दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने बुधवार को गोली मारकर जान दे दी। उसका अपने परिवार में झगड़ा चल रहा था या फिर तैनाती के दौरान तनाव में था, इसकी जांच की जा रही है। इस समय उसकी तैनाती दक्षिणी-पूर्वी जिला पुलिस के डीआइयू (जिला जांच यूनिट) सेल में थी। चित्तरंजन पार्क थाना परिसर में उसने खुद को गोली मारी। इसी परिसर में उसका दफ्तर भी है।
अस्पताल में डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिले के पुलिस उपायुक्त रोमिल बनिया के मुताबिक 1997 बैच के इंस्पेक्टर कौशल गांगुली ने खुदकुशी से पहले कोई पत्र लिखकर नहीं छोड़ा है। पर शुरुआती जांच में पता चला है कि उसका अपने परिवार से लंबे समय से झगड़ा चल रहा था। इससे वह तनाव में था। बुधवार शाम छह बजे वह चित्तरंजन पार्क थाने की पहली मंजिल पर गया और बाथरूम में लाइसेंसी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली।
टआवाज सुनते ही थाने में तैनात अन्य पुलिस वालों ने तुरंत मैक्स अस्पताल साकेत में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिले की डीआइयू सेल का दफ्तर चित्तरंजन पार्क थाने में ही है। खुदकुशी के कारणों की जांच के लिए उसके परिवार वालों से भी पूछताछ की जा रही है। कहा जा रहा है कि उसके खिलाफ भी किसी मामले की जांच चल रही थी। यह कौन सा मामला था इसकी जानकारी नहीं हो सकी है। उसके ऊपर दबाब था कि जो फाइल डीआइयू सेल में उसे जांच के लिए दिया गया है उसकी रिपोर्ट तुरंत विभाग को दे।
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जिले की डीआइयू सेल में तैनात रहने और यहां फाइलों की लंबी लाइन देखने के बाद उसे और भी तनाव हो गया था। उसने शाम 5.50 मिनट पर पिस्तौल जारी कराया और छह बजे दफ्तर के बाथरूम में ही खुद को गोली मारी। सूचना के बाद जिले के आला पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। पिस्तौल जारी कराने के कारण उसने सब-ए-बारात में ड्यूटी लगी बताया है।