फीफा वर्ल्ड कप में आज से अंतिम 16 के मुकाबले शुरू हो रहे हैं. पहले दो मुकाबलों में मेसी और रोनाल्डो का इम्तिहान है. अगर दोनों ये परीक्षा पास करते हैं, तो आयोजकों और दर्शकों दोनों के लिए ड्रीम क्वार्टर फाइनल का मुकाबला फलीभूत हो जाएगा.
उस चर्चा को नई उड़ान मिलेगी कि आखिर मेसी और रोनाल्डो में महानतम कौन है? एक्सपर्ट हों या फैंस सभी चाहते हैं कि उम्र के जिस पड़ाव में ये दोनों जादूगर हैं, वहां ऐसे मैच की दुनिया को दरकार है जिससे इस बहस पर विराम लग जाए कि आखिर इक्कीस कौन है.
लेकिन मुकाबला 6 जुलाई को जमीन पर तभी संभव होगा जब अर्जेंटीना आज 1998 के चैंपियन फ्रांस को परास्त करेगा और पुर्तगाल दो बार के चैंपियन उरुग्वे को प्री-क्वार्टर फाइनल में मात देगा.
इन मुकाबलों पर बात करें तो पेपर पर अर्जेंटीना फ्रांस के मुकाबले मजबूत नजर आता है. 1930 और 1978 दो बार वर्ल्ड कप में हुई दोनों की टक्कर में बाजी अर्जेंटीना के नाम रही है, लेकिन मौजूदा हालात मेसी एंड कंपनी के अनुकूल नजर नहीं आते.
गिरते पड़ते जिस तरह टीम ने अंतिम 16 में जगह बनाई है और जैसा तालमेल टीम के बीच मैदान पर दिखा है उससे बहुत अधिक उम्मीद बांधना बेमानी है.
उरुग्वे के सुआरेज और कवानी की अटैकिंग जोड़ी बेहतरीन फुटबॉल खेल रही है. रोनाल्डो ने भले ही टूर्नामेंट में 4 गोल किए हैं, लेकिन गाॉडिन के नेतृत्व वाली उरुग्वे डिफेंस ने अभी तक टूर्नामेंट में एक भी गोल नहीं खाया है.
ऐसे में मेसी और रोनाल्डो दोनों के सामने चुनौती बड़ी हैं, लेकिन बड़े खिलाड़ी महान बनने की राह में पड़ने वाले रोड़ों पर ही अपनी राह बनाते हैं.
शायद! इसीलिए हर फुटबॉल प्रेमी और एक्सपर्ट आज के मुकाबलों से अधिक सपने बुन रहा है उस ड्रीम क्वार्टरफाइनल का जिसमें मेसी और रोनाल्डो आमने-सामने होंगे और उस मुकाबले से तय हो जाएगा कि 21वीं सदी का ‘महानतम फुबॉलर कौन’