रविचंद्रन अश्विन के पास चेन्नई में शुक्रवार से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पांचवें टेस्ट मैच में कपिलदेव के 33 वर्ष पुराने स्पेशल रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका रहेगा।
कपिल के नाम एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का भारतीय रिकॉर्ड दर्ज है और उसे तोड़ने के लिए अश्विन को चेन्नई टेस्ट में 5 विकेट लेने होंगे।
अश्विन इस वर्ष 11 टेस्ट मैचों में 21.32 की औसत से 71 विकेट ले चुके हैं। उन्होंने इस वर्ष 8 बार पारी में 5 या ज्यादा विकेट और 3 बार मैच में 10 या ज्यादा विकेट झटके हैं। कपिल देव ने 1983 में एक कैलेंडर वर्ष में 75 विकेट लिए थे, जो किसी एक वर्ष में सर्वाधिक विकेट लेने का भारतीय रिकॉर्ड है। इस रिकॉर्ड को ध्वस्त करने के लिए अश्विन को चेन्नई टेस्ट में मात्र 5 विकेट और लेने होंगे।
चेन्नई अश्विन का होम ग्राउंड है और चेपक मैदान पर उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने 2013 पर इस मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले टेस्ट मैच में 12 विकेट झटके थे। अश्विन इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान टेस्ट सीरीज में 4 टेस्ट मैचों में 27 विकेट झटक चुके हैं और यदि कोई अनहोनी नहीं हुई तो उनका कपिल के रिकॉर्ड को तोड़ना लगभग तय दिख रहा है। यह अश्विन का सर्वश्रेष्ठ वर्ष साबित हो रहा है, इससे पहले उन्होंने 2015 में 9 टेस्ट मैचों में 17.20 की औसत से 62 विकेट लिए थे।