समस्तीपुर। सदर अस्पताल में नशे में धुत इलाज के लिए युवक को भर्ती कराया गया। वह काफी देर तक तमाशा बना रहा। लोग देखते रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उसे हाथ -पैर बांध कर भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया। वह चिल्लाता रहा। सच्चाई जानने के बाद लोग अस्पताल प्रशासन को कोसने लगे। घटना की सच्चाई तस्वीर बयां कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में मंगलवार को कल्याणपुर थाने के लदौड़ा गांव निवासी आलोक कुमार को शराब के नशे में भर्ती कराया गया। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने जांच के बाद कर्मी को दवा देने को कहा। साथ ही नगर पुलिस को सूचना दी।
इलाज के दौरान कूंद फांद करने पर उसका हाथ-पैर बांध कर छोड़ दिया गया। वह चिल्लाता रहा। लोगों का कहना था कि नशा मुक्ति केन्द्र रहने के बाद भी उसे यहां क्यों लाया गया? हालांकि, हाथ-पैर बांधने पर आपत्ति जताई।