नई दिल्ली : अपने अस्तित्व को बचाने में लगी कांग्रेस भले ही प्रियंका गांधी को यूपी की राजनीति में लाने की कोशिश में है लेकिन प्रियंका तो खुद पीएम नरेंद्र मोदी के पक्ष में आ गई हैं। प्रियंका ने मोदी सरकार के जीएसटी बिल को पास कराने के लिए अपने भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मना लिया है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स राज्य सभा में पास होने देने के लिए राहुल को मना लिया है। यह बिल लोकसभा में पहले ही पास हो चुका है।
प्रियंका गांधी का मोदी सरकार को समर्थन
जीएसटी को लेकर 122वां संविधान संसोधन बिल मई में लोकसभा में पास हो गया था लेकिन संसद के ऊपरी सदन में बहुमत न होने के चलते फंस गया।
वेबसाइट Rediff.com के अनुसार प्रियंका गांधी का मानना है कि ऐसा नहीं लगना चाहिए कि जीएसटी बिल पास होने में कांग्रेस रोड़ा बन रही है। वह इस विषय पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मिलीं लेकिन टैक्स पर 18 प्रतिशत की कैप पर एक राय नहीं बनी।
जीएसटी बिल यूपीए सरकार में तैयार किया गया था। कांग्रेस लंबे समय से देश में एक समान अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की पैरवी कर रही थी। लेकिन अब कांग्रेस चाहती है कि जीएसटी की दर 18 प्रतिशत तक रहे। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी कह चुके हैं कि जीएसटी की दर 18 प्रतिशत से ऊपर नहीं जानी चाहिए।
एक कांग्रेस नेता ने बताया कि प्रियंका पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम के विचारों से अलग राय रखती हैं और वह एनडीए सरकार के बिल के पक्ष में हैं। मोदी सरकार को प्रियंका के समर्थन से संभावना जताई जा रही है कि जीएसटी राज्यसभा में जुलाई के अंत तक पास हो जाएगा।