राष्ट्रीय

आयुष्मान बोले भारत योजना में गड़बड़ी का खुलासा, सूची में यूपी के मंत्री का परिवार भी शामिल

आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) की अभी शुरुआत हुई है कि लाभार्थियों की लिस्ट में गड़बड़ी सामने आने लगी है. जरूरमंदों को इलाज में सहायता पहुंचाने के लिए शुरू इस योजना में मंत्री और उनके परिवार के सदस्यों को भी लाभार्थी बना दिया गया. यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना(Satish Mahana ) के पूरे परिवार को आयुष्मान योजना के लाभार्थी के तौर पर दर्शा दिया गया. जब यह बात मंत्री तक पहुंची तो उन्होंने अब पूरे परिवार का नाम योजना के लाभार्थियों की सूची से हटाने को कहा है. मंत्री का कहना है कि उन्हें नहीं मालुम कैसे उनका नाम जोड़ दिया गया, जबकि वह इस दायरे में नहीं आते हैं. https://mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर मौजूद लिस्ट के मुताबिक सतीश महाना परिवार के कुल छह सदस्य लाभार्थी के रूप में शामिल किए गए हैं. इसमें सतीश महाना, उनकी पत्नी अनीता महाना और करन महाना, राधिका, जाह्वनी तथा नेहा का नाम शामिल है. मंत्री के परिवार का नाम कानपुर नगर की लाभार्थियों की सूची में सरकारी मुलाजिमों ने शामिल किया है. 'आयुष्मान भारत' लॉन्च, PM मोदी बोले- सरकारी पैसे से चलने वाली इतनी बड़ी योजना दुनिया के किसी भी देश में नहीं यूं चेक करें आयुष्मान लाभार्थियों की सूची अगर आप योजना के तहत लाभार्थियों की लिस्ट देखना चाहते हैं तो आपको https://mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा. फिर यहां संबंधित कॉर्नर- PM - Jan Arogya Yojana | Login पर जाकर अपना मोबाइल नंबर डालना होगा. फिर छह अंकों का ओटीपी नंबर मिलेगा. जिसे डालने के बाद आप संबंधित राज्य के ऑप्शन पर जाएं और फिर नामवार या फिर राशन कार्ड संख्या के हिसाब से नामों को ढूंढ सकते हैं. bv3abl08 आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की लिस्ट में शामिल मंत्री सतीश महाना का देखिए नाम क्या है आयुष्मान भारत योजना इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये की कवरेज देना है. इससे 10.74 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे. इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं. वैसे इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है. यह योजना लाभार्थियों को नकदी रहित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगी. इससे अस्पताल में भर्ती होने पर आने वाले खर्च में कमी आएगी जो लोगों को और निर्धन बना देता है. p7hg8od यूपी के मंत्री सतीश महाना की प्रोफाइल. लाभार्थियों की सूची में भी पिता का नाम रामऔतार वर्मा ही है. इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा. पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं.इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आएंगी. नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं. योजना का लाभ करीब 50 करोड़ लोगों को मिलेगा.एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है. शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे. इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे. इस योजना से 27 राज्य जुड़े हैं. दिल्ली, तेलंगाना और ओडिशा ने इस योजना से जुड़ने के लिये मना कर दिया है. योजना से 15000 अस्पताल जोड़े जाएंगे. अभी तक 13 हजार अस्पताल जोड़े गए हैं. माना जा रहा है कि भारत जैसे देश में जहां महंगी होती मेडिकल सेवाएं के बीच आम आदमी को गरीब बना रही हैं, यह योजना मोदी सरकार के लिये गेम चेंजर साबित हो सकती है.

 आयुष्मान भारत योजना की अभी शुरुआत हुई है कि लाभार्थियों की लिस्ट में गड़बड़ी सामने आने लगी है. जरूरमंदों को इलाज में सहायता पहुंचाने के लिए शुरू इस योजना में मंत्री और उनके परिवार के सदस्यों को भी लाभार्थी बना दिया …

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सीजीआइ जस्टिस गोगोई की 4 बड़ी चुनौती, इस पर टिकी है देश की निगाहें

देश के प्रधान न्‍यायाधीश दीपक मिश्रा दो अक्‍टूबर को सेवानिवृत्त हो गए। उनके उत्‍तराधिकारी के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्‍ठ जज जस्टिस रंजन गोगोई तीन अक्‍टूबर को यानी आज नए मुख्‍य न्‍यायाधीश का पदभार संभालेंगे। जस्टिस गोगोई इस पद पर पहुंचने वाले पूर्वोत्‍तर भारत के पहले मुख्‍य न्‍यायधीश होंगे। जस्टिस गोगोई देश के 46वें प्रधान न्‍यायाधीश होंगे और 17 नंवबर, 2019 तक उनका कार्यकाल होगा। आइए जानते हैं कि बतौर सुप्रीम कोर्ट के मुख्‍य न्‍यायाधीश जस्टिस गोगोई के समक्ष क्‍या होंगी बड़ी चुनौतियां। इसके अलावा बतौर सुप्रीम कोर्ट के जज पिछले छह वर्षों के कार्यकाल में उन्‍होंने कई अहम फैसले दिए हैं। इसके चलते वह सुर्खियों में रहे साथ जस्टिस गोगोई के करियर का लेखा-जोखा। क्‍या है नए CJI के समक्ष नई चुनौतियां JAGRAN TOP TEN: टॉप न्‍यूज, आज इन बड़ी खबरों पर बनी हुई है नजर यह भी पढ़ें 1- नए सीजीआइ के समक्ष कामकाज की फेहरिस्‍त में सबसे ऊपर संवदेनशील अयोध्‍या विवाद का मामला है। इसे निपटाना उनके समक्ष एक बड़ी चुनौती होगी। देश के लिए यह एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर सबकी निगाहें होंगी। a- खास बात यह है कि अयोध्‍या मामले में 28 अक्‍टूबर को शीर्ष अदालत की तीन जजों की बेंच सुनवाई शुरू करने जा रही है। इस मामले में नए सीजेआइ गोगाेई को तीन बेंच के लिए जजों का ऐलान करना है। यह मामला पिछले आठ वर्षों से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। अक्टूबर से लागू हो रहे कई बड़े बदलाव, कहीं मिलेगी खुशी तो कहीं लगेगा झटका यह भी पढ़ें 2- पदभार ग्रहण करने के बाद नए सीजेआइ के समक्ष एक और बड़ी चुनौती न्‍यायिक कामकाज की भारी भरकम सूची को निपटाने की होगी। मौजूदा समय में करीब 3.30 करोड़ मामले लंबित पड़े हैं। 3- उनकी दूसरी सबसे बड़ी चुनौती करीब एक दशक से न्‍यायपालिका में जजों के खाली पदों को भरने की है। जजों की कमी के कारण चुनौतियां लगातार बढ़ रही है। इसके अलावा जजों की नियुक्‍‍ित को लेकर न स‍िर्फ सुप्रीम कोर्ट बल्कि हाई कोर्ट में भी नियुक्तियां करना एक चुनौती होगी। खेल, गीत, कथा व अभिनय के माध्यम से पढ़ाएं संस्कृत: जुगरान यह भी पढ़ें 4- सीजेआइ के समक्ष एक और चुनौती होती है केंद्रीय बजट की। देश की न्‍याययिक संस्‍थाओं में बुनियादी ढांचे समेत कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां बजट बढ़ाने की तुरंत चुनौती होगी। 2017-18 में केंद्रीय बजट का महज 0.4 फीसद ही न्‍यायिक व्‍यवस्‍था के लिए मिला है। सुर्खियों में रहे जस्टिस गोगाेई सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में जस्टिस रंजन गोगोई कई पीठों में शामिल रहे। इस दौरान उन्‍होंने कई अहम फैसले भी सुनाए हैं। 1- चुनाव के दौरान उम्‍मीदवारों की संपत्ति, शिक्षा व चल रहे मुकदमों का ब्‍यौरा देने के लिए ओदश देने वाली पीठ में जस्टिस रंजन गोगोई भी शामिल थे। एसी से लीक हुई गैस, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत यह भी पढ़ें 2- मई 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी विज्ञापनों में केवल राष्‍ट्रपति, प्रधानमंत्री और भारत के प्रधान न्‍यायाधीश की तस्‍वीरें ही शामिल हो सकती हैं। इसका मकसद यह सुनिचित करना था कि राजनेता राजनीतिक फायदे के लिए करदाता के पैसे का बेजा इस्‍तेमाल नहीं कर सकें। इस फैसले के खिलाफ एक समीक्षा याचिका दायर की गई थी, जिसमें गोगोई की अध्‍यक्षता वाली पीठ ने सुनवाई की थी। 3- वर्ष 2016 में जस्टिस गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज मार्कंडेय काटजू को अवमानना का नोटिश भेजा था। जस्टिस काटजू ने अपने एक फेसबुक पोस्‍ट में सोम्‍या दुष्कर्म और हत्या मामले में शीर्ष अदालत द्वारा दिए गए फैसले की निंदा की थी। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी को दुष्कर्म का दोषी करार दिया, लेकिन हत्‍या का नहीं। यह फैसला जस्टिस गोगोई की अध्‍यक्षता वाली बेंच ने दिया था। अवमानना नोटिस के बाद जस्टिस काटजू सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए और उन्‍होंने फेसबुक के पोस्‍ट के लिए माफी भी मांगी थी। जिसकी देखभाल में 40 दिन लगा रहा स्टाफ, उसे दो दिन से नहीं मिला इलाज यह भी पढ़ें 4- कोलकाता हाईकोर्ट के जज कर्णन को छह महीने की कैद की सजा सुनाई और असम में राष्‍ट्रीय नागरिकता रजिस्‍टर एनआरसी बनाने वाली पीठ में शामिल रह चुके हैं। जाटों को केंद्रीय सेवा से बाहर रखने वाली पीठ का भी हिस्‍सा रह चुके हैं जस्टिस गोगोई। कौन हैं रजंन गोगाेई इस खिलाड़ी ने सुलभ शौचालय में काटे जिंदगी के 12 साल, अब मिला सरकार से सम्मान यह भी पढ़ें जन्‍म : 18 नवंबर 1954 को असम के डिब्रूगढ़ में हुआ। शिक्षा : उनकी शुरुआती शिक्षा डॉन वास्‍को स्‍कूल में हुई। इंटरमीडिएट की पढ़ाई काटेन कॉलेज गुवाहटी से हुई । दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के सेंट स्‍टीफन कॉलेज से इतिहास में स्‍नातक की शिक्षा पूरी की। इसके बाद डीयू से कानून की डिग्री हासिल की। आधी रात 'किसान घाट' पर खत्म हुई किसान क्रांति पदयात्रा, UP-उत्तराखंड लौटने लगे लोग यह भी पढ़ें करियर : 1978 में गुवाहाटी हाईकोर्ट में बतौर वकील करियर की शुरुआत की। 28 फरवरी 2001 को गुवाहटी हाईकोर्ट का जज बनाया गया। इसके बाद 9 सितंबर 2010 को उनका तबादला पंजाब एवं हरियाणा होईकोर्ट में हो गया। 12 फरवरी 2011 को वह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्‍य न्‍यायाधीश के रूप में नियुक्ति हुए। इस पद पर वह करीब एक वर्ष तक रहे। 23 अप्रैल 2012 काे वह सुप्रीम कोर्ट के जज बने।

देश के प्रधान न्‍यायाधीश दीपक मिश्रा दो अक्‍टूबर को सेवानिवृत्त हो गए। उनके उत्‍तराधिकारी के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्‍ठ जज जस्टिस रंजन गोगोई तीन अक्‍टूबर को यानी आज नए मुख्‍य न्‍यायाधीश का पदभार संभालेंगे। जस्टिस गोगोई इस पद …

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अक्टूबर से लागू हो रहे कई बड़े बदलाव जानिए

त्योहारी सीजन से ठीक पहले आज (एक अक्टूबर) से कई बड़े बदलाव हो रहे हैं। इसमें कुछ चीजें आपके लिए लाभदायक होंगी तो कुछ से आपको झटका भी लगेगा। हालांकि, एक बाद तय है कि ये बदलाव हर किसी के जीवन को किसी न किसी तरह प्रभावित करने वाले हैं। ये बदलाव आपके जीवन पर कैसा असर डालेंगे, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर... 1. ऑनलाइन शॉपिंग होगी महंगी त्योहार से ठीक पहले ऑनलाइन शॉपिंग का मन बना रहे लोगों के लिए ये सबसे बड़ा झटका है। अमूमन त्योहारों, विशेषकर दीपावली पर लोग काफी शॉपिंग करते हैं। ई-कॉमर्स कंपनियां भी इस मौके को भुनाने के लिए कई आकर्षक ऑफर देते हैं। ऐसे में इस बार शॉपिंग का मजा थोड़ा किरकिरा होने वाला है। दरअसल, गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) कानून के अंतर्गत टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स (TDS) और टैक्स कलेक्टेड एट सोर्स (TCS) के प्रावधान लागू हो गए हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों को TCS के कलेक्शन के लिए उन सभी जगहों पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जहां उसके सप्लायर मौजूद हैं। आधी रात 'किसान घाट' पर खत्म हुई किसान क्रांति पदयात्रा, UP-उत्तराखंड लौटने लगे लोग यह भी पढ़ें 2. LPG सिलेंडर के बढ़े दाम महंगाई डायन ने पेट्रोल डीजल के बाद अब एलपीजी गैस सिलेंडर को भी अपनी चपेट में ले लिया है। सरकार ने घरेलू सब्सिडी गैस सिलेंडर की कीमत में भी इजाफा कर दिया है। सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर की कीमत में 2.89 रुपए की वृद्धि हुई है। सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर अब 499.51 रुपये के बजाय 502.40 रुपये का मिलेगा। वही गैर सब्सिडी सिलेंडर की कीमत में 59 रुपए प्रति सिलेंडर का इजाफा हुआ है। गैर सब्सिडी सिलेंडर की कीमत 820 से बढ़कर 879 रुपए प्रति सिलेंडर हो गई है। कीमतों में इजाफा रविवार मध्य रात्रि से लागू कर दिया गया है। किसानों को मंजूर नहीं सरकार का आश्वासन, नरेश टिकैत ने कहा- जारी रहेगा आंदोलन यह भी पढ़ें 3. सीएजी भी हुई महंगी त्योहारों से ठीक पहले सीएनजी के दाम भी बढ़ गए हैं। दिल्ली में सीएनजी के दाम में 1.70 रुपए प्रति किलोग्राम और नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में 1.95 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई है। रेवाड़ी में 1.80 रुपए प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी हुई है। इंद्रप्रस्थ गैस लिमिडेट (आइजीएल) ने बताया कि सीएनजी के बढ़े हुए दाम 30 सितंबर की आधी रात से लागू हो गए हैं। कीमत में बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में सीएनजी 44.30 रुपए प्रति किलोग्राम मिलेगी और नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में अब 51.25 रुपए प्रति किलोग्राम मिलेगी जबकि रेवाड़ी में 54.05 रुपए प्रति किलोग्राम मिलेगी। किसान क्रांति यात्रा: केंद्र और प्रदेश के मंत्रियों की ओर उछाला गया जूता, जमकर हुई नारेबाजी यह भी पढ़ें 4. पहले से ज्यादा ब्याज अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए छोटी बचत पर ब्याज दरें बढ़ने जा रही हैं। इसके तहत सुकन्या समृद्धि स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), किसान विकास पत्र (KVP) और पोस्ट ऑफिस की कई योजनाओं पर पहले से 0.40 फीसदी तक ज्यादा ब्याज दिया जाएगा। AIIMS के डॉक्टरों ने ढूंढ़ निकाला 'इलाज', आप भी दे सकते हैं बुढ़ापे को मात यह भी पढ़ें 5. दिल्ली परिवहन विभाग में सब कुछ ऑनलाइन परिवहन विभाग में सभी सेवाएं सोमवार से ऑनलाइन कर दी गई हैं। अब मैनुअल तरीके से आवेदन भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। लोग डोर स्टेप डिलीवरी की सेवा भी ले सकेंगे। ऑनलाइन सेवाओं में वाहन का मालिकाना हक स्थानांतरण, लाइसेंस आवेदन, वाहन पंजीकरण प्रमाण-पत्र में परिवर्तन, दूसरे राज्य में वाहन बेचने के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र, रोड टैक्स का भुगतान, व्हीकल फिटनेस फीस और फैंसी पंजीकरण संख्या का आवंटन भी शामिल है। इसके अलावा वाहनों के चालान से लेकर, फीस जमा करना आदि भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। दिल्ली परिवहन विभाग सोमवार से सभी 13 अथॉरिटी में ऑटो फिटनेस का कार्य शुरू कर देगा। अभी तक यह कार्य बुराड़ी अथॉरिटी में किया जाता था। अब जिस जोन में ऑटो पंजीकृत होगा उसी जोन की अथॉरिटी में फिटनेस की जाएगी। 6. चुनावी चंदा दे सकेंगे आगामी चुनावों से ठीक पहले किसी राजनीतिक पार्टी को चंदा देने के लिए आप इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) खरीद सकेंगे। इलेक्टोरल बॉन्ड की बिक्री 10 अक्टूबर तक जारी रहेगी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआइ) को इलेक्टोरल बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है। 7. कॉल ड्रॉप पर जुर्माना मोबाइल पर फोन करने के दौरान होने वाली कॉल ड्रॉप को फिर से रोकने की दिशा में ट्राई ने कहा है कि नए पैरामीटर के प्रभाव में आने से मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों पर भारी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। कॉल ड्रॉप की परिभाषा में 2010 के बाद पहली बार बदलाव किया गया है। 8. कर्ज लेना होगा महंगा पंजाब नैशनल बैंक (PNB) ने छोटी और लंबी अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर दरों में 0.2 फीसदी तक बढ़ोतरी की है। इसके बाद पीएनबी से ऑटो और पर्सनल लोन लेना महंगा हो सकता है।

त्योहारी सीजन से ठीक पहले आज (एक अक्टूबर) से कई बड़े बदलाव हो रहे हैं। इसमें कुछ चीजें आपके लिए लाभदायक होंगी तो कुछ से आपको झटका भी लगेगा। हालांकि, एक बाद तय है कि ये बदलाव हर किसी के …

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बड़ा ऑफर, अपने बच्चे के नाम जमा करें 1820 रुपए बस इतने दिन बाद मिलेगे पूरे 13 लाख 24 हजार

LIC ने कुछ ही समय पहले नए प्लान के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि LIC एक ऐसे प्लान पर काम कर रहा है जिससे सभी ग्राहकों को फायदा हो सके। LIC ने उसी को ध्यान में रखते …

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 केबीसी-10 : इस सवाल के जवाब ने बिनीता जैन को बना दिया करोड़पति, लेकिन…

मशहूर टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी-10) के 10वें सीजन में मंगलवार को सप्तकोटि एपिसोड खेला गया। असम की बिनीता जैन ने शानदार तरिके से खेलते हुए एक करोड़ की राशि जीतकर सीजन की पहली करोड़पति बनी। बिनीता जैन सात करोड़ भी जीत सकती थी, लेकिन आखिरी सवाल का सही अनुमान लगाने के बावजूद भी वो ये राशि नहीं जीत सकी। बिनीता सोमवार को 25 लाख रुपये जीत चुकी थी जिसके बाद अगले दिन मंगलवार को गेम जारी रहा। विनीता ने यहां पर 1 करोड़ के साथ ही महिंद्रा मराजो भी जीती। क्या था एक करोड़ का सवाल हॉट सीट पर बैठी थी असम की बिनीता जैन... और सामने था एक करोड़ का सवाल। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने बिनीता से 15वां सवाल किया। भारत में किस मामले को सर्वोच्च न्यायालय के 13 न्यायाधीशों की सबसे बड़ी संविधान बेंच द्वारा सुनाया गया था? A. गोलकनाथ केस B. अशोक कुमार ठाकुर केस JAGRAN TOP TEN: टॉप न्‍यूज, आज इन बड़ी खबरों पर बनी हुई है नजर यह भी पढ़ें C. शाह बानो केस D. केशवानंद भारती केस अक्टूबर से लागू हो रहे कई बड़े बदलाव, कहीं मिलेगी खुशी तो कहीं लगेगा झटका यह भी पढ़ें एक करोड़ की राशि के लिए बिनीता जैन कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहती थी। इसीलिए काफी सोच समझकर उन्होंने अमिताभ बच्चन से ऑप्शन डी केशवानंद भारती केस को लॉक करने को कहा। कंप्यूटर पर जैसे ही ऑप्शन डी लॉक हुआ तभी अमिताभ बच्चन ने जोर से कहा... 1 करोड़... इतना सुनते ही बिनीता भी खुशी से चिल्ला उठी। सीजन की पहली करोड़पति बनने की खुशी उनके चेहरे पर साफ देखी जा रही थी। उनकी आंखों में उतरे खुशी के आंसू कैमरे से नहीं छिप पाए। 7 करोड़ जीतने से चूक गई बिनीता एक करोड़ जीतने के बाद बिनीता से शो का आखिरी और सात करोड़ का सवाल किया गया। खेल, गीत, कथा व अभिनय के माध्यम से पढ़ाएं संस्कृत: जुगरान यह भी पढ़ें 1867 में किसने पहला स्टॉक टिकर का अविष्कार किया था? जानें, नए CJI जस्टिस गोगोई की 4 बड़ी चुनौती, लेकिन इस पर टिकी है देश की निगाहें यह भी पढ़ें A. एडवर्ड कैलहन B. थॉमस एडिसन एसी से लीक हुई गैस, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत यह भी पढ़ें C. डेविल गेस्टेटनर D. रॉबर्ट वार्कले जिसकी देखभाल में 40 दिन लगा रहा स्टाफ, उसे दो दिन से नहीं मिला इलाज यह भी पढ़ें बिनीता को इस सवाल पर थोड़ा कन्फ्यूजन हुआ। इसीलिए उन्होंने गेम क्विट करने का फैसला किया। हालांकि गेम छोड़ने के बाद बिनीता ने जब सवाल का अनुमान लगाया तो उनका जवाब बिल्कुल सही था। बिनीता ने ऑप्शन ए एडवर्ड कैलहन पर अनुमान जताया था।

मशहूर टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (केबीसी-10) के 10वें सीजन में मंगलवार को सप्तकोटि एपिसोड खेला गया। असम की बिनीता जैन ने शानदार तरिके से खेलते हुए एक करोड़ की राशि जीतकर सीजन की पहली करोड़पति बनी। बिनीता जैन सात …

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जानें, नए CJI जस्टिस गोगोई की एक बड़ी चुनौती, इस पर टिकी है देश की निगाहें

देश के प्रधान न्‍यायाधीश दीपक मिश्रा दो अक्‍टूबर यानी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके उत्‍तराधिकारी के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्‍ठ जज जस्टिस रंजन गोगोई तीन अक्‍टूबर को नए मुख्‍य न्‍यायाधीश का पदभार संभालेंगे। जस्टिस गोगोई इस पद …

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‘सीआरपीएफ बंकर पर लिखा फोन नंबर मिलाया और बदल गई मेरी जिंदगी’

मेरे लिए सीआरपीएफ एक फोर्स नहीं बल्कि खुदा की ओर से भेजी गई फरिश्ता है। जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिला में रफियाबाद के निवासी मंजूर अहमद मीर अपने घर के आंगन में बैठे कहते हैं कि भालू के हमले के बाद …

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KBC 10: बिनीता जैन की दर्द भरी दास्तां.. 15 साल से कर रही हैं पति का इंतजार

फेमस टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति के 10वें सीजन को आज पहला करोड़पति उम्मीदवार मिलने जा रहा है। असम की बिनीता जैन एक करोड़ की राशि जीतकर मंगलवार को जैकपॉट सवाल खेलेंगी। हालांकि अभी यह मालूम नहीं है कि उन्होंने …

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1967 में वो आज ही का दिन था, जब चीनी सैनिक भारतीय जवानों को पीठ दिखाकर भागे थे

सिक्किम से लगते इलाके डोकलाम में चीन की गुस्ताखी तो आपको याद ही होगी। साल 2017 में चीन ने डोकलाम क्षेत्र में न सिर्फ माहौल खराब किए रखा, बल्कि बार-बार 1962 युद्ध की याद भी भारत को दिला रहा था। …

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सुनामी प्रभावित इडोनेशिया की मदद के लिए आगे आया भारत, भेजी राहत सामग्री

इंडोनेशिया में पिछले दिनों भूकंप के बाद आई सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक अभी तक मरने वालों की संख्या 900 के करीब पहुंच गई है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका …

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