एजेंसी/ वॉशिंगटन। क्या किसी के सपने में आने के बाद उस पर रेप का आरोप लगाने से सजा हो सकती है? एक शख्स को इसी गुनाह के कारण 28 साल जेल में बिताने पड़े।
जानकारी के अनुसार 1988 में शराब पीकर घर लौट रही एक युवती से रेप की घटना हुई थी। जब पुलिस ने उससे रेपिस्ट की पहचान के बारे में पूछा तो उसने क्लेरेंस मोसेस अल नामक युवक को जिम्मेदार बताया।
युवती ने कहा कि वह शराब के नशे में थी और क्लेरेंस का चेहरा उसे याद था। दरअसल उसे क्लेरेंस का चेहरा एक सपने के बाद याद रह गया। उसने उसी पर बलात्कार का आरोप लगा दिया।
पुलिस ने क्लेरेंस को पकड़ लिया और अदालत ने उसे 48 साल की सजा सुनाई। जब वह करीब 20 साल जेल में बिता चुका था, तब उसे रिहा किया गया। वह पूछताछ में खुद को निर्दोष ही बताता रहा। दरअसल वह जेल में सजा काट रहा था कि उसे एक पत्र मिला।
पत्र में एक व्यक्ति ने दावा किया कि जिस आरोप में उसे सजा हुई है, उसका असली गुनहार वह था। क्लेरेंस तो बस आरोप के आधार पर ही जेल भेज दिया गया। उसके लिए यह पत्र वरदान साबित हुआ। मामले की छानबीन करने के बाद उसे रिहा कर दिया। दूसरी ओर घटना की शिकार युवती इस निर्णय से संतुष्ट नहीं हुई। वह इस फैसले को चुनौती देने के लिए अदालत जाने की तैयारी कर रही है।
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