पटना। बिहार से रिक्त हुई राज्यसभा की छह सीटों के लिए हो रहे चुनाव में कांग्रेस की ओर से अखिलेश सिंह को उम्मीदवार होंगे। इसी के साथ उम्मीदवार चयन को लेकर कई दिनों से चला आ रहा सस्पेंस समाप्त हो गया।
ये थे दावेदार
कांग्रेस का अभी बिहार से राज्यसभा में एक भी नुमाइंदा नहीं है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद से करीबी संबंध के कारण अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस दौड़ में सभी को पछाड़ दिया। राज्यसभा उम्मीदवार बनने की लाइन में पूर्व स्पीकर मीरा कुमार, पूर्व मंत्री डॉ. शकील अहमद, सीपी जोशी, जनार्दन द्विवेदी को भी मजबूत दावेदार बताया जा रहा था।
बता दें कि राज्यसभा की इन छह सीटों के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 12 मार्च है। अगर कोई सातवां प्रत्याशी मैदान में उतरा तभी 23 मार्च को मतदान होगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो सभी बिना मतदान के चुन लिये जायेंगे। इस बार एक प्रत्याशी को जीतने के लिए कम से कम 35 वोटों की आवश्यकता है।
विधानसभा में संख्या बल के आधार पर राजद की दो, जदयू की दो और भाजपा के एक प्रत्याशी की जीत तय है। छठी सीट पर कांग्रेस को अपने 27 वोट के अलावा आठ अतिरिक्त वोट की जरूरत है। राजद के पास अपने दो प्रत्याशियों की जीत के लिए आवश्यक 35-35 वोट आवंटित कर देने के बाद भी नौ अतिरिक्त वोट बचेंगे। ऐसे में अगर क्रास वोटिंग नहीं हुई तो कांग्रेस प्रत्याशी की जीत भी तय है।