उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी के संतनगर इलाके में एक घर से एकसाथ 11 शव मिलने से सनसनी फैल गई है। बरामद किए गए शव सात महिलाओं और चार पुरुषों के हैं और सभी फांसी के फंदे पर लटके मिले। उनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं।
प्रारंभिक जांच में पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है। मौके पर दिल्ली पुलिस के कई आला अधिकारियों का दल पहुँचकर जांच कर रहा है। सभी लोगों के शव छत की जाली से लटके हुए मिले हैं।
अभी तक शवों को मकान से बाहर नहीं निकाला गया है ।
जानकारी के अनुसार सन्त नगर के गली नंबर दो में गोपाल (43 )व ललित (40) दोनों भाई अपने परिवार के साथ रहते थे। परिवार में ललित के दो बेटे व पत्नी व गोपाल की पत्नी व तीन बच्चे , उनकी माँ, एक विधवा बहन प्रतिभा व उनकी बेटी प्रियंका बताई जा रही हैं। परिवार का प्लाइवुड का काम है।
रविवार सुबह करीब सात बजे पड़ोस में रहने वाले ताराचंद ने ललित को दूध लाने के लिये साथ चलने के लिए आवाज लगाई तो घर से किसी की आवाज नहीं आए तो वह अंदर जाकर देखा तो परिवार के लोगों के शव लटके हुए मिले। कुछ की आंखों पर पट्टी बंधी थी। 10 लोगों के शव छत की जाली से लटके थे जबकि एक महिला दूसरे कमरे में मृत मिली। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
यह परिवार पिछले 20 साल से अधिक समय से यहां रह रहा है। पड़ोसी के अनुसार सभी अच्छे स्वभाव के थे। उनका कभी किसी से झगड़ा नहीं हुआ। माली हालत भी ठीक थी। कुछ दिन पहले ही गोपाल की भांजी सगाई भी हुई थी। ऐसे में पड़ोसियों को आत्महत्या करने की बात हजम नहीं हो रहा है।
परिवार धार्मिक प्रवृत्ति का था। ललित अक्सर धार्मिक बातें किया करता था। ऐसे लोगों यह विश्वास नहीं हो रहा है कि पूरे परिवार ने एक साथ खुदकशी की हो। उन्हें हत्या की आशंका लग रही है। पुलिस अभी जांच कर रही है।