हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है के नर्सरी एडमिशन के चलते पेरेन्ट्स की समस्याएं समाप्त ही नहीं हो रहे है. बच्चों के एडमिशन को लेकर कोई न कोई नई समस्या सामने आ रही है. शिक्षा के लिए अपनाए जाने वाले नए-नए नियमों से कुछ न कुछ समस्या आ रही है. जैसा की दिल्ली के एक स्कूल ने अपना एक नया नियम जारी किया है कि ऐसे माता-पिता के बच्चों को प्रवेश नहीं मिल पाएगा जिनके बच्चों कि संख्या दो से अधिक है.
बताया जा रहा है कि स्कूल का मकसद यह है कि लोग कम बच्चे पैदा करें और ऐसा करने में वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला पायेगें साथ ही साथ इससे देश में भी एक अच्छा असर दिखाइए देगा और अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल पाएगा.
बताया जा रहा है कि दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित सलवान स्कूल ने अपनी दो ब्रांच-सलवान मॉन्टेसरी और जीडी सलवान के रजिस्ट्रेशन फॉर्म में यह शर्त रखी है. फॉर्म में कहा गया है कि ऐसे माता-पिता को अपने बच्चों के लिए एप्लाई करने की जरूरत नहीं है जिनकी दो से अधिक संतानें हैं.
टीचिंग की जॉब के लिए भी यह शर्त लागू
यह शर्त उन शिक्षकों के लिए भी लागू है जो इस स्कूल में पढ़ाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं. अगर उनके दो से अधिक बच्चे हैं तो वह इस स्कूल में नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकते.
बढ़ती आबादी को ध्यान में रख कर किया गया फैसला
सलवान समूह के अध्यक्ष सुशील सलवान ने बताया यह नियम देश में बढ़ती आबादी को ध्यान में रख कर किया गया है. यह, लोगों को कम बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करने का हमारा तरीका है.
दिल्ली सरकार ने पेरेन्ट्स की शिक्षा, उनकी उम्र, मौखिक परीक्षा और इंटरव्यू जैसे मनमाने तरीकों पर रोक लगाने के लिए पिछले साल दिशा-निर्देश जारी किए थे. बहरहाल, सलवान स्कूल की शर्त का लिस्ट में कोई जिक्र नहीं है.