दिल्ली पुलिस ने रविवार को बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए राजधानी वासियों की नींद हराम करने वाले ठक-ठक गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है. राजधानी की पुलिस को कई वर्षों से इस कुख्यात अपराधी की तलाश थी. कन्हैया के पास से पुलिस ने 8.10 लाख रुपये और एक देसी कट्टा भी बरामद किया है.
कन्हैया की गिरफ्तारी को इसलिए भी दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, क्योंकि वह गैंग का सामान्य सदस्य नहीं था, बल्कि ठक-ठक गैंग के लूट करने के तरीके में बेहद माहिर था. उसकी शानो शौकत भी कम नहीं था. गैंग के सदस्यों से लूट का पैसा लेने वह बस या ट्रेन से नहीं आता था, बल्कि हवाई जहाज से पहुंचता था.
इतना ही नहीं इस तरह लूट की वारदात को अंजाम देने में वह इतना माहिर था कि गैंग के अन्य सदस्यों को इसकी ट्रेनिंग देता रहता था. वह अपने गैंग के बदमाशों को सिखाता था कि लूट की वारदात को कैसे अंजाम देना है, पुलिस से कैसे बचना है और अपनी पहचान को कैसे छिपाए रखना है.
इसीलिए गैंग के अन्य बदमाश उसे ‘गुरुजी’ कहकर बुलाते थे. आपको बता दें कि मुख्य रूप से राजधानी दिल्ली में सक्रिय यह गैंग कार का शीशा ठकठका कर ड्राइवर को किसी बहाने बाहर बुलाते और पीछे से दूसरा सदस्य कार में रखा कैश से भरा बैग गायब कर देता.
धीरे-धीरे इस गैंग ने राजधानी दिल्ली के अलावा देश के दूसरे महानगरों में भी अपना नेटवर्क बना लिया था. पुलिस के मुताबिक, सिर्फ कोलकाता में ही इस गैंग के करीब 25 अपराधी सक्रिय हैं. इस गैंग में महिला लुटेरनें भी शामिल हैं.
ज़ाहिर है इसकी गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रही है. फिलहाल दिल्ली पुलिस कन्हैया से पूछताछ कर रही है और उससे जानने की कोशिश कर रही है कि इसके गैंग के कितने सदस्य कहां-कहां सक्रिय हैं.