भारत के लिए रियो ओलंपिक में 2016 से जुड़ी गुड न्यूज है. पीटी उषा के ओलंपिक में 100 मीटर रेस में दौड़ने के बाद शनिवार को दुती चंद 36 साल बाद 100 मीटर रेस में दौड़ने के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला एथलीट बनीं और इसके कुछ देर के बाद ही चार और एथलीट रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर गए.
ओलंपिक में ओडिशा से दो खिलाड़ी जाएंगे
ओडिशा की महिला फर्राटा चैंपियन सरबनी नंदा और लॉन्ग जंप एथलीट अंकित शर्मा ने भी ओलंपिक में क्वालीफाई कर लिया है. सरबनी ने इसी साल गुवाहाटी में हुए साउथ एशियन गेम्स में 200 मीटर रेस का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडेल अपने नाम करने वाली सरबनी ने अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक की 200 मीटर रेस के लिए ही क्वालीफाई किया है. उधर अंकित लॉन्ग जंप स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. लंबी कूद का नैशनल रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले अंकित ने 8.17 मीटर की कूद के साथ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया. 2016 साउथ एशियन गेम्स में अंकित ने 7.89 मीटर की कूद के साथ रिकॉर्ड बनाया था.
निशानेबाज अतनु दास भी जाएंगे रियो
निशानेबाजी प्रतियोगिता के रिकर्व एकल वर्ग के लिए भारतीय निशानेबाज अतनु दास क्वालीफाई कर गए हैं. 2008 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले अतनु की वर्तमान वर्ल्ड रैंकिंग 67 है. 2013 में कोलंबिया में आयोजित वर्ल्ड कप मिक्स्ड टीम इवेंट में अतनु ने दीपिका कुमारी के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
अनस ने नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा
पोलिश एथलेटिक्स के दूसरे दिन भारत के मोहम्मद अनस ने पुरुषों की 400 मीटर रेस का नेशनल रिकॉर्ड तोड़ते हुए रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया. 21 साल के केरल के इस एथलीट ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाईंग मार्क 45.40 सेकेंड का समय निकाला. उन्होंने 45.44 सेकेंड के खुद के नेशनल रिकॉर्ड को ध्वस्त किया जो उन्होंन एक दिन पहले इसी टूर्नामेंट के पहले दिन बनाया था.
दुती ने हासिल की बड़ी कामयाबी
इससे पहले दुती चंद 36 सालों बाद ओलंपिक की 100 मीटर रेस में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं. दुती से पहले भारत की ओर से केवल चार महिला एथलीट नीलिमा घोष और मैरी डीसूजा (1952), मैरी लीला राव (1956) और पीटी उषा (1980) ही ओलंपिक की इस प्रतिष्ठित स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकी हैं.
दुती के लिए ओलंपिक में जगह बनाना बहुत शानदार उपलब्धि है क्योंकि उन्हें 2014 में उन पर बैन लगा दिया गया था. उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स से भी हटा दिया गया था. तब उनके टेस्ट में पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक पाया गया था. हालांकि लंबी लड़ाई के बाद पिछले साल ही उन पर से ये बैन हटाया गया.
इसके साथ ही रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए तैयार भारतीय खिलाड़ियों का शतक भी लग गया. यह ओलंपिक में अब तक का सबसे बड़ा भारतीय दल है जिसमें अब तक कुल 102 भारतीय खिलाड़ी क्वालीफाई कर चुके हैं.