somali sharma

 इसलिए कन्या भोज के समय बालक का होना भी होता है जरुरी

नवरात्री के पूरे नौ दिन देवी मां के अलग-अलग रूपों को पूजा जाता है। इस बार शारदीय नवरात्री की शुरुआत 10 अक्टूबर से होने जा रही है। नवरात्री के पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे …

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केरल में अब ‘डे चक्रवात’ का खतरा, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच 'डे चक्रवात' आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इससे दक्षिण-पूर्वी हिस्से में तूफान या चक्रवात आ सकता है. इसलिए केरल में मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है. राज्य के 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बारे में केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि मौसम विभाग ने श्रीलंकाई तट के करीब अरब सागर में कम दबाव वाले क्षेत्र के बारे में चेतावनी जारी की है. चक्रवात का केंद्र लक्षद्वीप के तट के पास होगा. इसलिए राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बाद समुद्र में नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक... मुख्यमंत्री पी विजयन ने आगे बताया कि चक्रवात को देखते हुए मछुआरों को 5 अक्टूबर तक सुरक्षित वापस लौटने की सलाह दी गई है. हमने 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के साथ बैठक की है. केंद्र से एनडीआरएफ की 5 कंपनियों को मदद के लिए आने कहा है. कहां-कहां बारिश की संभावना... मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी गरज के साथ छीटें पड़ने के आसार हैं. बाढ़ से तबाह हो गया था केरल... केरल में कुछ दिनों पहले भारी बारिश और बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई थी. इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी. जबकि केरल का बुनियादी ढांचा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, 45,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर धान, केला, मसाले और अन्य फसलें खराब हो गई थीं.

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच ‘डे चक्रवात’ आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने …

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 कर्ज से परेशान हैं तो मंगलवार को करें यह काम

आजकल इंसान कर्ज से मुक्ति के लिए वह लाखो जतन करते हैं। ऐसे में अगर कर्ज से मुक्ति पाने की कोशिश आप काफी लम्बे समय से कर रहे हैं लेकिन फिर भी मुक्ति नहीं मिल रही है तो आप यह …

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क्रूज पर छुट्टी मनाने गए 1300 भारतीयों ने यूं कटाई देश की नाक

हमारे देश के लोग दुनियाभर में अपने सभ्य व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि भारतीय जहां भी जाते हैं वहां अपनी छाप छोड़ जाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए 1300 भारतीयों ने ऐसा कारनामा किया है जो पूरे देश के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गया है। दरअसल, तंबाकू कंपनी में काम करने वाले 1300 भारतीय रॉयल कैरेबियन सी में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए थे। भारतीय कर्मचारियों का ये दल 6 सितंबर को तीन दिन के लिए रवाना हुआ था। लेकिन भारतीय कर्मचारियों की वजह से क्रूज पर सवार अन्य विदेशी यात्री छुट्टियों का लुत्फ नहीं ले सके। कहा जा रहा है कि यहां भारतीय कर्मचारियों ने जमकर हंगामा काटा। भारतीय देर रात तक पार्टी करते रहे। यहीं नहीं, उन्होंने पार्टी में डांस के लिए अर्धनग्न कपड़ों में बार बालाएं भी बुलाई थीं। कुछ विदेशियों ने बताया कि कुछ भारतीय बार और बफे पर भी टूट पड़े। तीन हजार की क्षमता वाले क्रूज पर सवार अन्य यात्रियों ने भारतीयों की इस हरकत की काफी आलोचना की है। 'हर रात बार डांसर लाते थे कर्मचारी' कुछ यात्रियों ने एक ऑस्ट्रेलियाई नेटवर्क को दिए इंटरव्यू में अपने खराब अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि तीन दिन की यात्रा में भारतीय कर्मचारी हर रात कुछ बार डांसर को लेकर आते थे। बार डांसर ने बहुत कम कपड़े पहने हुए थे। भारतीय दल इनके साथ डेक पर देर रात तक हंगामा करते थे। अन्य यात्रियों ने ये भी बताया कि भारतीयों ने डांसर के साथ अभद्र व्यवहार भी किया और उनकी तस्वीर और डांस का विडियो अपने फोन में शूट किया। कहा जा रहा है कि शिकायत के बाद क्रूज कंपनी से यात्रियों का पैसा रिफंड कर दिया है।

हमारे देश के लोग दुनियाभर में अपने सभ्य व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि भारतीय जहां भी जाते हैं वहां अपनी छाप छोड़ जाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए 1300 …

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पुतिन की भारत यात्रा से आखिर क्‍यों बौखलाएं है ड्रैगन व पाक, जानिए कारण

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर देश की ही नहीं, बल्कि चीन और पाकिस्‍तान समेत दुनिया की नजरें हैं। आप जानते हैं क्‍यों। आइए, हम आपको बताते हैं वह खास वजह, जिसके चलते हमारे पड़ोसी मुल्‍कों की नजर इस यात्रा पर टिकी है। दरअसल, इस यात्रा के दौरान दोनों देशाें के बीच एस - 400 वायु प्रतिरक्षा प्रणाली सौदे पर करार होेना है। यह करार पांच अरब डॉलर की राशि से ज्यादा का होगा। अगर यह सौदा हुआ तो देश की प्रतिरक्षा कवच और सुदृढ़ और अभेद्य हो जाएगी। इससे कहीं न कहीं पड़ोसी मुल्‍क कमजोर होंगे। इसके अलावा पुतिन अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। दोनों नेता ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के मद्देनजर कच्चे तेल की स्थिति समेत विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि अगर सेना के बेड़े में एस 400 ट्रायम्‍फ एयर डिफेंस सिस्‍टम शामिल हुआ तो इसके क्‍या दूरगामी परिणाम होंगे। हमारी रक्षा प्रणाली कितनी मजबूत होगी। यह कैसे काम करेगा। जी हां, इस डिफेंस सिस्‍टम से भारत की सुरक्षा निगरानी बेहद मजूबत हो जाएगी। भारतीय सेना दुश्‍मन की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रख सकेगी। इसका अंजदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज तीन एस 400 ट्रायम्‍स से पाकिस्‍तान के चप्‍पे-चप्‍पे पर सेना के जवान नजर रख सकेंगे। इसकी सूचना से पाकिस्‍तान के हर हमले को प्रहार के पूर्व ही विफल किया जा सकता है। उसके लड़ाकू विमानों और ड्रोन्‍स को आसानी को आसानी से गिराया जा सकता है। इस रक्षा सस्टिम की खूबियां 1- एक साथ 100 से 300 लक्ष्‍यों को ट्रैक करने में कुशल दरअसल, एस-400 लंबी दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला एक मिसाइल सिस्टम है, जिसे रूस ने बनाया है। ये एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। अपनी खूबियों के कारण ही इस सिस्‍टम पर चीन अौर पाकिस्‍तान की नजर है। यह रक्षा प्रणाली बेहत संवदेनशील और उच्‍च क्षमता वाले रडार से युक्‍त है। इसलिए इसकी निगरानी क्षमता बेजोड़ है। यह रडार दुश्‍मन की हर गतिविधि पर नजर रखने में सक्षम है। यह एक साथ 100 से 300 लक्ष्‍यों को ट्रैक कर सकता है। यानी एस-400 ट्रायम्‍फ मिसाइल एक साथ 100 हवाई खतरों को भांप सकता है और अमेरिका निर्मित एफ-35 जैसे 6 लड़ाकू विमानों को दाग सकता है। क्रूज पर छुट्टी मनाने गए 1300 भारतीयों ने यूं कटाई देश की नाक.. विदेशी बोले- शर्मनाक यह भी पढ़ें यह सिस्‍टम मोबाइल कमांड सेंटर से लैस है। इसके चलते कमांड पोस्‍ट पर तैनात हथियार परिचालक अपने साथी सुरक्षाकर्मी से वार्ता कर सकते हैं। इसका फायर कंट्रोल रडार तत्‍काल फैसला लेने में मददगार होता है। लक्ष्‍य सुनिश्चित होने पर कमांड सेंटर फायर कंट्रोल रडार को मिसाइल लांच करने के आदेश देता है। इसकी रफ्तार 17000 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस मिसाइल की रफ्तार वर्तमान में मौजूदा किसी भी विमान से ज्‍यादा है। 2- 600 किलोमीटर तक निगरानी रखने में सक्षम उपकरण सतह से आकाश में यह 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर अपना लक्ष्‍य भेदने में सक्षम है। मिसाइल दागने की क्षमता में एस 400 ट्रायम्‍फ बाकी रक्षा प्रणाली से ढाई गुना अधिक है। सतह से एस 400 ट्रायम्‍फ करीब 600 किलोमीटर तक निगरानी कर सकता है। 400 किलोमीटर दूर से यह दुश्‍मन के मिसाइल को मार गिराने की क्षमता रखता है। यह दुश्‍मन के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और ड्रोन्‍स को नष्‍ट करने में पूरी तरह से सक्षम है। यानी 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर यह हमला कर सकता है 3- मस्‍ट में एक साथ 72 मिसाइलें एक साथ प्रत्‍येक एस 400 ट्रायम्‍फ में आठ मिसाइल लांचर होते हैं। इससे 400 मिसाइलों को लांच किया जा सकता है। इसमें एक कमांड सेंटर और उच्‍च क्षमता वाला रडार होता है। यह मस्‍ट युक्‍त होता है। इस मस्‍ट में 72 मिसाइलें आ सकती है। भारत की मिसाइल डिफेंस क्षमता भारतीय सेना के पास तीन प्रकार की मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम है। पहला- स्‍पाइडर, इसकी क्षमता 15 किलोमीटर है। इसकी प्रहार क्षमता 15 किमी है। यह दुश्‍मन की हरकतों पर नजर रख सकता है। सेना ने 1800 स्‍पाइडर का आर्डर दिया है। दूसरा, आकाश है। इसकी क्षमता स्‍पाइडर से अधिक है। यह 25 किलोमीटर दूर तक दुश्‍मन की हर हरकत पर नजर रखने में सक्षम है। तीसरा, बराक है। यह 25 किलोमीटर तक दुश्‍मन की सभी गतिविधियों पर निगरानी कर उनके मंसूबों को नष्‍ट कर सकता है। यह पांच मिनट के भीतर मिसाइल की फायरिंग को रोकने में सक्षम है। JAGRAN TOP TEN: टॉप न्‍यूज, आज इन बड़ी खबरों पर बनी हुई है नजर यह भी पढ़ें चीन और तुर्की के बाद भारत डील करने वाला तीसरा देश चीन और तुर्की के बाद रूस के साथ एस-400 डील करने वाला भारत तीसरा मुल्‍क है। यानी भारत दुनिया का तीसरा मुल्‍क बन गया है जिसके पास यह मिसाइल सिस्टम मौजूद होगा। सऊदी अरब के साथ भी इस मिसाइल सिस्टम की खरीद को लेकर बात चल रही है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर देश की ही नहीं, बल्कि चीन और पाकिस्‍तान समेत दुनिया की नजरें हैं। आप जानते हैं क्‍यों। आइए, हम आपको बताते हैं वह खास वजह, जिसके चलते हमारे पड़ोसी मुल्‍कों की …

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 राशिफल 04 अक्टूबर : आपका दिन शुभ होगा,सभी काम समय पर पुरे होंगे

मेष: कोई नया सौदा करते समय कागज़ात की अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें, कामकाज में अड़चनें आ सकती हैं।  वृषभ: कानूनी मामलों का निपटान होगा, शत्रु पक्ष आपकी गतिविधियों व ऊर्जा को देखकर ही परास्त हो जाएगा। ऋणों का …

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नवरात्री 2018 : तो इसलिए कन्या भोज के समय बालक का होना जरुरी होता है

नवरात्री के दिन करीब आते ही देशभर में माता दुर्गा को घर में लाने की तैयारियां शुरू हो गई है. नवरात्री के पूरे नौ दिन देवी मां के अलग-अलग रूपों को पूजा जाता है. इस बार शारदीय नवरात्री की शुरुआत 10 …

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Airtel के इन प्लान्स पर फ्री में मिल रहा है Netflix, ऐसे लें फायदा

एयरटेल ने अगस्त में घोषणा की थी कि कंपनी चुनिंदा पोस्टपेड और ब्रॉडबैंड प्लान्स पर ग्राहकों को फ्री नेटफ्लिक्स का ऑफर देगी. हालांकि कंपनी ने इन प्लान्स के कीमत की घोषणा नहीं की थी. अब करीब एक महीने से ज्यादा समय बाद कंपनी ने इस ऑफर को पोस्टपेड ग्राहकों के लिए जारी किया है. हालांकि अभी भी ब्रॉडबैंड ग्राहकों के लिए कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. फ्री नेटफ्लिक्स ऐक्सेस को मायएयरटेल ऐप के जरिए प्राप्त किया जा सकता है. आपको बता दें पिछले कुछ महीनों से कंपनी प्रमोशनल तौर पर अमेजन प्राइम वीडियो, एयरटेल टीवी और हॉटस्टार का ऐक्सेस ग्राहकों को उपलब्ध करा रही है. कंपनी जिन पोस्टपेड प्लान्स पर फ्री नेटफ्लिक्स का ऑफर दे रही है उसमें 499 रुपये, 649 रुपये, 799 रुपये, 1,199 रुपये, 1,599 रुपये, 1,999 रुपये और 2,999 रुपये के प्लान शामिल हैं. इस ऑफर के तहत ग्राहकों को तीन महीनों के लिए 500 रुपये वाले बेस नेटफ्लिक्स प्लान का ऐक्सेस मिलेगा. इसमें केवल सिंगल-स्क्रीन ऐक्सेस और केवल SD क्वालिटी वीडियो मिलेगी. ऐसे पाएं नेटफ्लिक्स का फ्री ऐक्सेस - मायएयरटेल ऐप खोलें और एयरटेल थैंक्स बैनर पर क्लिक करें - यहां आपको लिस्ट में 1,500 रुपये की वैल्यू का नेटफ्लिक्स गिफ्ट दिखेगा. यहां क्लेम बटन पर क्लिक करें - अब आपको अपने नेटफ्लिक्स अकाउंट में लॉगइन करना होगा या एक नया अकाउंट बनाना होगा. अगर आपको पास पहले से ही अकाउंट है तो ID और पासवर्ड डालकर सीधे आगे बढ़ सकते हैं - यदि आप पहले से ही नेटफ्लिक्स के एक्टिव यूजर हैं तो आपके नेटफ्लिक्स अकाउंट में 1500 रुपये क्रेडिट हो जाएंगे. ये अकाउंट तीने महीने के दौरान काट लिए जाएंगे.

एयरटेल ने अगस्त में घोषणा की थी कि कंपनी चुनिंदा पोस्टपेड और ब्रॉडबैंड प्लान्स पर ग्राहकों को फ्री नेटफ्लिक्स का ऑफर देगी. हालांकि कंपनी ने इन प्लान्स के कीमत की घोषणा नहीं की थी. अब करीब एक महीने से ज्यादा …

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एयरटेल 181 रुपये में दे रहा 3GB डाटा प्रतिदिन समेत अनलिमिटेड कॉलिंग और SMS

टेलिकॉम मार्केट में प्राइम वॉर के तहत भारती एयरटेल ने एक और प्लान पेश किया है। इस प्लान के तहत यूजर्स को 3 जीबी डाटा प्रतिदिन समेत अनलिमिटेड कॉल्स दी जा रही हैं। इस प्लान की कीमत 181 रुपये है। …

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एशिया के सबसे पुराने देवदार का पेड़ देखने और स्कीइंग का मजा लेना हो तो चकराता आएं

आसमान छूते हुए पहाड़, हरे-भरे जंगल और पहाड़ों से गिरते हुए झरने, घूमने के लिए है बेहतरीन जगह। अगर आप ऐसी किसी जगह जाकर छुट्टियां बिताने की सोच रहे हैं तो उत्तराखंड में चकराता होकर आएं। समुद्र तल से 2118 मीटर की ऊंचाई वाली ये जगह ऑफबीट डेस्टिनेशनंस में शामिल है लेकिन यहां घूमने-फिरने के ऑप्शन्स की कोई कमी नहीं। साथ ही 2-3 दिनों में आप आसानी से चकराता की हर एक जगह को एक्सप्लोर कर सकते हैं। तो और किन खूबियों को समेटे हुए है चकराता, आइए जानते हैं... ADVERTISING inRead invented by Teads चकराता में आसपास घूमने वाली जगहें कानासर चकराता शहर से 26 किमी दूर बसा कानासर हनीमून के लिए बहुत ही अच्छी जगह है। जिसे और भी ज्यादा खूबसूरत बनाने का काम करते हैं हरे-भरे जंगल। कानासर में एशिया का सबसे पुराना और बड़ा देवदार का पेड़ देखा जा सकता है। जिसकी वजह से ये जगह बहुत ही मशहूर है। सैन फ्रांसिस्को के इन मशहूर वेजिटेरियन रेस्टोरेंट्स का स्वाद आपको हमेशा रहेेेगा याद यह भी पढ़ें लाखामंडल सस्ते फैब्रिक्स से लेकर जंक जूलरी तक हर चीज की बजट में करें शॉपिंग दिल्ली के इन मार्केट्स से यह भी पढ़ें चकराता में बना लाखामंडल बहुत ही मशहूर शिव मंदिर है। भगवान शिव के अलावा यहां और भी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। इस मंदिर में ग्रेफाइट से बनी शिव जी की मूर्ति विराजमान है। महाभारत में वर्णित लक्षागृह और लाखामंडल एक ही जगह है। जहां दुर्योधन ने पांडवों को जलाकर मारने की कोशिश की थी। गांधी जी के जीवन और संघर्ष की कहानी बयां करते हैं ये 5 पर्यटन स्थल यह भी पढ़ें मुंडाली चकराता के जंगलों में अकेले बैठकर शांति के कुछ पल बिताना चाहते हैं तो मुंडाली का रूख करें। लगभग 36 किमी की दूरी वाली इस जगह से आप हिमालय के खूबसूरत पहाड़ों को आसानी से देख सकते हैं। इसके अलावा मुंडाली स्कीइंग के लिए भी मशहूर है। सर्दियों में यहां आकर स्कीइंग का मजा लिया जा सकता है। इन 6 बेहतरीन ट्रांसलेटिंग एप्स से बनाएं अपने देश-विदेश के सफर को और भी ज्यादा आसान यह भी पढ़ें चकराता में घूमने वाली जगहों की कोई कमी नहीं यहां कुल 14 टूरिस्ट स्पॉट्स हैं। इन जगहों के अलावा कलसी, चिलमिरी नेक, रामतल गॉर्डन, मोइगद फॉल, किमोना फॉल, महाशू देवता मंदिर देखने वाली खूबसूरत जगहें हैं। जहां जाकर आप सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। डेजर्ट से लेकर जंगल सफारी तक का ले सकते हैं मज़ा इन जगहों पर जाकर यह भी पढ़ें इन एक्टिविटीज का भी ले सकते हैं मज़ा वाटर रेपलिंग 'सनबर्न' में गूंजेंगी संगीत की सुरलहरी यह भी पढ़ें चकराता में कई ऐसी जगहें हैं जहां आप वाचर रेपलिंग का मज़ा ले सकते हैं। पहाड़ों से गिरते हुए झरने में रेपलिंग करना जितना मजेदार होता है उतना ही एडवेंचरस भी। रॉक क्लाइम्बिंग गायब होने की कगार पर पहुंच चुके बारहसिंगा को इस नेशनल पार्क में देख पाना है मुमकिन यह भी पढ़ें ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ने का एक्सपीरियंस लेना है तो देवबन का जंगल है परफेक्ट डेस्टिनेशन। इस एडवेंचर को सही तरीके से करने के लिए यहां ट्रेनर्स भी मौजूद होते हैं। बुधेर गुफा एक्सप्लोर यहां दाल-बाटी का तीखा-चटपटा तो मावा कचौड़ी का मीठा स्वाद हर किसी को बना देता है अपना कायल यह भी पढ़ें चकराता से 30 किमी दूर है बुधेर गुफा। ऐसा माना जाता है कि इन गुफाओं को पांडवों ने बनवाया था। जो एडवेंचर के लिहाज से काफी अच्छी जगह है। ऑफबीट डेस्टिनेशन में शामिल होने की वजह से यहां लोगों की कम ही भीड़ देखने को मिलती है। देवबन बर्ड वॉचिंग चकराता से लगभग13 किमी दूर देवबन भी घूमने के लिए बहुत ही बेहतरीन जगह है। 2200 मी की ऊंचाई पर स्थित देवबन चारों ओर देवदार के जंगलों और बर्फ के पहाड़ों से घिरा हुआ है। जहां कई खूबसूरत और अलग-अलग तरह के पक्षी देखने को मिलते हैं। जैसे- रसेट स्पेरो, येलो क्राउंड वुडपेकर, हिमालयन वुडपेकर, कॉमन हॉक कक्कू और वल्चर। टाइगर फॉल ट्रैक चकराता आकर टाइगर फॉल नहीं देखा तो बहुत कुछ मिस किया। ये एक बहुत ही अच्छा पिकनिक स्पॉट है जहां तक पहुंचने के लिए आपको 5 किमी का ट्रैक करना पड़ता है। ऊंचे पहाड़ से गिरते हुए झरने में आप नहाने का आनंद भी ले सकते हैं। कैसे पहुंचे हवाई मार्ग- जॉली ग्रांट यहां तक पहुंचने का सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट है। जहां से चकराता की दूरी 113 किमी है। एयरपोर्ट से चकराता जाने के लिए आपको आसानी से टैक्सी मिल जाएंगी। रेल मार्ग- देहरादून यहां का नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। यहां से चकराता 87 किमी दूर है। बस या कैब से यहां तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। सड़क मार्ग- उत्तराखंड राज्य परिवहन निगम की बसें देहरादून और चकराता के लिए लगातार चलती रहती हैं। जिससे आप कम पैसे में यहां तक पहुंच सकते हैं।

आसमान छूते हुए पहाड़, हरे-भरे जंगल और पहाड़ों से गिरते हुए झरने, घूमने के लिए है बेहतरीन जगह। अगर आप ऐसी किसी जगह जाकर छुट्टियां बिताने की सोच रहे हैं तो उत्तराखंड में चकराता होकर आएं। समुद्र तल से 2118 …

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