कारोबार

नोटबंदी में बंद 500 और 1000 के नोटों को इस तरह बाजार में लाने जा रहा पाकिस्तान

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम चल रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की नवंबर 2016 में प्रतिबंधित 500 और 1000 रुपये की करेंसी खरीद रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई नेपाल में स्थित स्मगलर्स की मदद से इस प्रतिबंधित करेंसी को करांची और पेशावर में स्थित प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाने का काम कर रहा है. गौरतलब है कि नोटबंदी का ऐलान करते वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान 500 और 1000 रुपये की नकली भारतीय करेंसी बनाकर आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित कर रहा है. लिहाजा, नोटबंदी का फैसला बेहद अहम है और इससे दक्षिण एशिया क्षेत्र में आतंकवाद पर लगाम लगेगा. सूत्रों ने दावा किया है कि भारत में फिलहाल संचालित 50 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये की नई करेंसी की हूबहू नकल निकालने की तैयारी में जुटा है. इसी काम के लिए वह बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की प्रतिबंधित करेंसी को खरीद रहा है. दरअसल, पाकिस्तान पुरानी करेंसी को अपने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाकर उसमें लगे सिक्योरिटी वायर को निकालने की तैयारी में है. जिससे इस वायर का इस्तेमाल वह भारत की नई करेंसी की नकल बनाने में कर सके. जानकारों का दावा है कि पुरानी करेंसी में लगे सिक्योरिटी वायर को नकली करेंसी में लगाने से वह हूबहू असली करेंसी की तरह लगने लगेगी. इस साजिश के तहत नेपाल में स्थित कई संदिग्ध लोग भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भारत अथवा नेपाल में एकत्र कर पाकिस्तान भेजने के काम में लगे हैं. खुफिया विभाग का दावा है कि पाकिस्तान के जिन प्रिंटिंग प्रेस में भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भेजा जा रहा है उसी प्रिंटिंग प्रेस में पाकिस्तीन की करेंसी भी छापी जाती है. इसके अलावा इन दोनों प्रेस में पाकिस्तान भारत की करेंसी की नकल बनाने का काम भी करती रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है और पुरानी करेंसी के देश से बाहर जाने की संभावनाओं पर अलर्ट भी जारी किया है.

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर …

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वीडियोकॉन लोन विवाद: चंदा कोचर ने जवाब देने के लिए सेबी से मांगा और वक्त

वीडियोकॉन लोन विवाद: चंदा कोचर ने जवाब देने के लिए सेबी से मांगा और वक्त

वीडियोकॉन लोन विवाद में घिरी आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने सेबी से इस मामले में जवाब देने के लिए और समय मांगा है. सूत्रों की मानें तो आईसीआईसीआई बैंक और चंदा कोचर ने इस संबंध में …

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पेट्रोल के बढ़ते दाम से राहत देने के लिए टैक्स घटाए सरकार: ASSOCHAM

पेट्रोल के बढ़ते दाम से

पिछले 10 दिनों के भीतर पेट्रोल की कीमत में आम आदमी को 1 रुपये की राहत म‍िली है. हालांकि अभी भी पेट्रोल के दाम 85 रुपये का आंकड़ा पार किए हुए है. इसके अलावा डीजल भी 72 रुपये के पार …

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एनसीएल का कोयला उत्पादन 17 फीसदी बढ़ा

भारत सरकार की मिनी रत्ना कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने चालू वित वर्ष के शुरुआती दो महीनों यानी मई के अंत तक 16.41 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है. इस अवधि में कंपनी का कोयला प्रेषण (डिस्पैच) 16.57 मिलियन टन रहा है, जो पिछले वित वर्ष की समान अवधि के मुकाबले क्रमशः 16.82 फीसदी तथा 15.17 फीसदी अधिक है. पिछले वित्त वर्ष में मई तक कंपनी ने 14.05 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 14.39 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया था. चालू वित्त वर्ष में मई के आखिर तक एनसीएल के अमलोरी क्षेत्र ने 2.11 मिलियन टन, बीना ने 1.33 मिलियन टन, दुधीचुआ ने 2.62 मिलियन टन, जयंत ने 2.95 मिलियन टन, झिंगुरदा ने 0.43 मिलियन टन, ककरी ने 0.31 मिलियन टन, खड़िया ने 1.51 मिलियन टन, निगाही ने 3.04 मिलियन टन, कृष्णशिला ने 1.20 मिलियन टन तथा ब्लॉक-बी ने 0.91 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया. इसी तरह, चालू वित्त वर्ष में मई की समाप्ति तक एनसीएल के अमलोरी क्षेत्र ने 2.02 मिलियन टन, बीना ने 1.27 मिलियन टन, दुधीचुआ ने 3.13 मिलियन टन, जयंत ने 2.62 मिलियन टन, झिंगुरदा ने 0.49 मिलियन टन, ककरी ने 0.35 मिलियन टन, खड़िया ने 1.74 मिलियन टन, निगाही ने 2.77 मिलियन टन, कृष्णशिला ने 1.17 मिलियन टन तथा ब्लॉक-बी ने 1.00 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया. गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष में कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी एनसीएल को 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 100.5 मिलियन टन कोयला प्रेषण की जिम्मेदारी दी गई है. मार्च में समाप्त पिछले वित्त वर्ष में एनसीएल ने 93.01 मिलियन टन कोयले का उत्पादन और 96.73 मिलियन टन कोयले का प्रेषण किया था, जो किसी भी वित्त वर्ष में कंपनी का अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन एवं प्रेषण है. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कोयला उत्पादन और प्रेषण दोनों ही निर्धारित लक्ष्य से अधिक रहा था. कंपनी को पिछले वित्त वर्ष में 93 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 93 मिलियन टन ही कोयला प्रेषण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. कोयला प्रेषण का लक्ष्य कंपनी ने समय से 12 दिन पूर्व ही हासिल कर लिया था और कोयला उत्पादन लक्ष्य भी समय से पूरा कर लिया था.

भारत सरकार की मिनी रत्ना कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने चालू वित वर्ष के शुरुआती दो महीनों यानी मई के अंत तक 16.41 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है. इस अवधि में कंपनी का कोयला प्रेषण (डिस्पैच) …

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बैंकों से कर्ज लेना होगा सस्ता या महंगा, RBI पॉलिसी पर आज फैसला

भारतीय रिजर्व  बैंक की मौद्रिक नीति सम‍िति की तीन दिनों से चल रही बैठक आज खत्म होगी. पिछले तीन दिनों से यह समिति ब्याज दरों में कटौती करने को लेकर चर्चा कर रही थी. आज पता चल जाएगा कि आपके लिए बैंकों से कर्ज लेना सस्ता होगा या महंगा. बैठक के फैसले को लेकर दोपहर के बाद तस्वीर साफ हो पाएगी. आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति के 6 सदस्य रेपो रेट में बदलाव को लेकर फैसला लेंगे. यह पहली बार है जब आरबीआई पॉलिसी की बैठक तीन दिन तक चली है. रॉयटर्स पोल के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट में इस बार भी कटौती नहीं करेगा. इसके मुताबिक इसे अगस्त के लिए टाला जा सकता है. पोल में कहा गया है कि जहां कई अर्थशास्त्री कह रहे हैं कि आरबीआई रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा, लेक‍िन कई का मानना है कि इस बार ऐसा होना मुश्क‍िल है. उनके मुताबिक आरबीआई इस बार रेपो रेट में बदलाव नहीं करेगा, बल्क‍ि वह इस बैठक में अगस्त में रेपो रेट बढ़ाने की तैयारी करेगा. रॉयटर्स पोल में 56 अर्थशास्त्री शामिल हुए थे. इनमें से 26 ने संभावना जताई है कि आरबीआई इस बार रेपो रेट में बढ़ोतरी करेगा. यह उम्मीद इसलिए जताई जा रही है कि इस बार बेहतर जीडीपी डाटा का अनुमान लगाया है. इसके अलावा कच्चे तेल में नरमी आना शुरू हो गई है. रुपया भी डॉलर के मुकाबले मजबूत हो रहा है. ऐसे में देखना होगा कि आज भारतीय रिजर्व बैंक आम आदमी को सस्ते कर्ज का तोहफा देता है या फिर अर्थव्यवस्था के हालात और बेहतर होने तक इंतजार करता है

भारतीय रिजर्व  बैंक की मौद्रिक नीति सम‍िति की तीन दिनों से चल रही बैठक आज खत्म होगी. पिछले तीन दिनों से यह समिति ब्याज दरों में कटौती करने को लेकर चर्चा कर रही थी. आज पता चल जाएगा कि आपके …

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महंगाई का ट्रिपल अटैक, पेट्रोल-सब्जी के बाद अब EMI भी महंगी

पिछले कुछ समय से महंगाई लगातार आम आदमी की जेब पर हमला कर रही है. पहले पेट्रोल और डीजल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों के तौर पर यह सामने आया. इसके बाद सब्ज‍ियों के दाम बढ़ने से भी आम आदमी की जेब पर बोझ पड़ा. अब भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बढ़ोतरी से आम आदमी के लिए परेशानी बढ़ी है. पिछले काफी समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. देश में पेट्रोल ने पहली बार 85 का आंकड़ा पार कर लिया है. डीजल भी 72 रुपय के पार पहुंचा हुआ है. कच्चे तेल में नरमी आने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में थोड़ी राहत मिलनी तो शुरू हो गई है. लेकिन यह राहत अभी ना के बराबर है. जिस रफ्तार से पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी हो रही थी, उसके मुकाबले इसकी कीमतों में आ रही गिरावट काफी कम है. पिछले 8 दिनों में पेट्रोल के दाम में 70 पैसे के करीब गिरावट आई है. पेट्रोल और डीजल के स्तर पर थोड़ी राहत मिलनी शुरू ही हुई थी कि इस बीच राष्ट्रीय किसान महासंघ ने 10 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा कर दी. 1 जून से शुरू हुई इस हड़ताल की वजह से शहरों में सब्ज‍ियों के दाम बढ़ने लगे हैं. दरअसल किसानों की तरफ से आपूर्ति कम किए जाने की वजह से दामों में बढ़ोतरी हो रही है. इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है. महंगाई का तीसरा झटका बुधवार को आरबीआई ने दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 25 बेस‍िस पॉइंट की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों के लिए ब्याज दरें बढ़ाने का रास्ता साफ कर दिया है. इसके बाद तय है कि बैंक लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे. इसका सीधा असर आम आदमी की लोन ईएमआई पर पड़ेगा. उसे अब पहले के मुकाबले हर महीने ज्यादा पैसे ईएमआई के तौर पर चुकाने पड़ेंगे.

पिछले कुछ समय से महंगाई लगातार आम आदमी की जेब पर हमला कर रही है. पहले पेट्रोल और डीजल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों के तौर पर यह सामने आया. इसके बाद सब्ज‍ियों के दाम बढ़ने से भी आम आदमी की …

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भारतीय बाजार पर विदेशी निवेशकों का भरोसा घटा, 10 साल में निकाले सबसे ज्यादा पैसे

क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमतों के अलावा करंसी और करंट अकाउंट डिफिसिट के प्रभाव का असर भारतीय कैपिटल मार्केट पर देखने को मिल रहा है. दरअसल, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (एफपीआई) ने अप्रैल और मई के बीच पिछले 10 सालों में भारतीय बाजार से सबसे ज्यादा पैसे निकाले हैं.  क्या कहते हैं आंकड़े अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक साल 2018 के शुरुआती पांच महीनों में विदेशी निवेशकों ने 4.4 बिलियन डॉलर यानी करीब 32,078 करोड़ रुपए भारतीय कैपिटल मार्केट से निकाले हैं. अप्रैल में विदेशी निवेशकों के भारतीय मार्केट से पैसे निकालने का आंकड़ा 2.35 बिलियन डॉलर यानी करीब 15,561 करोड़ रुपए रहा. जबकि मई में यह आंकड़ा 4.4 बिलियन डॉलर यानी 29,775 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. 10 सालों का उच्चतम स्तर भारतीय कैपिटल मार्केट से विदेशी निवेशकों के पैसे निकालने का यह आंकड़ा 10 सालों का उच्चतम स्तर है. इससे पहले 2008 में विदेशी निवेशकों ने भारतीय कैपिटल मार्केट से 9.3 बिलियन डॉलर यानी करीब 41,216 करोड़ रुपए निकाले थे. वहीं 2016 में दूसरी बार एफपीआई की रकम बढ़ी लेकिन तब आंकड़ा 3.19 बिलियन डॉलर यानी 23,079 करोड़ रुपए था. 2008 में ग्लोबल फाइनेंशल क्राइसिस का असर भारतीय कैपिटल मार्केट पर पड़ा था और यही वजह थी कि विदेशी निवेशकों ने पैसे निकाले थे. हालांकि इस बार का विदेशी निवेशकों का आउटफ्लो 2008 के आंकड़ों से बिल्कुल अलग है. इन्वेस्टर्स द्वारा 2018 में सिर्फ 5 फीसदी यानी करीब 1,599 करोड़ रुपए इक्विटी मार्केट से निकाले गए हैं. जबकि 2008 में 52,987 करोड़ रुपए इक्विटी मार्केट से निकाले गए थे. क्या कहते हैं एक्सपर्ट इस बारे में कोटक महिंद्रा एएमसी के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने बताया, 'भारत आज बॉन्ड इंडेक्स का हिस्सा नहीं रह गया है. यहां विदेशी निवेश अच्छे समय में आता है और बुरे समय में वापस चला जाता है. विदेशी निवेशक हमारे अच्छे वक्त के दोस्त हैं.' उन्होंने कहा कि जब हमें उनकी जरूरत नहीं होती, तब वे थोक के भाव आते हैं. जब हमें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब वे यहां से चले जाते हैं. बॉन्ड इंडेक्स का हिस्सा बनने पर हमें अपने डेट मार्केट के लिए लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट हासिल करने में मदद मिलेगी.

क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमतों के अलावा करंसी और करंट अकाउंट डिफिसिट के प्रभाव का असर भारतीय कैपिटल मार्केट पर देखने को मिल रहा है. दरअसल, फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (एफपीआई) ने अप्रैल और मई के बीच पिछले 10 सालों में …

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पेट्रोल 9वें दिन भी हुआ सस्ता, आज इतनी मिली आपको राहत

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का सिलसिला 9वें दिन भी जारी है. गुरुवार को पेट्रोल 9 पैसे और डीजल 7 पैसे सस्ता हुआ है. पिछले 8 दिनों से लगातार ईंधन की कीमतों में कटौती हो रही है, लेकिन यह ज्यादा राहत देने वाली साबित नहीं हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटने के तौर पर मिल रहा है. इस कटौती के बाद चार महानगरों की बात करें, तो सबसे सस्ता पेट्रोल फिलहाल दिल्ली में मिल रहा है. दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 77.63 रुपये प्रति लीटर का मिल रहा है. वहीं, डीजल यहां 68.73 प्रति लीटर पर बना हुआ है. हालांकि मुंबई में अभी भी यह 85 रुपये के स्तर पर काबिज है. गुरुवार को हुई कटौती के बाद यहां एक लीटर पेट्रोल 85.45 रुपये प्रति लीटर का मिल रहा है. डीजल की बात करें तो वह 73.17 रुपये प्रति लीटर पर है. 19 दिन तक लगातार कीमतों में बढ़ोतरी के बाद पिछले 9 दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का स‍िलस‍िला जारी है. हालांकि कीमतों में मिल रही यह राहत काफी कम है. पिछले 9 दिन में राजधानी दिल्‍ली में पेट्रोल 80 पैसे और डीजल 58 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है. कर्नाटक चुनाव से पहले और उसके बाद जिस रफ्तार से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे, उसके मुकाबले इनकी कीमतों में गिरावट काफी कम है.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का सिलसिला 9वें दिन भी जारी है. गुरुवार को पेट्रोल 9 पैसे और डीजल 7 पैसे सस्ता हुआ है. पिछले 8 दिनों से लगातार ईंधन की कीमतों में कटौती हो रही है, लेकिन …

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एचसीएल को 2000 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की उम्मीद

एचसीएल को 2000 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की उम्मीद

सरकारी कॉपर निर्माता हिन्दुस्तान कॉपर लि. (एचसीएल) को चालू वित्त वर्ष में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की उम्मीद है. कंपनी अपनी खानों में तांबे के रिजर्व का आकलन करने के लिए अन्वेषण पर ध्यान दे रही है.  …

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डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में रुपया 11 पैसे मजूबत

डॉलर के मुकाबले शुरुआती

निर्यातकों की ताजा बिकवाली और घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती बढ़त के बीच आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों से पहले शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 11 पैसे मजबूत होकर 67.04 रुपये प्रति डॉलर पर …

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