यदि क्रिकेट की बात की जाए तो भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और आए दिन नयी से नयी प्रतिभा भारत में जन्म ले रही है, ख़ासकर बल्लेबाज़ी में तो भारत का हर जगह डंका बोलता है और भारत की बल्लेबाज़ी का मुक़ाबला बड़े बड़े देश भी नहीं कर पाते हैं, वैसे तो भारत के पास एक से एक महान बल्लेबाज़ हैं पर विराट कोहली, धोनी और रोहित शर्मा की प्रतिभा का लोहा पूरी दुनिया मानती है ।
ऐसे तो भारतीय क्रिकेट टीम में ऐसे कई खिलाड़ी है, जो अपने खले के दम पर लोगों के दिलो में एक अलग ही स्थान बनाया है। आपको बता दे कि मौजूदा समय में अगर सर्वेश्रेष्ठ खिलाडियो की बात की जाये, तो सर्वप्रथम भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का नाम आता है, 2018 में सबसे अधिक रन बनाने का श्रेय सिर्फ विराट कोहली को ही जाता है, पर आज हम जिस क्रिकेटर की बात करने वाले है, वो विराट-धानी से भी खतरनाक बल्लेबाज है, नाम जानकर आप भी हैरानी में पड़ जायेगें।
दरअसल इस बात में कोई दो राय नही है, कि कोहली लगातार खेत जगत में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे है, वहीं दूसरी ओर अगर महेन्द्र सिंह धोनी की बात की जाये, तो ये पहले से ही भारतीय टीम में काफी अधिक लोकप्रिय बन चुके है। जानकारी के लिये बता दे कि धानी भारतीय टीम में मैंच फिनिशर के रोल को बाखूबी अदा करने में माहिर है, पर आज हम जिस बल्लेबाज की बात करने जा रहे है, वो हाल ही में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गये मैंच मैच के दौरान कुछ ऐसी तूफानी पारी खेली, जिसके चलते ये काफी सुर्खियों में बने हुए हैं। आज इस बल्लेबाज की तूफानी पारी को देखते हुए विराट और धोनी की तूफानी बल्लेबाजी याद आ गई है।
आपकी जानकारी के लिये बता दे कि हम बात कर रहे है, ईशान किशन की, जो वानखेड़े स्टेडियम के एक लीग मैच में तूफानी पारी खेलते हुए मात्र 49 गेंदों में 124 रन बनाकर एक एक अपना रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है। आपको बता दे कि इस पारी के दौरान ईशान ने 12 छक्के और 9 चौके भी लगाए हैं, ईशान की तूफानी बल्लेबाजी के कारण इनकी टीम ने मात्र 14 ओवर में ही 204 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया।
इस नए उभरते खिलाड़ी की बल्लेबाज़ी आजकल काफी सुर्खियों में है। इसके अतिरिक्त ईशान ने यह कारनामा दिखाकर भारतीय चयन बोर्ड का ध्यान भी अपनी ओर आकर्षित कर लिया है। इस खिलाड़ी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियाऐं है? क्या आपको लगता है इन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए ? कुछ लोग ये भी कहते हैं कि अभी कुछ भी कहना केवल जल्दबाज़ी के सिवा कुछ नहीं है क्यूँकि एक या दो पारियों से किसी का भी आंकलन नहीं किया जा सकता।