नई दिल्ली। मंगलवार को हुए विस्तार में मोदी कैबिनेट में 19 नए चेहरों को शामिल किया गया है। वहीं इस विस्तार से पहले खबर थी कि गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ को भी मोदी कैबिनेट में जगह दी जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हुए केंद्र सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि यहीं से यूपी के लिए सीएम पद का चेहरा निकलकर सामने आएगा।
क्या अगले सीएम होंगे आदित्यनाथ
विस्तार से पहले खबर यह भी थी कि पीएम मोदी अपनी कैबिनेट में योगी आदित्यनाथ को कोई अहम जिम्मेदारी दे सकते हैं, इसके बदले में वह उनसे यूपी से सीएम पद की उम्मीदवारी से अपना नाम वापस लेने को बोल सकते हैं। लेकिन योगी आदित्यनाथ ऐसा करने के मूड में बिल्कुल भी नहीं थे। हालांकि योगी ने इसकी कभी खुलकर खिलाफत नहीं की लेकिन उनकी पार्टी हिंदू युवावाहिनी के मूड को देखकर कुछ ऐसे ही कयास लगाए जा रहे थे।
आज हुए कैबिनेट विस्तार में योगी को बाहर रखा गया। इससे यह तो साफ है कि मोदी की यूपी में सीएम उम्मीदवारी को लेकर कोई खतरा नहीं है। अभी तक वह इस रेस में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि योगी की कट्टर हिंदू वाली छवि को लेकर बीजेपी उन्हें यूपी में सीएम कैंडिडेट नहीं बनाना चाहती है। वहीं अब ऐसा लग रहा है कि योगी यूपी में सीएम पद की उम्मीदवारी इतनी आसानी से छोड़ने वाले नहीं हैं। नए मंत्रिमंडल में एक केंद्रीय मंत्री और 18 राज्य मंत्रियों को जगह दी गई है।