असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि मसूद अजहर को काली सूची में डालना ‘दिखावटी चीज’ है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव में पठानकोट, उरी या अन्य आतंकी हमलों का कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मसले पर समझौता किया है और जानना चाहा कि इस विषय पर चीन के साथ क्या करार किया गया है।