पुनर्जन्म एक ऐसा विषय है जिसे कोई माने या न माने पर इससे जुड़ी कहानियां सबका ध्यान आकर्षित करती हैं। वैज्ञानिक इस बात को भले ही नकारें लेकिन श्रावस्ती के शिवबालकपुरवा के एक पांच साल के बच्चे के पिछले जन्म की कहानी चर्चा में हैं।
शिवबालकपुरवा में रहने वाले वकील पुत्तीलाल का पांच साल का बेटा अचानक ऐसे नाम और कहानी बताने लगा जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए। बच्चे की मां ने बताया कि उनका बेटा सूर्य प्रकाश पंद्रह दिन पहले दूध मांग रहा था। काम में व्यस्त मां दूध नहीं दे पाई तो वह नाराज हो गया।
गुस्से में उसने अपनी मां को मां मानने से इंकार कर दिया और बताया कि ये उसका घर नहीं है। पहले तो सबको लगा कि वह गुस्से में ऐसा बोल रहा है पर बार-बार वही बातें दोहराने के बाद घरवालों ने उसकी बातों को गंभीरता से लिया।
उसने बताया कि वह हरियाणा के गुणगांव के पास मनवाला गांव में रहता था। पेशे से किसान था और उसके पास 10 बीघा खेती थी। उसका नाम शिवशंकर था। उसके दो बेटे और एक बेटी थी। बेटे का नाम शिवनाथ व भोला बताया। जबकि बेटी का नाम सूर्यमुखी था।बताया कि उसके पास दस बीघे जमीन थी जिस पर ज्यादातर सब्जी उगाई जाती थी। बताया कि बेटे आढ़त का काम करते थे।
उसकी मृत्यु नब्बे साल की उम्र में हुई थी। उसने अपनी पत्नी का नाम आमली बताया। बच्चे ने ये भी बताया कि वह दस साल भगवान के पास रहा फिर यहां आ गया।