दुनियाभर में फुटबॉल का रोमांच चरम पर है. रूस में जारी फीफा अर्ल्ड का का ग्रुप चरण समाप्त हो गया है. अब टीमों की नजर फाइनल में पहुंचने की ओर हैं. हालांकि फाइनल मुकाबलों की भिड़ंत से पहले वर्ल्ड कप की अहम टीमों को फीफा के एक नियम की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, फाइनल का लंबा रास्ता तय करने से पहले कुछ स्टार खिलाड़ियों के निलंबन का खतरा है. जिन खिलाड़ियों पर निलंबन का खतरा है उनमें अर्जेटीना के लियोनल मेसी, पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और ब्राजील के नेमार जैसे स्टार खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं.
क्या है फीफा का नियम?
फीफा वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के नियम के मुताबिक – “क्वार्टर फाइनल से पहले यदि खिलाड़ियों को दो येलो कार्ड दिखाया जाता है तो उन्हें अगले एक मैच के लिए निलंबित कर दिया जाएगा. यदि क्वार्टर फाइनल के बाद वे रेफरी द्वारा दूसरी बार बुक पाए जाते हैं तो उन्हें सेमीफाइनल से निलंबित कर दिया जाएगा. इसका मतलब है कि कोई भी खिलाड़ी निलंबन के खतरे के साथ सेमीफाइनल में नहीं जाना चाहेगा, जो उन्हें फाइनल मैच से ही निलंबित करा दे.
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, “अर्जेटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी को ग्रुप मैच में नाइजीरिया के खिलाफ आखिरी मिनटों में समय बर्बाद करने को लेकर येलो कार्ड दिखाया गया था. मेसी के अलावा अर्जेटीना के पांच और खिलाड़ियों को येलो कार्ड मिल चुका है. मेसी को अब अगर नॉकआउट में फ्रांस के खिलाफ भी येलो कार्ड मिलता है तो उन्हें क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल के खिलाफ बाहर बैठना पड़ सकता है. हालांकि ऐसा तभी होगा जब दोनों टीमें अगले दौर में पहुंचती हैं.
और भी खिलाड़ियों के नाम
इस सूची में दूसरा नाम पुर्तगाल के सुपरस्टार फुटबालर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का भी है. ईरान से मैच के दौरान उसके डिफेंडर को कोहनी मारने के लिए रोनाल्डो को येलो कार्ड दिया गया था. हालांकि रोनाल्डो टीम के एकमात्र खिलाड़ी नहीं हैं, जिन्हें शनिवार को उरुग्वे के खिलाफ चौंकन्ना रहना होगा, बल्कि उनके पांच टीम साथी भी ग्रुप चरण में रेफरी द्वारा बुक किए जा चुके हैं.
फीफा के नियम की वजह से ये खिलाड़ी भी निशाने पर
मेसी और रोनाल्डो के बाद ब्राजील की तिकड़ी-नेमार, फिलिप कॉटिन्हो और कैसीमिरो पर भी निलंबन का खतरा है. इन खिलाड़ियों को निलंबन से बचे रहने के लिए दो जुलाई को समारा में मेक्सिको के खिलाफ होने वाले नॉकआउट मैच में रेफरी की नजर से बचना होगा. अन्य टीमों की बात करें तो इंग्लैंड के काइल वाल्कर और रूबेन लोफ्तस, बेल्जियम के जान वेर्टोंघन, थॉस मुनियर और केविन डी ब्रूयन को अगले मैचों में सतर्क रहना होगा. स्पेन के खिलाड़ी सर्जियो बुस्केटस को भी येलो कार्ड मिल चुका है.