नयी दिल्ली. आईपीएल की दो टीमों के मालिकों ने मंगलवार को इस टी20 टूर्नामेंट के लिये खिलाड़ियों की नीलामी इंग्लैंड में करवाने का सुझाव रखा लेकिन मुंबई में बीसीसीआई के साथ बैठक के दौरान अधिकतर फ्रेंचाइजी ने इसे नामंजूर कर दिया. बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा कि हां इस पर चर्चा हुई कि क्या इस साल की नीलामी विदेशों में की जाए.
दो फ्रेंचाइजी मालिकों ने इंग्लैंड का नाम सुझाया क्योंकि यह बड़ी नीलामी होगी और अधिकतर खिलाड़ी सूची में शामिल होंगे. हालांकि अधिकतर सदस्यों ने नीलामी भारत में ही करवाने के लिए कहा. राजस्थान रायल्स ने रिटेन करने की नीति और राइट टू मैच की नीति को समाप्त करने का सुझाव भी दिया जबकि किंग्स इलेवन पंजाब ने केवल दो खिलाड़ियों को ही रिटेन करने की सलाह दी.
लेकिन अधिकतर अन्य टीमें तीन से पांच खिलाड़ियों (रिटेन और राइट टू मैच सहित) को इस सूची में चाहते थे. इसके अलावा वे खिलाड़ियों को खरीदने में खर्च की जाने वाली कुल धनराशि 60 करोड़ से 75 करोड़ रूपये करने के पक्ष में थे. लंबे समय बाद यह पहला अवसर था जबकि अधिकतर मालिक आईपीएल संचालन परिषद के सदस्यों के साथ लंच पर चर्चा के लिए उपस्थित हुए थे.