लखनऊ। भारतीय रेलवे ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अनूठी पहल की है। लखनऊ-प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस आज महिलामय हो गई। लखनऊ-प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को लखनऊ जंक्शन से लेकर महिला सहायक लोको पायलट रवाना हुईं। इस ट्रेन में महिला गार्ड के साथ चार टीटीई भी गईं हैं।
मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार के साथ इस मौके पर उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के बड़े अधिकारी भी मौजूद थे। आज पहला था जब किसी एक्सप्रेस ट्रेन को महिला सहायक लोको पायलट ने चलाया। ट्रेन में यात्रियों के टिकट की जांच जहां महिला टीटीई कर रही थीं वहीं सुरक्षित संचालन का जिम्मा महिला रेल गार्ड के पास था। ट्रेन की रफ्तार पर पूरा नियंत्रण महिला लोको पायलटों के जिम्मे था। लखनऊ-प्रयाग इंटरसिटी उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की पहली ट्रेन है, जिसका संचालन महिलाओं के हाथ में था।
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने के लिए लखनऊ-प्रयाग इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का चयन किया गया। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में महिला सहायक लोको पायलट और लोको पायलट ने अभी तक मालगाड़ी के साथ पैसेंजर ट्रेन को चलाया था। सीनियर डीसीएम शिवेंद्र शुक्ल ने बताया कि यह पहल नारी सशक्तीकरण के परिचायक के रूप में की जा रही है। ट्रेन में करीब एक हजार यात्री अपना सफर करेंगे तो इस मौके पर महिला रेलकर्मियों की कर्तव्य परायणता और उनकी शानदार कार्यशैली से रूबरू होंगे।
सहायक लोको पायलट ममता यादव गोरखपुर की मूल निवासी हैं। उन्होंने 2016 में आरआरबी चंडीगढ़ से अपनी सहायक लोको पायलट की परीक्षा पास की। इसके बाद उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में उनको तैनाती मिली। ममता यादव चार बहन व एक भाई में सबसे बड़ी हैं। इससे पहले उन्होंने मालगाड़ी के साथ पैसेंजर ट्रेन को चलाया था। आज उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह मेरा बहुत अच्छा अनुभव है। यह अवसर मिलने पर मैं बेहद गौरवांवित तथा रोमांचित महसूस कर रही हूं।