नई दिल्ली : यहां लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, तो इससे कहीं ज्यादा की आबादी देश छोड़ चुकी है। इसका सबसे बड़ा असर देश में मर्दों की संख्या पर पड़ा है। एक ही धरती पर एक ही समय में तीन-तीन तरह के युद्ध झेल रहे सीरिया बर्बाद हो चुका है।
देश में मर्दों की संख्या काफी घट रही है और इसके चलते सिंगल वुमन की तादाद काफी बढ़ गई है। युद्ध ने हालात ऐसे कर दिए हैं कि गे रिलेशनशिप बैन करने वाले देश में महिलाओं को लेस्बियन रिलेशनशिप की आजादी मिल गई है।
अपनी से दोगुने मर्दो के साथ संबंध बनाने को मजबूर
युद्धग्रस्त सीरिया में ज्यादातर युवा अपनी जान गंवा चुके हैं। कुछ ने देश छोड़ दिया। वहीं, कुछ जेल में सजा काट रहे हैं। और बाकी युवा मर्दों की एक बड़ी खेप सेना में भर्ती होकर देश की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है।
इसलिए देश में सिंगल वुमन और विधवा महिलाओं की संख्या पहाड़ की तरह बढ़ गयी है। हाल में किए गए एक सर्वे में सामने आया कि 70 फीसदी सीरियाई महिलाएं अनमैरिड हैं।
हालात ये बन रहे हैं कि महिलाएं अपनी उम्र से दोगुने बड़े मर्दो के साथ शारीरिक संबंध बनाने और घर बसाने को मजबूर हैं। सर्वे में कहा गया है कि 1980 से 1990 के दौर में पैदा हुए मर्दों की एक पूरी जेनेरेशन खत्म हो रही है।