देश राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और उसके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी का धरना तो खत्म हो गया है, लेकिन हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हैं। जानकारी सामने आई है कि केजरीवाल सरकार से चार माह से चल रही तनातनी के बाद नौकरशाहों ने बुधवार से बैठकों में भाग लेना शुरू कर दिया है, लेकिन नौकरशाहों का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति लंच के समय 5 मिनट का मौन व्रत भी जारी है। इस कड़ी में बुधवार को मंडलायुक्त कार्यालय सहित कई अन्य सरकारी विभागों में मौन रखकर विरोध किया गया। शामनाथ मार्ग स्थित कार्यालय में मौन व्रत में मंडलायुक्त मनीषा सक्सेना भी शामिल हुईं।
बता दें कि उपराज्यपाल की पहल पर अधिकारी मंगलवार से ही सरकार की बैठकों में शामिल होना शुरू कर दिए हैं। बुधवार को इसका असर भी दिखा। सभी मंत्रियों की बैठकों में अधिकारी पहुंचे। पर्यावरण सचिव के बैठक में नहीं पहुंचने से अभी तक परेशान रहे पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने भी बुधवार को बैठक की। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की बैठक में भी सभी आइएएस व दानिक्स अधिकारी पहुंचे। वहीं सत्येंद्र जैन ने बुधवार को लगातार कई बैठकें अधिकारियों के साथ कीं। राजेंद्र पाल गौतम ने मंगलवार को ही अधिकारियों के साथ बैठक की थी।