नई दिल्ली: 24 मार्च को वर्ल्ड ट्यूबरक्यूलोसिस डे की तैयारियों के बीच साल 2017-18 के लिए रीच (REACH) मीडिया अवॉर्ड्स गुरुवार को दिए गए. यह पुरस्कार ट्यूबरक्यूलोसिस (टीबी) पर सर्वश्रेष्ठ रिपोर्टिंग के लिए दिया जाता है. इसके लिए गुरुवार को नई दिल्ली के होटल मान सिंह में समारोह आयोजित किया गया. पुरस्कार समारोह रीच, यूएसएआईडी तथा लिली ग्लोबल हेल्थ द्वारा लान्सेट कमीशन ऑन ट्यूबरक्यूलोसिस के सहयोग से आयोजित किया गया था. इस अवसर पर बोलते हुए मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में इकोनॉमिक एडवाइजर अरुण कुमार झा ने टीबी से संबंधित मीडिया रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के लिए रीच के प्रयासों की सराहना की.

उन्होंने कहा, ‘ भारत में बेहतर स्वास्थ्य के लिए अधिकतर लोग अलग से प्रयास नहीं करते, इसलिए पत्रकारिता के जरिए उन्हें हेल्थकेयर सुविधाओं के बेहतर उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.’ इस अवसर पर ‘कीपिंग टीबी इन द न्यूज: ए टूलकिट फॉर हेल्थ एडवोकेट्स’ का प्रकाशन भी किया गया. इंग्लिश कैटेगरी में बेस्ट रिपोर्टिंग के लिए साक्षी कुचरू और गीतांजलि मिन्हास को उनकी स्टोरी ‘ हाऊ केयरगिवर्स आर फॉलिंग प्रे टू टीबी’ के लिए पुरस्कृत किया गया. यह स्टोरी गवर्नेंस नाऊ में छपी थी. इंडिया स्पेंड की श्रेया साह को भी इसी कैटेगरी में ‘न्यू मॉडल ऑफ ट्रैकिंग टीबी पेशेंट्स होल्ड्स प्रॉमिस फॉर इंडिया’ के लिए चुना गया.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की नंदिता वेंकटेशन को आई लॉस्ट माई हीयरिंग टू टीबी ड्रग्स: टाइम वी डिक्लियर्ड वॉर ऑन द डिजीज स्टोरी के लिए विशेष प्रशस्ति पत्र दिया गया. लोकल लैंग्वेज कैटेगरी में आनंद तिवारी को प्रभात खबर में ‘ गवर्नमेंट्स प्रोजेक्ट टू मॉनिटर टीबी मार्ड बाय द डिजीज, पेशेंट्स मार्जिनलाइज्ड’ शीर्षक से प्रकाशित स्टोरी के लिए तथा राकेश मालवीय को एनडीटीवी डॉटकॉम पर छपी ‘ सेड इन द बजट…बट इज इट टू बीट टीबी? के लिए पुरस्कार दिया गया.

इंग्लिश कैटेगरी में कंसिस्टेंट रिपोट्रिंग के लिए तबस्सुम बड़नगरवाला को चुना गया, जिन्होंने 2012 से 2017 के बीच द इंडियन एक्सप्रेस में टीबी के विभिन्न पहलुओं से संबंधित खबरें लगातार छापी. लोकल लैंग्वेज कैटेगरी में रेजी जोसेफ विजेता बने जिन्होंने टीबी की बीमारी प्रवासियों को किस तरह प्रभावित करती है, इस बारे में राष्ट्र दीपिका डेली तथा दीपिकाग्लोबल डॉट कॉम पर लगातार खबरें प्रकाशित की. 

पुरस्कार वितरण से पहले ‘काउंटडाउन 2025- ए टीबी सेंटरस्टेज डिस्कशन’ आयोजित हुई. इसका संचालन डॉ. नलिनी कृष्णन ने किया. वक्ताओं में टीबी के लिए यूएन के विशेष दूत डॉ. एरिक गोस्बी, द स्टॉप टीबी की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. लूसिया दितिउ, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल सेंटर फॉर ग्लोबल हेल्थ डिलीवरी-दुबई के उायरेक्टर डॉ. सलमान केशवजी, यूएसएआईडी के टीवी डिवीजन के मुखिया डॉ. चेरी विन्सेंट और सेंड्रिक फर्नांडिस शामिल थे.