एजेंसी/ ढाका : बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और हिंदूओं की हत्याऐं और उनके साथ मारपीट होने की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में कुछ लोगों ने खुद को आईएसआईएस का समर्थक बता दिया है तो दूसरी ओर इन लोगों ने इस्लामिक बांग्लादेश में अपने धर्म का प्रचार बंद करने की धमकी भी दी। इसके बाद चिकित्सालय क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। ढाका में वारी थाना क्षेत्र के ड्यूटी अधिकारी ने कहा कि आरके मिशन की सुरक्षा व्यवस्था को मुस्तैद कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि यहां के पुजारी ने उसकी जान का खतरा होने का अंदेशा जताया था।
ISIS ने धमकी के लिए किया पत्र का इस्तेमाल
दरअसल पुजारी को एक पत्र सौंपा गया था जिसमें आईएसआईएस द्वारा धमकी दी गई थी। यह धमकी ISIS के लैटर हैड पर लिखे पत्र के माध्यम से दी गई थी। पत्र में धमकी देने वाले ने अपना नाम एबी सिद्दीकी लिखा है। दरअसल पत्र में बांग्लादेश को लेकर यह कहा गया कि बांग्लादेश एक इस्लामिक राष्ट्र है जहां पर अन्य धर्मों का प्रचार नहीं हो सकता है। ऐसे में प्रचार करने पर लोगों की हत्या हो जाती है।
इस मामले में एक अधिकारी ने कहा कि पत्र में किसी महीने का उल्लेख नहीं किया गया है। नजीमुद्दीन गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी काॅलेज में गणित के 50 वर्ष के हिंदू प्रोफेसर पर हमलावरों ने हथियारों से जानलेवा हमला कर दिया। देश में कई धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं, हिंदूओं और अल्पसंख्यकों की जान लेने के कारण उग्रवाद विरोधी धरपकड़ अभियान प्रारंभ कर दिया गया। ऐसे में अब तक बारह हजार से अधिक लोगों को पकड़ लिया गया है।