पटना। एक तरफ आस्था का दरबार श्री राम चरण पादुका का गवाह रामरेखा घाट जिसका नाम दुनिया भर में श्रद्धाभाव के साथ लिया जाता है। तो दूसरी तरफ इस घाट पर फैले विभिन्न धर्मशाला समेत कुछ रिहायशी घरों में चल रहे जिस्म का गंदा खेल। अब सबसे बड़ा सवाल ये कि आस्था की आड़ में जिस्म का व्यपार चलाने का गुनहगार कौन है?
धार्मिक आस्था के इस नगरी में बिहार समेत उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से लाए जाने वाली महिलाओं को बेखौफ देह व्यापार के धंधे में शामिल कर एक ओर जहां धार्मिक आस्था पर सीधे प्रहार किया जा रहा है वहीं प्रतिदिन लाखों रुपए की कमाई कर धंधे को अंजाम देने वाले ऊंचे रसूख के मालिक बन बैठे हैं
स्थानीय लोगों की अगर मानें तो रामेश्वर मंदिर की सीढ़ियां भले ही श्रद्धा के लिए जानी जाती हों लेकिन इसके ठीक बगल में कुछ आवासीय घरों समेत धर्मशालाओं में देह व्यापार का घिनौना खेल डंके की चोट पर चल रहा है। गंगा घाट इलाके में बैठे पुजारी और दुकानदारों की मानें तो इस धंधे का खेल में शामिल लोगों को न सिर्फ पुलिस का समर्थन प्राप्त है बल्कि सत्ता में बैठे लोगों को इसकी सेवाएं आसानी से उपलब्ध कराने के नाम पर प्रतिदिन हजारों का कमाई कर रहे हैं।
आपको बताते चलें इस धंधे का सरगना विधायक जो पंडित की भेष में रहता है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह कि आखिर पंडित की भेस में टीका लगाकर गंगा किनारे बैठने वाला विधायक नाम का सख्स कौन है? कहां से आया है? इस बात की कभी जांच पड़ताल पुलिस के द्वारा क्यों नहीं की जा रही है? राम रेखा घाट के इलाके में धार्मिक आस्था के मेले प्रतिमाह लगते हैं। जहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम द्वारा स्थापित बाबा रामेश्वर नाथ की पूजा करने उत्तरायणी गंगा किनारे बिहार झारखंड सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के जिले से हजारों संख्या में महिलाएं मुंडन एवं संस्कार के लिए भी आती हैं। धर्मशालों में रुकने वाले लोगों की जांच के लिए कभी पुलिस को आते-जाते लोगों ने नहीं देखा। कहा जाता है कि इस काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा आलाधिकारियों तक पहुंचाकर धंधेबाज चैन कि नींद सोते हैं। कुछ दिन पहले महिला थाना की पुलिस द्वारा नगरपरिषद इलाके में छापेमारी का देह व्यापार से जुड़े कई लोगों को हवालात में भेज कर अपना पीठ थपथपाने का काम किया था। वहां के स्थानीय लोगों ने पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा से यह मांग किया है कि इस देह व्यापार की गिरोह में शामिल कथित विधायक नाम के दबंग महंत की गतिविधियों की जांच कराकर छापेमारी करना सुनिश्चित करें।र रही है।