घटना के बाद परिजनों की नींद खुली तो उन्होंने शोर मचाया। उसके बाद जब मोहल्ले के लोग वहां पहुंचे तो शरारती लोग धमकी भरे पर्चे फेंकते हुए फरार हो गए। आग से घर में रखा कुछ सामान भी जल गया। पुलिस इस मामले को पड़ोसियों की लड़ाई का रंग दे रही है। एसपी हेमंत कुटियाल ने इस घटना को मंदिर निर्माण के समर्थन का खामियाजा मानने से इंकार कर दिया है।
हालांकि खुद इकरा ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि उसकी संस्था की महिला सदस्यों ने कुछ दिन पहले कलक्ट्रेट पहुंचकर राम मंदिर निर्माण के समर्थन में डीएम को ज्ञापन सौंपा था। इतना ही नहीं, वह मंदिर के समर्थन में रैली भी निकालना चाहती थीं, जिस पर पुलिस ने इलाके को संवेदनशील बताकर अनुमति नहीं दी थी।