राष्ट्रीय

उत्कृष्ट योजना के तहत कालका मेल बनी नए कलर की पहली ट्रेन

रेलवे ने ट्रेनों का लुक एंड फील बदलने के लिए पुराने किस्म के डिब्बों वाले यानी आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों का रंग रोगन और सुविधाओं को बेहतर बनाना शुरू कर दिया है. इस कवायद को उत्कृष्ट योजना का नाम दिया गया है. उत्कृष्ट योजना के तहत पहली ट्रेन कालका मेल को नई कलर स्कीम के साथ चलाया जा रहा है. 2000 ट्रेनों के कलर में किया जा रहा है बदलाव बाहर से देखने पर यह ट्रेन एकदम अलग नजर आती है, क्योंकि इसका रंग अब हल्का पीला किया गया है. जिसको लोग पसंद कर रहे हैं, उत्कृष्ट योजना के तहत देशभर में चलने वाली तकरीबन 2000 ट्रेनों की कलर स्कीम में बदलाव किया जा रहा है. कोच में किए गए ये बदलाव उत्कृष्ट योजना के तहत पुराने किस्म के आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों को नई सुविधाओं और रंग रोगन के साथ उतारा जा रहा है. इसके तहत चालू वित्त वर्ष में 640 ट्रेनों को बदला जाएगा. रेलवे बोर्ड के मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल के मुताबिक हावड़ा दिल्ली कालका देश की पहली ऐसी ट्रेन हो गई हैस जिसको उत्कृष्ट योजना के तहत सजाया संवारा गया है. उन्होंने बताया कि पूरी ट्रेन को ग्लासी और कलरफुल विनाइल रैपिंग से सजाया गया है. हर डिब्बे में एलईडी लाइटिंग लगाई गई है. डिब्बों के अंदर स्टेनलेस स्टील पैनलिंग और एंटी स्किड फ्लोरिंग के साथ स्टेनलेस स्टील का डस्टबिन भी रखा गया है. बाथरूम में बड़े-बड़े शीशे लगाए गए हैं. शौचालयों का नवीनीकरण ट्रेनों में हाईब्रिड डिजाइन बायो डायलेट लगाया गया है और इसको स्वच्छ रेल टॉयलेट का नाम दिया गया है. इसमें पूरी कोशिश की गई है नई तकनीक का इस्तेमाल करके दुर्गंध को कम से कम रखा जाए. मेंबर रोलिंग स्टॉक राजेश अग्रवाल ने बताया कि कालका मेल को नया रंग रूप देने में 60 लाख रुपये का खर्च आया है. यात्रियों को मिलेगी यह सुविधाएं कालका मेल के स्लीपर क्लास में अंदर का रंग बदला गया है तो वहीं थर्ड एसी, सेकंड एसी, हॉर्स फर्स्ट क्लास में अलग-अलग तरीके की सुविधाएं दी गई हैं. हर डिब्बे में ब्रेल लिपि में दृष्टि बाधित लोगों को सहायता करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं. हर एक डिब्बे के अंदर डिजिटल बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें तमाम तरह की जानकारी रहती हैं. मोबाइल चार्जिंग के लिए यूरोपियन और इंडियन दोनों तरह के स्विच लगाए गए हैं. जिससे लोगों को अपने मोबाइल को चार्ज करने में आसानी रहे.

रेलवे ने ट्रेनों का लुक एंड फील बदलने के लिए पुराने किस्म के डिब्बों वाले यानी आईसीएफ कोच वाली गाड़ियों का रंग रोगन और सुविधाओं को बेहतर बनाना शुरू कर दिया है. इस कवायद को उत्कृष्ट योजना का नाम दिया गया है. …

Read More »

केरल में अब ‘डे चक्रवात’ का खतरा, 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच 'डे चक्रवात' आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इससे दक्षिण-पूर्वी हिस्से में तूफान या चक्रवात आ सकता है. इसलिए केरल में मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है. राज्य के 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इस बारे में केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा है कि मौसम विभाग ने श्रीलंकाई तट के करीब अरब सागर में कम दबाव वाले क्षेत्र के बारे में चेतावनी जारी की है. चक्रवात का केंद्र लक्षद्वीप के तट के पास होगा. इसलिए राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने मछुआरों को 6 से 8 अक्टूबर के बाद समुद्र में नहीं जाने के निर्देश दिए हैं. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक... मुख्यमंत्री पी विजयन ने आगे बताया कि चक्रवात को देखते हुए मछुआरों को 5 अक्टूबर तक सुरक्षित वापस लौटने की सलाह दी गई है. हमने 7 जिलों में 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है. डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के साथ बैठक की है. केंद्र से एनडीआरएफ की 5 कंपनियों को मदद के लिए आने कहा है. कहां-कहां बारिश की संभावना... मौसम विभाग ने तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी गरज के साथ छीटें पड़ने के आसार हैं. बाढ़ से तबाह हो गया था केरल... केरल में कुछ दिनों पहले भारी बारिश और बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई थी. इसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी. जबकि केरल का बुनियादी ढांचा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. रिपोर्ट्स के अनुसार, 45,000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर धान, केला, मसाले और अन्य फसलें खराब हो गई थीं.

भीषण बाढ़ के बाद केरल पर अब फिर मौसम कहर बरपा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर में 6 से 8 अक्टूबर के बीच ‘डे चक्रवात’ आ सकता है. इससे केरल समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने …

Read More »

क्रूज पर छुट्टी मनाने गए 1300 भारतीयों ने यूं कटाई देश की नाक

हमारे देश के लोग दुनियाभर में अपने सभ्य व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि भारतीय जहां भी जाते हैं वहां अपनी छाप छोड़ जाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए 1300 भारतीयों ने ऐसा कारनामा किया है जो पूरे देश के लिए शर्मिंदगी का सबब बन गया है। दरअसल, तंबाकू कंपनी में काम करने वाले 1300 भारतीय रॉयल कैरेबियन सी में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए थे। भारतीय कर्मचारियों का ये दल 6 सितंबर को तीन दिन के लिए रवाना हुआ था। लेकिन भारतीय कर्मचारियों की वजह से क्रूज पर सवार अन्य विदेशी यात्री छुट्टियों का लुत्फ नहीं ले सके। कहा जा रहा है कि यहां भारतीय कर्मचारियों ने जमकर हंगामा काटा। भारतीय देर रात तक पार्टी करते रहे। यहीं नहीं, उन्होंने पार्टी में डांस के लिए अर्धनग्न कपड़ों में बार बालाएं भी बुलाई थीं। कुछ विदेशियों ने बताया कि कुछ भारतीय बार और बफे पर भी टूट पड़े। तीन हजार की क्षमता वाले क्रूज पर सवार अन्य यात्रियों ने भारतीयों की इस हरकत की काफी आलोचना की है। 'हर रात बार डांसर लाते थे कर्मचारी' कुछ यात्रियों ने एक ऑस्ट्रेलियाई नेटवर्क को दिए इंटरव्यू में अपने खराब अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि तीन दिन की यात्रा में भारतीय कर्मचारी हर रात कुछ बार डांसर को लेकर आते थे। बार डांसर ने बहुत कम कपड़े पहने हुए थे। भारतीय दल इनके साथ डेक पर देर रात तक हंगामा करते थे। अन्य यात्रियों ने ये भी बताया कि भारतीयों ने डांसर के साथ अभद्र व्यवहार भी किया और उनकी तस्वीर और डांस का विडियो अपने फोन में शूट किया। कहा जा रहा है कि शिकायत के बाद क्रूज कंपनी से यात्रियों का पैसा रिफंड कर दिया है।

हमारे देश के लोग दुनियाभर में अपने सभ्य व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि भारतीय जहां भी जाते हैं वहां अपनी छाप छोड़ जाते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में क्रूज पर छुट्टियां मनाने गए 1300 …

Read More »

पुतिन की भारत यात्रा से आखिर क्‍यों बौखलाएं है ड्रैगन व पाक, जानिए कारण

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर देश की ही नहीं, बल्कि चीन और पाकिस्‍तान समेत दुनिया की नजरें हैं। आप जानते हैं क्‍यों। आइए, हम आपको बताते हैं वह खास वजह, जिसके चलते हमारे पड़ोसी मुल्‍कों की नजर इस यात्रा पर टिकी है। दरअसल, इस यात्रा के दौरान दोनों देशाें के बीच एस - 400 वायु प्रतिरक्षा प्रणाली सौदे पर करार होेना है। यह करार पांच अरब डॉलर की राशि से ज्यादा का होगा। अगर यह सौदा हुआ तो देश की प्रतिरक्षा कवच और सुदृढ़ और अभेद्य हो जाएगी। इससे कहीं न कहीं पड़ोसी मुल्‍क कमजोर होंगे। इसके अलावा पुतिन अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। दोनों नेता ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के मद्देनजर कच्चे तेल की स्थिति समेत विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि अगर सेना के बेड़े में एस 400 ट्रायम्‍फ एयर डिफेंस सिस्‍टम शामिल हुआ तो इसके क्‍या दूरगामी परिणाम होंगे। हमारी रक्षा प्रणाली कितनी मजबूत होगी। यह कैसे काम करेगा। जी हां, इस डिफेंस सिस्‍टम से भारत की सुरक्षा निगरानी बेहद मजूबत हो जाएगी। भारतीय सेना दुश्‍मन की हर गतिविधियों पर पैनी नजर रख सकेगी। इसका अंजदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज तीन एस 400 ट्रायम्‍स से पाकिस्‍तान के चप्‍पे-चप्‍पे पर सेना के जवान नजर रख सकेंगे। इसकी सूचना से पाकिस्‍तान के हर हमले को प्रहार के पूर्व ही विफल किया जा सकता है। उसके लड़ाकू विमानों और ड्रोन्‍स को आसानी को आसानी से गिराया जा सकता है। इस रक्षा सस्टिम की खूबियां 1- एक साथ 100 से 300 लक्ष्‍यों को ट्रैक करने में कुशल दरअसल, एस-400 लंबी दूरी का जमीन से हवा में मार करने वाला एक मिसाइल सिस्टम है, जिसे रूस ने बनाया है। ये एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। अपनी खूबियों के कारण ही इस सिस्‍टम पर चीन अौर पाकिस्‍तान की नजर है। यह रक्षा प्रणाली बेहत संवदेनशील और उच्‍च क्षमता वाले रडार से युक्‍त है। इसलिए इसकी निगरानी क्षमता बेजोड़ है। यह रडार दुश्‍मन की हर गतिविधि पर नजर रखने में सक्षम है। यह एक साथ 100 से 300 लक्ष्‍यों को ट्रैक कर सकता है। यानी एस-400 ट्रायम्‍फ मिसाइल एक साथ 100 हवाई खतरों को भांप सकता है और अमेरिका निर्मित एफ-35 जैसे 6 लड़ाकू विमानों को दाग सकता है। क्रूज पर छुट्टी मनाने गए 1300 भारतीयों ने यूं कटाई देश की नाक.. विदेशी बोले- शर्मनाक यह भी पढ़ें यह सिस्‍टम मोबाइल कमांड सेंटर से लैस है। इसके चलते कमांड पोस्‍ट पर तैनात हथियार परिचालक अपने साथी सुरक्षाकर्मी से वार्ता कर सकते हैं। इसका फायर कंट्रोल रडार तत्‍काल फैसला लेने में मददगार होता है। लक्ष्‍य सुनिश्चित होने पर कमांड सेंटर फायर कंट्रोल रडार को मिसाइल लांच करने के आदेश देता है। इसकी रफ्तार 17000 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस मिसाइल की रफ्तार वर्तमान में मौजूदा किसी भी विमान से ज्‍यादा है। 2- 600 किलोमीटर तक निगरानी रखने में सक्षम उपकरण सतह से आकाश में यह 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर अपना लक्ष्‍य भेदने में सक्षम है। मिसाइल दागने की क्षमता में एस 400 ट्रायम्‍फ बाकी रक्षा प्रणाली से ढाई गुना अधिक है। सतह से एस 400 ट्रायम्‍फ करीब 600 किलोमीटर तक निगरानी कर सकता है। 400 किलोमीटर दूर से यह दुश्‍मन के मिसाइल को मार गिराने की क्षमता रखता है। यह दुश्‍मन के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइल और ड्रोन्‍स को नष्‍ट करने में पूरी तरह से सक्षम है। यानी 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर यह हमला कर सकता है 3- मस्‍ट में एक साथ 72 मिसाइलें एक साथ प्रत्‍येक एस 400 ट्रायम्‍फ में आठ मिसाइल लांचर होते हैं। इससे 400 मिसाइलों को लांच किया जा सकता है। इसमें एक कमांड सेंटर और उच्‍च क्षमता वाला रडार होता है। यह मस्‍ट युक्‍त होता है। इस मस्‍ट में 72 मिसाइलें आ सकती है। भारत की मिसाइल डिफेंस क्षमता भारतीय सेना के पास तीन प्रकार की मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम है। पहला- स्‍पाइडर, इसकी क्षमता 15 किलोमीटर है। इसकी प्रहार क्षमता 15 किमी है। यह दुश्‍मन की हरकतों पर नजर रख सकता है। सेना ने 1800 स्‍पाइडर का आर्डर दिया है। दूसरा, आकाश है। इसकी क्षमता स्‍पाइडर से अधिक है। यह 25 किलोमीटर दूर तक दुश्‍मन की हर हरकत पर नजर रखने में सक्षम है। तीसरा, बराक है। यह 25 किलोमीटर तक दुश्‍मन की सभी गतिविधियों पर निगरानी कर उनके मंसूबों को नष्‍ट कर सकता है। यह पांच मिनट के भीतर मिसाइल की फायरिंग को रोकने में सक्षम है। JAGRAN TOP TEN: टॉप न्‍यूज, आज इन बड़ी खबरों पर बनी हुई है नजर यह भी पढ़ें चीन और तुर्की के बाद भारत डील करने वाला तीसरा देश चीन और तुर्की के बाद रूस के साथ एस-400 डील करने वाला भारत तीसरा मुल्‍क है। यानी भारत दुनिया का तीसरा मुल्‍क बन गया है जिसके पास यह मिसाइल सिस्टम मौजूद होगा। सऊदी अरब के साथ भी इस मिसाइल सिस्टम की खरीद को लेकर बात चल रही है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा पर देश की ही नहीं, बल्कि चीन और पाकिस्‍तान समेत दुनिया की नजरें हैं। आप जानते हैं क्‍यों। आइए, हम आपको बताते हैं वह खास वजह, जिसके चलते हमारे पड़ोसी मुल्‍कों की …

Read More »

पेट्रोल-डीजल भरवाने पर मिलेगा 7500 रुपये तक का कैशबैक, जानिए कैसे

पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राहकों की इसी परेशानी को कम करने के लिए मोबाइल वॉलेट कंपनियों ने कुछ ऑफर्स पेश किए हैं। PhonePe, पेटीएम और मोबिक्विक ग्राहकों को पेट्रोल-डीजल की खरीद पर कैशबैक उपलब्ध करा रहे हैं। इसके तहत ग्राहकों को 7500 रुपये तक का कैशबैक दिया जाएगा। PhonePe पर चल रहे ऑफर की डिटेल्स: PhonePe के जरिए पेट्रोल और डीजल खरीदने पर ग्राहकों को प्रतिदिन 40 रुपये का कैशबैक दिया जाएगा। यह ऑफर तब ही वैध होगा जब ग्राहक इंडियन ऑइल या हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पप से पेट्रोल और डीजल खरीदेंगे। साथ ही उन्हें 100 या इससे ज्यादा का पेमेंट PhonePe से करना होगा। ऐसा करने से ग्राहक को 40 रुपये का कैशबैक मिलेगा। आपको बता दें कि यह फायदा एक दिन में एक ही बार मिलेगा। ग्राहक पेट्रोल पंप पर या तो क्यूआर कोड स्कैन कर या फिर PhonePe ऐप से पेमेंट कर सकते हैं। आपको बता दें कि PhonePe की यह सुविधा इंडियल ऑयल के कुछ चुनिंदा आउटलेट्स पर 31 दिसंबर तक उपलब्ध है। ध्यान रहे यह कैशबैक पेमेंट करने के 24 घंटे बाद ही मिलेगा। BSNL दे रहा फ्री Amazon Prime मेंबरशिप, जानें कैसे उठाएं ऑफर का लाभ यह भी पढ़ें Paytm पर चल रहे ऑफर की डिटेल्स: पेटीएम के जरिए पेट्रोल और डीजल खरीदने पर 7500 रुपये तक का कैशबैक दिया जा रहा है। यह ऑफर 1 अगस्त 2019 तक उपलब्ध है। इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए ग्राहकों को चुनिंदा पेट्रोल पंप पर कम से कम 50 रुपये का पेमेंट करना होगा। ऐसा करने के बाद ग्राहक इस कैशबैक स्कीम का हिस्सा बन पाएंगे। एक WhatsApp अकाउंट को 2 स्मार्टफोन पर चलाने के लिए अपनाएं ये Steps यह भी पढ़ें Mobikwik की ऑफर डिटेल्स: Mobikwik के जरिए पेट्रोल पंप पर 50 रुपये का पेमेंट करने पर ग्राहकों को एक महीने में 25 फीसद तक का सुपरकैश दिया जाएगा। यह ऑफर 31 दिसंबर तक वैध है। इस ऑफर में सुपरकैश की लिमिट 100 रुपये है।

पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से आम आदमी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राहकों की इसी परेशानी को कम करने के लिए मोबाइल वॉलेट कंपनियों ने कुछ ऑफर्स पेश किए हैं। PhonePe, पेटीएम और मोबिक्विक …

Read More »

बिहार में अब पुलिस बेच रही शराब, जाने पूरा मामला…

बिहार में शराब बंदी है. लोग चोरी-छिपे इस कारोबार को कर रहे हैं. वहीं, अब वहां पुलिस द्वारा शराब बेचने के मामले सामने आ रहे हैं. बिहार में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना प्रभारी लक्ष्मी नारायण महतो और सहायक अवर …

Read More »

मायावती के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, भावुकता में लोग खट्टी-मीठी चीजें कह जाते हैं

बसपा सुप्रीमो मायावती के कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाने और दो राज्यो में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया आ गई है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, एक समय लोग भावुकता में आकर खट्टी-मीठी चीजें …

Read More »

नंदी बोले जरूरी यह है कि हम विरासत में क्या छोड़ जाएंगे

15 सितंबर से चल रहे दैनिक जागरण के 'मेरा भारत स्वच्छ' अभियान का मंगलवार को केपी कालेज मैदान पर भव्य समापन हुआ। विभिन्न स्कूलों के बच्चों से लेकर टेक्नोक्रेट्स, अ‌र्द्धसैनिक बल के जवानों, युवाओं, महिलाओं, समाजसेवियों और समाज के प्रबुद्ध वर्ग ने हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई और युवाओं ने उत्साह भरा। करीब पांच हजार से अधिक युवाओं को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि वे दैनिक जागरण के उस स्लोगन से बेहद प्रभावित हैं। जिसमें कहा गया है कि जरूरी यह नहीं कि आपको विरासत में क्या मिला, जरूरी है कि आप विरासत में क्या छोड़कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि खुद उनका जीवन बेहद संघर्ष भरा रहा। थ्री-व्हीलर चलाकर उन्होंने जिंदगी की शुरूआत की और आज इस मुकाम पर हैं। आज शाहरूख खान से लेकर अमिताभ बच्चन तक उन्हें अपने यहां आमंत्रित करते हैं। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि वे समस्या को चुनौती के रूप में लें, इससे समस्या सुलझती जाएगी। 2014 में इसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरूआत की तो पूरे देश में बदलाव आ गया। नेता अभिनेता से लेकर आम जन तक ने हाथ में झाड़ू उठा ली। नतीजा आज सबके सामने है। इलाहाबाद स्पोर्टिंग फुटबॉल अकादमी को खिताब यह भी पढ़ें दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी जगदीश जोशी ने कहाकि दैनिक जागरण परिवार द्वारा 25 शहरों में 15 सितंबर से लेकर दो अक्टूबर तक 'मेरा भारत स्वच्छ' अभियान चलाया गया। स्वच्छता के सिपाहियों का सम्मान, स्वच्छता की पाठशाला, स्वच्छता की संगिनी और कूड़ा उठा अभियान को जोरदार सफलता मिली। युवाओं को इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भानुचंद्र गोस्वामी ने भी संबोधित किया और स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया। दैनिक जागरण ने लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले दैनिक जागरण के डीजीएम मनीष चतुर्वेदी और संपादकीय प्रभारी जगदीश जोशी ने मुख्य अतिथि समेत अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया।

‘मेरा भारत स्वच्छ’ अभियान का मंगलवार को केपी कालेज मैदान पर भव्य समापन हुआ। विभिन्न स्कूलों के बच्चों से लेकर टेक्नोक्रेट्स, अ‌र्द्धसैनिक बल के जवानों, युवाओं, महिलाओं, समाजसेवियों और समाज के प्रबुद्ध वर्ग ने हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री …

Read More »

अब क्यूआर कोड से होगा आधार का वेरिफिकेशन, सरकार ने उठाया यह कदम

सरकार आधार वेरिफिकेशन के लिए ऑफलाइन प्रोसेस के इस्तेमाल को बढ़ावा देने जा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में आधार को संवैधानिक तौर पर वैध बताया। कोर्ट ने सब्सिडी लेने के लिए आईटी रिटर्न भरने के लिए …

Read More »

मायावती ने कांग्रेस को दिया तगड़ा झटका, मध्य प्रदेश-राजस्थान में गठबंधन नहीं

मायावती ने कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए गठबंधन से साफ इनकार कर दिया है. आज उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. मायावती ने अपने इस फैसले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने साफ कहा कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में उनकी पार्टी कांग्रेस से तालमेल किसी भी कीमत पर नहीं करेगी. मायावती पहले ही छत्तीसगढ में जोगी की पार्टी से हाथ मिला चुकी हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश बीएसपी अकेले अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह और कुछ अन्य नेता कांग्रेस-बीएसपी गठबंधन नहीं होने देना चाहते. उन्होंने ये भी कहा कि ये लोग बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं. दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक समाचार चैनल से इंटरव्यू में इशारों में कहा था कि मायावती पर सीबीआई और ईडी का दबाव है, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के साथ नहीं आ रही हैं. उन्होंने कहा कि वह मायावती का सम्मान करते हैं और उनकी मजबूरी भी समझते हैं. साथ ही उन्होंने कहा था कि मध्य प्रदेश में गठबंधन की जिम्मेदारी कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की है.

मायावती ने कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए गठबंधन से साफ इनकार कर दिया है. आज उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान में अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. मायावती ने अपने इस फैसले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com