक्टिव है, लेकिन इस बीच व्हाट्सएप पेमेंट फीचर को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसके बाद आईटी मंत्रालय ने नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। आईटी मंत्रालय ने एनपीसीआई से कहा है कि वह इस बात की जांच करे कि क्या व्हाट्सएप ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों का पाल किया है। साथ ही सरकार ने इस बात को भी सुनिश्चित करने को कहा है कि क्या व्हाट्सएप ने यूजर्स के डाटा सिक्योरिटी को लेकर कोई ठोस कदम उठाए हैं। खबरों की मानें, तो आईटी मंत्रालय ने एनपीसीआई से कई बातों की जानकारी मांगी हैं जैसे... क्या व्हाट्सएप पेमेंट फीचर आरबीआई के नियमों के अनुसार काम कर रहा है। व्हाट्सएप यूजर्स का डाटा कहां स्टोर करेगा। क्या व्हाट्सएप ने अपनी पेमेंट फीचर शुरू करने से पहले फेसबुक के साथ डाटा तो साझा नहीं किया है। यह कहता है आरबीआई 5 अप्रैल 2018 को आरबीआई ने कहा था सभी पेमेंट ऑपटर्स को इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि पेमेंट से जुड़ा हर डाटा भारत में ही स्टोर किया जाए। ऑपरेटर्स को इसके लिए 6 महीने का समय दिया गया था। जारी है बीटा टेस्टिंग व्हाट्सएप पेमेंट फीचर का बीटा टेस्ट जनवरी से शुरू है। बीटा टेस्टिंग 10 लाख यूजर्स के लिए उपलब्ध है। अगले हफ्ते लॉन्च हो सकता है व्हाट्सएप पेमेंट फीचर व्हाट्सएप पेमेंट फीचर अगले हफ्ते भारत में लॉन्च हो सकता है। कंपनी ने ICICI बैंक, HDFC बैंक और एक्सिस बैंक के साथ साझेदारी की है। कंपनी बची हुई कुछ औपचारिक्ताओं को पूरा करने के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ भी साझेदारी करेगी। इनसे होगा मुकाबला व्हाट्सएप पेमेंट फीचर भारत में 200 मिलियन से ज्यादा यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा, जो पेटीएम से 20 फीसदी ज्यादा होगा। व्हाट्सएप की तैयारियों को WeChat से जोड़ कर देखा जा रहा है। WeChat ने चीन में अपने सेवाओं को एक नया आयाम दिया है।

दुनिया की सबसे लोकप्रिय टेक्स्ट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप के आने वाले पेमेट फीचर्स पर सवाल उठने लगे हैं। इस बीच सरकार ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि, अभी कंपनी ने इस फीचर को भारत में लॉन्च नहीं …

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एयरसेल-मैक्सिस मामला : ED के समक्ष आज पेश हो सकते हैं पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम

अदालत ने ईडी को इस मामले में पांच जून तक चिदंबरम के खिलाफ कोई कार्रवाई करने या गिरफ्तार करने से मना किया है. इससे पहले, इ्रडी ने चिदंबरम को 30 मई को पेश होने को कहा था. उसके बाद चिदंबरम ने अदालत में अर्जी दी. एयरसेल-मैक्सिस मामला विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड द्वारा मेसर्स ग्लोबल कम्युनिकेशंस होल्डिंग सर्विसेज लि. को 2006 में एयरसेल में निवेश की मंजूरी देने से संबंधित है.

एयरसेल-मैक्सिस मनी लांड्रिंग मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हो सकते हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता को मामले के जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को लेकर ताजा समन भेजा है. …

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मई में घटा GST कलेक्शन, 94 हजार करोड़ कुल टैक्स हुआ जमा

अप्रैल में एक लाख करोड़ राजस्व का आंकड़ा छूने के बाद जीएसटी कलेक्शन कम हो गया है. मई महीने में  माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से सरकार को 94,016 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को मई के जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े जारी किए हैं. वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मई में जीएसटी कलेक्शन अप्रैल की तुलना में कम है. अप्रैल में जीएसटी के तहत मिले टैक्स ने 1 लाख करोड़ का आंकड़ा पार किया था. इस दौरान यह 1,03,458 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि मई में प्राप्त कुल टैक्स वित्त वर्ष 2017-18 के औसत मासिक संग्रह से ज्यादा है. यह संग्रह 89,885 करोड़ रुपये की तुलना में अधिक है. वित्त सचिव और राजस्व सचिव हसमुख अध‍िया ने ट्वीट कर मई महीने के जीएसटी कलेक्शन की जानकारी दी. उन्होंने कहा, ''यह कलेक्शन ई-वे बिल के लागू होने के बाद बेहतर अनुपालन को दर्शाता है.'' इस दौरान उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अप्रैल से 31 मई तक 62.46 लाख रिटर्न भरे गए. जो कि मार्च से 30 अप्रैल तक भरे गए रिटर्न 60.47 लाख से ज्यादा है. पिछले साल जुलाई  में लागू किए जाने के बाद जीएसटी कलेक्शन में लगातार उतार-चढ़ाव नजर आ रहा था, लेक‍िन अप्रैल में कलेक्शन ने एक नया रिकॉर्ड  बनाया. लॉन्च के बाद से यह पहली बार था, जब किसी महीने में जीएसटी के तहत कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार पहुंचा.

अप्रैल में एक लाख करोड़ राजस्व का आंकड़ा छूने के बाद जीएसटी कलेक्शन कम हो गया है. मई महीने में  माल एवं सेवा कर (जीएसटी) से सरकार को 94,016 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को …

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ATM और चेकबुक से पैसा निकालने वालों को राहत, नहीं लगेगा GST

बैंक एटीएम से पैसा निकालने वालों के लिए राहत की खबर है. अब एटीएम से नकदी निकालने पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा, क्योंकि एटीएम विड्रॉल को जीएसटी के दायरे से बाहर कर दिया गया है. इसके अलावा चेकबुक जैसी …

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RBI के फैसले से पहले बाजार में बढ़त, सेंसेक्स 300 अंक बढ़कर खुला

इस कारोबारी हफ्ते के पहले दिन से भारतीय रिजर्व  बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की तीन दिवसीय बैठक शुरू हो रही है. सोमवार को बैठक शुरू होने से पहले बाजार ने तेज शुरुआत की है. सोमवार को आरबीआई से निवेशकों को सकारात्मक फैसले की उम्मीद नजर आ रही है. वैश्व‍िक बाजार से मिले मजबूत संकेतों के बूते और निवेशकों के सकारात्मक रवैये से बाजार मजबूत हुआ है. इसी की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 300 अंक बढ़कर 35 हजार के पार खुला. वहीं, निफ्टी ने भी 74 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की है. इस बढ़त के साथ यह 10770 के स्तर पर पहुंचा. हालांकि शुरुआती कारोबार में बाजार अपने ऊपरी स्तर से नीचे आ गया है. फिलहाल सेंसेक्स 48.83 अंक बढ़कर 35,276.09 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी भी ऊपरी स्तर से नीचे आ गया है. मौजूदा समय में यह 9.55 अंक बढ़कर 10,705.75 के स्तर पर बना हुआ है. शुरुआती कारोबार में निफ्टी50 पर कुल 34 कंपनियों के शेयर हरे निशान के ऊपर बने हुए हैं. टॉप गेनर में टाटा मोटर्स, डीआर रेड्डी,, इंडसइंड बैंक के शेयर शामिल हैं.

इस कारोबारी हफ्ते के पहले दिन से भारतीय रिजर्व  बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की तीन दिवसीय बैठक शुरू हो रही है. सोमवार को बैठक शुरू होने से पहले बाजार ने तेज शुरुआत की है. सोमवार को आरबीआई से निवेशकों …

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छठे दिन भी पेट्रोल-डीजल के दाम घटे, दिल्ली में 77.96 रु. तक आई कीमत

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर मचे हाहाकार के बीच अब हर दिन मामूली राहत मिल रही है. 30 मई को पेट्रोल-डीजल की कीमत में 1 पैसे की मामूली बढ़त के बाद आज (सोमवार) लगातार छठे दिन भी पेट्रोल-डीजल की कीमत में गिरावट आई है. इससे पहले 16 दिन के अंदर पेट्रोल पर करीब 4 और डीजल पर 3.62 रुपये बढ़े थे. हानगरों में पेट्रोल के रेट में 15 पैसे की कटौती की गई. जिसके बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 77.96 रुपये प्रति लीटर हो गई. जबकि कोलकाता में प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 80.60, मुंबई में 85.77 और चेन्नई में 80.94 हो गई है. डीजल में 14 पैसे की गिरावट आज चार महानगरों में डीजल के दाम 14 पैसे कम किए गए हैं. जिसके बाद राजधानी दिल्ली में प्रति लीटर डीजल की कीमत घटकर 68.97 रुपये हो गई है. जबकि कोलकाता में 71.52, मुंबई में 73.43 और चेन्नई में प्रति लीटर डीजल की कीमत 72.82 रुपये तक आ गई है. इससे पहले रविवार को दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल के रेट में शनिवार के मुकाबले 9 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी. जिसके बाद तीनों महानगरों में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 78.11 रुपये प्रति लीटर, 80.75 रुपये प्रति लीटर और 85.92 रुपये प्रति लीटर थीं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आना शुरू हो गई है. दरअसल सउदी अरब और रूस ने कच्चे तेल की आपूर्ति के नियमों में ढील दे दी है. इसका सीधा फायदा कच्चे तेल के दाम घटने के तौर पर मिला है. कच्चे तेल में आई इस कमी का फायदा धीरे-धीरे पेट्रोल और डीजल की घटी कीमतों के तौर पर भी देखने को मिलेगा. 6 दिन में 48 पैसे सस्ता हुआ पेट्रोल पहले 3 दिन में (30 मई से 1 जून तक) पेट्रोल 15 पैसे और डीजल 12 पैसे सस्ता हुआ. जिसके बाद शनिवार को पेट्रोल 9 पैसे सस्ता और रविवार को भी 9 पैसे की कटौती की गई और आज 15 पैसे कम किए गए. हालांकि, रविवार को डीजल की कीमत स्थिर थी. इस हिसाब से पिछले 6 दिनों में पेट्रोल के दाम में 48 पैसे की गिरावट आई है

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों पर मचे हाहाकार के बीच अब हर दिन मामूली राहत मिल रही है. 30 मई को पेट्रोल-डीजल की कीमत में 1 पैसे की मामूली बढ़त के बाद आज (सोमवार) लगातार छठे दिन भी पेट्रोल-डीजल की कीमत …

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सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना भारत, चीन को पछाड़ा

चीन को पछाड़ कर भारत दुनिया की सबसे तेजी से दौड़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है. जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान जीडीपी 7.7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी है. भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार वित्त वर्ष 2017-18 में 6.7 फीसदी रही है. गुरुवार को सरकार ने जीडीपी का डाटा जारी किया है. इससे पहले फरवरी में सरकार ने 6.6 फीसदी की दर से जीडीपी के बढ़ने का अनुमान लगाया था. उस अनुमान से गुरुवार को जारी अनुमान ज्यादा है. जनवरी से मार्च तिमाही में चीन की रफ्तार 6.8 फीसदी रही थी, जो भारत से काफी कम है. जीडीपी के ये आंकड़े अच्छी कॉरपोरेट इनकम और इंडस्ट्र‍ियल इनुपट डाटा में सुधार का संकेत हैं. सेंट्रल स्टैट‍िस्ट‍िक्स ऑफ‍िस (CSO) का अनुमान दिखाता है कि ग्रोस वैल्यू एडेड (GVA) वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान 6.5 फीसदी रहा है. जीवीए की रफ्तार पिछले साल से धीमी है. पिछले साल यह 7.1 फीसदी रहा था. मार्च महीने में खत्म हुई तिमाही के दौरान जीवीए 7.6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. यह अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के 6.6 फीसदी से ज्यादा है. जनवरी से मार्च की इस तिमाही में मैन्युफैक्चर‍िंग सेक्टर 9.1 फीसदी की दर से बढ़ा है. पिछले साल इसी अवध‍ि के दौरान यह 8.1 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी. इससे पहले आर्थिक जानकारों ने दावा किया था कि आलोच्य तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था को मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और उपभोक्ता खर्च में फायदा हुआ है. इसके चलते केन्द्र सरकार अपने अनुमान पर खरा उतरते हुए चीन को एक बार फिर ग्रोथ में पछाड़ने का आंकड़ा जारी कर सकती है. उनका अनुमान सही साबित हुआ है. वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में केन्द्र सरकार के आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चन्द्र गर्ग ने दावा किया था कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में जीडीपी ग्रोथ 7.3 से 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है. रॉयटर ने एक पोल के जरिए भी दावा किया था कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.3 फीसदी रहेगी. सरकार की तरफ से जारी अनुमान इस पोल से भी काफी ज्यादा है.

चीन को पछाड़ कर भारत दुनिया की सबसे तेजी से दौड़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है. जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान जीडीपी 7.7 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी है. भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार वित्त वर्ष 2017-18 में 6.7 फीसदी रही है. …

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