कारोबार

Exclusive: OLX पर इंडियन आर्मी और CISF के नाम पर ठगे जा रहे हैं लोग

आपने फ़ेमस जिंगल ‘OLX करो, आगे बढ़ो’ तो सुना ही होगा. ज्यादातर लोग ज़रूरत का सामान खरीदने या अपना पुराना सामान बेचने के लिए OLX करते हैं. तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस पोर्टल का इस्तेमाल लोगों को …

Read More »

उम्र कुछ भी हो, कम निवेश में ये हैं करोड़पति बनने के तीन तरीके

हर कोई अमीर बनना चाहता है. हर किसी की जिंदगी में एक लक्ष्य होता है कि दिन-रात मेहनत करके वो जो कमाता है, सभी खर्चे के बाद जो पैसे बचते हैं उससे ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सके. इस लक्ष्य …

Read More »

चार साल बाद RBI ने इन मजबूरियों के चलते बढ़ाया रेपो रेट

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके चलते भारत में महंगाई बेलगाम होती दिखाई दे रही है. इसी एक संकेत को आधार मानते हुए केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर इसे 6.25 फीसदी कर दिया. रेपो रेट में इस इजाफे पर रिजर्व बैंक गवर्नर समेत समिति के सभी 6 सदस्यों की मुहर लगी. यानी आरबीआई समिति का मानना है कि मौजूदा समय में भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी चुनौतियों को देखते हुए यह कदम उठाया जाना जरूरी था. हालांकि रिजर्व बैंक के इस फैसले ने बाजार को चौंकाने का काम किया क्योंकि लंबे समय से बाजार को सस्ते ब्याज दरों की उम्मीद बंधी हुई थी जिससे देश में कारोबारी तेजी का रास्ता साफ किया जा सके. जानें रिजर्व बैंक की तीन दिन तक चली बैठक के बाद कैसा बताया गया देश और दुनिया का आर्थिक स्वास्थः- विकसित अर्थव्यवस्थाओं से खराब संकेत अप्रैल में रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा से लेकर जून समीक्षा तक वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में विस्तार जारी है हालांकि इस विस्तार की रफ्तार प्रभावित हुई है और यह पहले से कमजोर पड़ी है. विकसित अर्थव्यवस्थाओं में अमेरिका में नरम निजी खर्च और हाउसिंग सेक्टर में कम निवेश के चलते साल की शुरुआत कमजोर रही है. हालांकि माना जा रहा है कि रोजगार और रिटेल सेल के आंकड़ों में सुधार के चलते अमेरिका में स्थिति अच्छी हो सकती है. वहीं मौजूदा साल में यूरो क्षेत्र का प्रदर्शन खराब रहा है. यूरो क्षेत्र में कमजोर उत्पादन आंकड़े और खराब होती कारोबारी भावना आने वाले दिनों में परेशानी का सबब बन सकती है. इनके अलावा, जापान में पहली तिमाही के दौरान आर्थिक सिकुड़न दर्ज हुई है हालांकि दूसरी तिमाही में सुधार की संभावना है. उभरती अर्थव्यवस्थाओं से मिला-जुला संकेत प्रमुख उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) में आर्थिक गतिविधि काफी लचीली रही हैं. चीनी अर्थव्यवस्था ने पहली तिमाही में मजबूत गति कायम रखी. औद्योगिक उत्पादन पर हाल ही के आंकड़े और पीएमआई दर्शाता है कि दूसरी तिमाही में वृद्धि के स्थिर रहने की संभावना है. वहीं रूसी अर्थव्यवस्था में वर्ष 2017 के अंत में नरमी के बाद आने वाले सालों में बढ़ोतरी की संभावना है. दोनों विनिर्माण और सेवाओं के पीएमआई में अप्रैल में बढोतरी हुई. दक्षिण अफ्रीका में, राजनीतिक स्थिरता आने से वृद्धि संभावनाओं में सुधार हुआ है. ऐसा उपभोक्ता विश्वास, विनिर्माण पीएमआई और खुदरा बिक्री के आंकड़ों से दिखाई दे रहा है. इसके विपरीत, ब्राजील से उच्च बेरोजगारी और नरम औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़े दर्शाते हैं कि मंदी का प्रभाव बना हुआ है. भौगोलिक-राजनीतिक तनाव से अनिश्चितता का माहौल वैश्विक व्यापार वृद्धि में मजबूती बनी हुई है, हालांकि भौगोलिक-राजनीतिक तनाव से हाल ही में निर्यात आदेशों और हवाई माल भाड़े में गिरावट आई है. बढ़े हुए भौगोलिक-राजनीतिक तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतें 24 मई तक तेजी से बढ़ी किंतु इसके बाद पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस द्वारा आपूर्ति को सहज करने की संभावनाओं से कीमतों में नरमी आई. रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण मूल धातु विशेषकर एल्यूमिनियम की कीमतें बढ़ गई. मजबूत डॉलर के कारण स्वर्ण ने बिक्री दबाव देखा है हालांकि पिछले सप्ताह में यूरो क्षेत्र में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण इस धातु में सुधार हुआ. इन कारणों से दुनिया की कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं के सामने महंगाई का खतरा खड़ा हो गया है. घरेलू अर्थव्यवस्था में जीडीपी रफ्तार संभालने की कवायद घरेलू मोर्चे पर केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सीएसओ) ने 31 मई को वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के लिए राष्ट्रीय आय लेखों के तिमाही अनुमान और वर्ष 2017-18 के लिए अनंतिम अनुमान जारी किए. वर्ष 2017-18 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.7 प्रतिशत अनुमानित की गई है जो 28 फरवरी को जारी किए गए दूसरे अग्रिम अनुमानों से 0.1 प्रतिशत अंक ज्यादा है. बंपर फसल और ग्रामीण आवास और इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार के जोर के चलते विशेषकर उन्नत ग्रामीण मांग के कारण निजी अंतिम उपभोग व्यय में काफी अधिक बढ़ोतरी से इस वृद्धि को सहारा मिला है. तिमाही आंकड़े दर्शाते हैं कि वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था 7.7 प्रतिशत से बढ़ी जो पिछली सात तिमाहियों में सबसे तेज गति है. सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) वृद्धि चौथी तिमाही तक लगातार तीन तिमाहियों में बढ़ी. सामान्य मॉनसून से आ रही सबसे बड़ी राहत रिजर्व बैंक ने आपूर्ति पक्ष पर, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के अनुमानों को भी बढ़ाया है जिनमें वर्ष के दौरान खाद्यान्न और बागवानी में अब तक के सबसे अधिक उत्पादन द्वारा सहायता मिली. तिमाही आधार पर, वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में कृषि वृद्धि तेजी से बढ़ी है. 16 अप्रैल को भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सामान्य दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून वर्षा का पूर्वानुमान लगाया है जिसकी 30 मई को पुनः पुष्टि की गई. यह कृषि क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है. मौसम और कृषि वैज्ञानिकों का दावा है कि इस साल सामान्य मॉनसून देश में खरीफ पैदावार के लिए बेहद अहम है और अनुमान है कि इस पैदावार के सहारे देश में किसानों को अच्छी आमदनी देखने को मिलेगी जिसका सीधा असर देश में आर्थिक गतिविधि को तेज करने में देखने को मिलेगा. कोयला, सीमेंट उत्पादन तेज, बिजली सुस्त रिजर्व बैंक के मुताबिक औद्योगिक वृद्धि में भी मजबूती आई है जो विनिर्माण के मजबूत निष्पादन को दर्शा रही है. यह चौथी तिमाही में लगातार तीन तिमाहियों में तेज हुई है. विनिर्माण फर्मों द्वारा क्षमता उपयोग वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में काफी बढ़ा जैसा कि रिज़र्व बैंक को उम्मीद थी. कोयले के उत्पादन में तेज विस्तार के कारण आठ मुख्य उद्योगों का उत्पादन अप्रैल में तीव्र हुआ जो 42 महीनों के अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया. सीमेंट उत्पादन ने भी अप्रैल में लगातार छह महीनों के लिए दुहरी अंकों में वृद्धि दिखाई दी है. हालांकि विद्युत उत्पादन में कमी देखने को मिली है. रिजर्व बैंक ने बताया कि नए घरेलू आदेशों और निर्यात के सहारे मई में विनिर्माण पीएमआई लगातार दसवें महीने तेज रफ्तार दिखा रही है. सर्विस सेक्टर ने सरकार को किया है निराश व्यापार, होटल, परिवहन और संचार तथा वित्तीय सेवाओं जैसे कुछ संघटकों में कम वृद्धि के कारण सेवा क्षेत्र की वृद्धि नीचे की ओर संशोधित की गई है. हालांकि आंकड़ों में यह मजबूत ही दिखाई दे रही है. निर्माण कार्यकलाप ने नई श्रृंखला (आधार 2011-12) में चौथी तिमाही में उच्चतम वृद्धि दर्ज की. हालांकि देश में ट्रैक्टरों और दुपहिया वाहनों की बढ़ती बिक्री ग्रामीण मांग की मजबूती दर्शाती है. वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री भी अप्रैल में तेज हुई. रेलवे के राजस्व अर्जन मालभाड़ा ट्रैफिक में वृद्धि हुई जिसका कारण कोयले, उर्वरकों और सीमेंट में बढ़ोतरी है. यात्री वाहनों की बिक्री वृद्धि तेज हुई लेकिन अप्रैल में लागतार तीसरे महीने के लिए बंदरगाह ट्रैफिक में गिरावट दर्ज हुई है.

ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके चलते भारत में महंगाई बेलगाम होती दिखाई दे रही है. इसी एक संकेत को आधार मानते हुए केन्द्रीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को प्रमुख नीतिगत …

Read More »

सस्ता होगा सामान- महंगाई से मिलेगी राहत? GST को लेकर होगी बड़ी घोषणा

एक देश और एक टैक्स की व्यवस्था 'जीएसटी' को लागू हुए जुलाई में एक साल पूरा हो जाएगा. उससे पहले सरकार इसको लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है. केंद्र सरकार के एक मंत्री ने यह बात कही है. ऐसे में उम्मीद है कि यह घोषणा कई सामान का टैक्स रेट घटाने को लेकर हो सकती है. अगर ऐसा होता है, तो आम आदमी के लिए कई सामान सस्ता हो जाएगा. दिल्ली एसएमई फाइनेंस समिट के 7वें संस्करण में बोलते हुए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने यह बात कही. कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ''जल्द ही सरकार जीएसटी को लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है.'' उन्होंने बताया कि जीएसटी परिषद कई सामान के टैक्स रेट कम करने को लेकर विचार कर रही है. जल्द ही सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई घोषणा की जा सकती है. केंद्रीय राज्यमंत्री के इस बयान के बाद पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के तहत लाने की उम्मीद को भी बल मिला है. गुरुवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी कहा था कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाने के प्रयास चल रहे हैं. बता दें कि मौजूदा समय में जीएसटी में 4 टैक्स स्लैब हैं. इसमें 5%, 12%, 18% और 28 फीसदी शामिल है. इससे पहले जनवरी में जीएसटी परिषद ने 54 सेवाओं और 29 सामान के जीएसटी रेट में कटौती की थी. अब देखना होगा कि सरकार की तरफ से होने वाली यह बड़ी घोषणा कब होती है और यह आम आदमी को कितनी राहत देती है.

एक देश और एक टैक्स की व्यवस्था ‘जीएसटी’ को लागू हुए जुलाई में एक साल पूरा हो जाएगा. उससे पहले सरकार इसको लेकर बड़ी घोषणा कर सकती है. केंद्र सरकार के एक मंत्री ने यह बात कही है. ऐसे में …

Read More »

घर नहीं आएगा बिजली का बिल, सरकार करने जा रही ये बड़ा बदलाव

जल्द ही बिजली का बिल घर आना पुरानी बात हो जाएगी. केंद्र सरकार पूरे बिलिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है. इसके लिए सरकार अगले तीन साल में सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड में तब्दील करने की तैयारी कर रही है.   केंद्रीय राज्य मंत्री आरके सिंह ने कहा, ''जल्द ही वो दिन आ जाएंगे, जब आपके घर में बिजली का बिल आना बंद हो जाएगा. अगले तीन साल के दौरान सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड किया जाएगा. इसके लिए जरूरी है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर का प्रोडक्शन बढ़ाया जाए और इनकी कीमतों में कटौती की जाए.''   आरके सिंह स्मार्ट मीटर मैन्युफैक्चरर्स के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. इसमें उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरर्स को स्मार्ट मीटर की मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देना चाहिए. आने वाले सालों में इनकी मांग काफी ज्यादा बढ़ने वाली है. केंद्रीय मंत्री ने पावर मिनिस्ट्री के अध‍िकारियों को भी इस दौरान हिदायत दी. उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर्स को एक तय तारीख के बाद अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए. स्मार्ट मीटर को इस तरह से बनाया जाता है कि यह मीटर रीडिंग्स बिजली कंपनी को सीधे भेज देता है. इससे गलत रीडिंग लिए जाने की आशंका भी कम हो जाती है. इन मीटर पर एक डिस्प्ले भी लगा होता है, जिससे आप आसान तरीके से समझ पाते हैं कि आपकी बिजली की खपत कितनी है.

जल्द ही बिजली का बिल घर आना पुरानी बात हो जाएगी. केंद्र सरकार पूरे बिलिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है. इसके लिए सरकार अगले तीन साल में सभी मीटर को स्मार्ट प्रीपेड में तब्दील करने की तैयारी …

Read More »

नोटबंदी में बंद 500 और 1000 के नोटों को इस तरह बाजार में लाने जा रहा पाकिस्तान

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर पाकिस्तान के दो प्रिंटिंग प्रेस में भेजने का काम चल रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों ने दावा किया है कि पाकिस्तान बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की नवंबर 2016 में प्रतिबंधित 500 और 1000 रुपये की करेंसी खरीद रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया संगठन आईएसआई नेपाल में स्थित स्मगलर्स की मदद से इस प्रतिबंधित करेंसी को करांची और पेशावर में स्थित प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाने का काम कर रहा है. गौरतलब है कि नोटबंदी का ऐलान करते वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान 500 और 1000 रुपये की नकली भारतीय करेंसी बनाकर आतंकी गतिविधियों को प्रायोजित कर रहा है. लिहाजा, नोटबंदी का फैसला बेहद अहम है और इससे दक्षिण एशिया क्षेत्र में आतंकवाद पर लगाम लगेगा. सूत्रों ने दावा किया है कि भारत में फिलहाल संचालित 50 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये की नई करेंसी की हूबहू नकल निकालने की तैयारी में जुटा है. इसी काम के लिए वह बड़ी संख्या में नेपाल के रास्ते भारत की प्रतिबंधित करेंसी को खरीद रहा है. दरअसल, पाकिस्तान पुरानी करेंसी को अपने प्रिंटिंग प्रेस पहुंचाकर उसमें लगे सिक्योरिटी वायर को निकालने की तैयारी में है. जिससे इस वायर का इस्तेमाल वह भारत की नई करेंसी की नकल बनाने में कर सके. जानकारों का दावा है कि पुरानी करेंसी में लगे सिक्योरिटी वायर को नकली करेंसी में लगाने से वह हूबहू असली करेंसी की तरह लगने लगेगी. इस साजिश के तहत नेपाल में स्थित कई संदिग्ध लोग भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भारत अथवा नेपाल में एकत्र कर पाकिस्तान भेजने के काम में लगे हैं. खुफिया विभाग का दावा है कि पाकिस्तान के जिन प्रिंटिंग प्रेस में भारत की प्रतिबंधित करेंसी को भेजा जा रहा है उसी प्रिंटिंग प्रेस में पाकिस्तीन की करेंसी भी छापी जाती है. इसके अलावा इन दोनों प्रेस में पाकिस्तान भारत की करेंसी की नकल बनाने का काम भी करती रही है.    मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है और पुरानी करेंसी के देश से बाहर जाने की संभावनाओं पर अलर्ट भी जारी किया है.

इस मकसद में भी फेल नोटबंदी, अब पाकिस्तान पुराने नोट से नए भारतीय नोट बनाने जा रहा है. इसके लिए वह नेपाल में फैले आईएसआई के जाल को इस्तेमाल कर रहा है. जहां बेहद सस्ते दामों में प्रतिबंधित करेंसी खरीदकर …

Read More »

वीडियोकॉन लोन विवाद: चंदा कोचर ने जवाब देने के लिए सेबी से मांगा और वक्त

वीडियोकॉन लोन विवाद में घिरी आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने सेबी से इस मामले में जवाब देने के लिए और समय मांगा है. सूत्रों की मानें तो आईसीआईसीआई बैंक और चंदा कोचर ने इस संबंध में बाजार नियामक को लिखा है. इन्होंने किन आधार पर नोटिस जारी किया गया है, यह जानकारी साझा किए जाने की अपील की है. बाजार नियामक सेबी ने आईसीआईसीआई बैंक और चंदा कोचर को वीडियोकॉन लोन विवाद में कारण बताओ नोटिस भेजा था. इस नोट‍िस का जवाब देने के लिए बैंक और चंदा कोचर के पास गुरुवार तक का समय था. बिजनेस स्टैंडर्ड को  इस मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने कहा, ''सेबी ने आईसीआईसीआई बैंक और चंदा कोचर को 12 पन्नों का कारण बताओ नोटिस भेजा है. यह नोट‍िस 23 मई को भेजा गया था. हालांकि नोटिस के साथ आरोप किस आधार पर लगाए गए हैं, इसको लेकर कोई दस्तावेज नहीं था.'' उन्होंने कहा कि जिसे नोटिस भेजा गया है, वह जवाब देने से पहले यह जानने का हक रखता है कि उसके ख‍िलाफ यह नोटिस किन आधार पर जारी किया गया है. रेग्युलेटर ने अपने नोटिस में आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप चंदा कोचर पर लगाया है. इसमें कहा गया है कि चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक, वीडियोकॉन और नूपावर रिन्यूवेबल्स के बीच कारोबारी डील से होने वाले हितों के टकराव का खुलासा नहीं किया. बता दें कि नूपावर रिन्यूवेबल्स चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी है. सेबी ने अपने नोटिस में कहा है कि जितनी भी कंपन‍ियां लिस्टेड हैं, उनके मैनेजरियल स्टाफ को आचार संहिता को अपनाना जरूरी होता है. इसके साथ ही उन्हें नियामक के सभी नियमों का पालन भी करना पड़ता है. बता दें कि रेग्युलेटर ने 17 अप्रैल को इस मामले में अपने स्तर पर जांच शुरू की थी. बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर पर वीडियोकॉन समूह को करीब 4 हजार करोड़ रुपये का लोन देने के मामले में अन‍ियमितता बरतने का आरोप लगा है. इस मामले में जांच एजेंसियां पड़ताल करने में जुटी हुई हैं.

वीडियोकॉन लोन विवाद में घिरी आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर ने सेबी से इस मामले में जवाब देने के लिए और समय मांगा है. सूत्रों की मानें तो आईसीआईसीआई बैंक और चंदा कोचर ने इस संबंध में …

Read More »

12 दिन में 1 रुपये 65 पैसे सस्ता हुआ पेट्रोल, डीजल की कीमत में भी कटौती

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार 12वें दिन गिरावट का दौर जारी है. रविवार को पेट्रोल पर 24 पैसे और डीजल पर 18 पैसे की कटौती की गई. बीते 12 दिन में पेट्रोल 1 रुपये 65 पैसे और डीजल 1 रुपये 21 पैसे सस्ता हो चुका है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 76 रुपये 78 पैसे और डीजल 68 रुपये 10 पैसे प्रति लीटर पहुंच गई हैं. वहीं, गिरावट के बाद भी मुंबई में पेट्रोल के रेट सबसे ज्यादा हैं, जहां पेट्रोल 84 रुपये 61 पैसे और डीजल 72 रुपये 51 पैसे प्रति लीटर है. मार्केट के जानकारों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा घरेलू मार्केट में भी देखने को मिल रहा है. पेट्रोल का रविवार का रेट दिल्ली - 76.78 रुपये कोलकाता - 79.44 रुपये मुंबई - 84.61 रुपये चेन्नई- 79.69 रुपये डीजल का रविवार का रेट दिल्ली - 68.10 रुपये कोलकाता - 70.65 रुपये मुंबई - 72.51 रुपये चेन्नई- 71.89 रुपये स्रोतः इंडियन ऑयल की वेबसाइट शनिवार को हुई थी बड़ी कटौती शनिवार को भी पेट्रोल के दाम में 42 पैसे और डीजल में 32 पैसे की कटौती की गई थी. यह अब तक की सबसे ज्यादा कटौती रही. बता दें पिछले एक महीने में तेल कंपनियों ने पेट्रोल पर 4 रुपये और डीजल पर करीब 3.50 रुपये का इजाफा किया था. कर्नाटक चुनाव के दौरान पेट्रोल-डीजल की कीमतों को होल्ड पर रखा गया था, जिसके बाद लगातार कीमतों में तेजी देखने को मिली. अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई नरमी से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भी कटौती देखने को मिल रही है.

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार 12वें दिन गिरावट का दौर जारी है. रविवार को पेट्रोल पर 24 पैसे और डीजल पर 18 पैसे की कटौती की गई. बीते 12 दिन में पेट्रोल 1 रुपये 65 पैसे और डीजल …

Read More »

आज पेट्रोल 40 पैसे तो डीजल 30 पैसे हुआ सस्ता

दिल्ली में आज एक लीटर डीजल के दाम 68.28 रुपये है। अब तक 11 दिनों में दिल्ली के भीतर डीजल के दाम 1 रुपया 3 पैसा तक कम हो चुके हैं। वहीं आज मुंबई में एक लीटर डीजल की कीमत 72.70 रुपये है।

देश की तेल कंपनियां 29 मई के बाद से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर रही हैं। पहले दिन जहां पेट्रोल और डीजल 1 पैसे सस्ता हुआ था वहीं 11वें दिन यह कटौती बढ़ गई है। शनिवार …

Read More »

लगातार खरीदारी से सोने में जोरदार तेजीः 32,000 रुपये के पार हुआ

सोने की लगातार खरीदारी से इसके दाम में तेजी आती जा रही है और आज ये 32,000 रुपये के पार जा पहुंचा है. मजबूत ग्लोबल संकेतों के बीच लोकल ज्वैलर्स की लगातार खरीद से सोना लगातार चौथे दिन मजबूत हुआ और 100 रुपये की बढ़त लेकर दोबारा 32 हजार रुपये के स्तर के पार 32,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. क्यों आई सोने में तेजी कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों की मजबूती और घरेलू हाजिर बाजार में खुदरा सर्राफा कारोबारियों की मांग की सप्लाई के लिए जारी खरीदारी ने सोने को तेजी दी है. दिल्ली और ग्लोबल बाजार में सोने के दाम दिल्ली के स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.9 फीसदी और 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना 100-100 रुपये की तेजी के साथ क्रमशः 32,050 रुपये और 31,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. पिछले तीन दिनों में यह 350 रुपये मजबूत हुआ है. हालांकि आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,800 रुपये पर टिकी रही. ग्लोबल बाजार में देखें तो कल न्यूयॉर्क में सोना 0.17 फीसदी मजबूत होकर 1299 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है. चांदी में भी दिखा बड़ा उछाल चांदी भी इंडस्ट्रियल यूनिट्स और सिक्का मैन्यूफैक्चर्स की मांग के बल पर 100 रुपये मजबूत होकर 41,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी. चांदी तैयार 100 रुपये की बढ़त लेकर 41,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी. साप्ताहिक आपूर्ति वाली चांदी भी 40 रुपये की तेजी के साथ 40,410 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी. ग्लोबल बाजार में देखें तो न्यूयॉर्क में चांदी 0.60 फीसदी मजबूत होकर 16.77 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गयी. हालांकि चांदी के सिक्के पुराने लेवल पर ही टिके रहे. सिक्का लिवाल 76000 रुपये और बिकवाल 77000 रुपये प्रति सैकड़ा रहे.

सोने की लगातार खरीदारी से इसके दाम में तेजी आती जा रही है और आज ये 32,000 रुपये के पार जा पहुंचा है. मजबूत ग्लोबल संकेतों के बीच लोकल ज्वैलर्स की लगातार खरीद से सोना लगातार चौथे दिन मजबूत हुआ …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com