दो पुलिस टीमों ने शनिवार सुबह साढ़े छह बजे काया माया अस्पताल के पास, एमबी रोड और रेड लाइट तुगलकाबाद किले केपास घेराबंदी की। तभी वहां स्वीफ्ट डिजायर कार पहुंची। पुलिस को देखकर ड्राइवर ने कार की स्पीड बढ़ा दी। पुलिस टीम ने काया माया अस्पताल केपास एमबी रोड पर बेरीकेड्स से रोड को बंद कर दिया। एसआई योगेश तंवर ने कार का गेट खोलकर आरोपी को पकडने की कोशिश की। एसआई योगेश तंवर ने आरोपी हरेन्द्र प्रधान केकब्जे से कारबाईन छीन ली। कारबाईन को छीनने केदौरान एसआई योगेश तंवर व बेरीकेड्स लगाने के दौरान हवलदार रवि शंकर घायल हो गए थे।
कारबाईन छीनने के बाद आरोपी ने पिस्टल निकाल ली और हवा में गोली चला दी। इसके बाद आरोपी ने पुलिसकर्मियों की तरफ दो राउंड गोली चला दी। इससे पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए। इसकेबाद पुलिसकर्मयों ने आरोपी को पकड़ लिया। गांव कानारसी दनकौर, जिला गौतमबुद्घ नगर यूपी निवासी हरेन्द्र नागर की केकब्जे से कारबाईन, पिस्टल, व 12 कारतूस बरामद किए गए। पुलिस ने मौके से पांच खोल भी बरामद किए।
हरेन्द्र प्रधान की भूमाफिया मोती गोयल से मुलाकात जेल में हुई थी। मोती गोयल को ऐसे बदमाशों की जरूरत थी जो उसके कहने पर जमीनों पर कब्जा कर सके। जेल से बाहर आने के बाद हरेन्द्र प्रधान ने मोती गोयल केलिए काम शुरू कर दिया। कुछ समय बाद मोती गोयल ने हरेन्द्र प्रधान को उसका कमीशन देना बंद कर दिया तो दोनों दुश्मन बन गए। दोनों एक-दूसरे की जान के दुश्मन बन गए। आरोपी हरेन्द्र का कहना है कि अगर वह मोती गोयल को नहीं मरवाता तो मोती गोयल उसे मरवा देता।
डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि हरेन्द्र प्रधान का बड़ा भाई मनवीर नागर भी अपराधिक किस्म का है और पिछले पांच वर्ष से हत्या केमामले में डासना जेल में बंद हैं। शुरू में इसने दूधर या का काम करना शुरू किया। ये ग्रेटर नोएडा की सोसायटी में दूध सप्लाई करता था। मगर उसके मन में जल्द अमीर बनने व प्रसिद्व होने की इच्छा उठती रहती थी। इस दौरान स्थानीय बदमाशों केसंपर्क में आया और छोटी-मोटी अपराधिक वारदात करना शुरू किया। गांव का प्रधान बनने की वजह से वह राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो गया था।
ये पहली बार बस रॉबरी केस में वर्ष 2000 में गिरफ्तार हुआ था। ये बड़ा गैंगस्टर बनना चहाता था, इसलिए जेल से बाहर आते ही इसने अपना गिरोह बनाया और ग्रेटर नोएडा में लोगों से एक्सटोर्शन करना शुरू किया। इस दौरान वह गैंगस्टर राहुल खट्टा के संपर्क में आया। 2.50 लाख रुपये केईनामी राहुल खट्टा का वर्ष 2015 में एनकाउंटर हो गया था। वर्ष 2008 में जेल से बाहर आने के बाद इसने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा, मगर ये हार गया था। वर्ष 2010 में इसकी पत्नी ग्राम प्रधान बन गई थी।
वर्ष 2012 में ये ब्रह्म पहलवान की हत्या में गिरफ्तार हुआ और जेल से ही अपना गिरोह चलाने लगा। जेल से ही इसने वर्ष 2013 में टुंडा पहलवान की राजनीतिक रंजिश केचलते हत्या कर दी थी। वर्ष 2008 में इसकी डासना जेल में पश्चिमी उत्तरप्रदेश केभूमाफिया मोती गोयल से मुलाकात हुई। मोती गोयल के कहने पर हरेन्द्र प्रधान उसके गिरोह में शामिल हो गया। मोती गोयल ने उसे काफी प्रॉपर्टी दी थी।
मोती गोयल ने हिस्सा देना बंद कर दिया तो करवा दी हत्या-
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार कुछ समय पर मोती गोयल ने हरेन्द्र प्रधान को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया। बाद में कमीशन देना बंद और हरेन्द्र प्रधान को जान से मारने की धमकी देने लगा। हरेन्द्र प्रधान ने मोती गोयल की हत्या की साजिश रची। उसने अमित ओर राहुल नाम केशार्प शूटर दस लाख रुपये की सुपारी दी। साथ में एक बाइक भी दी। इन शूटरों ने 16 अप्रैल को ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मोती गोयल की बारोला टी पाइंट, केसर गार्डन में हत्या कर दी थी। मोती गोयल केखिलाफ 12 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। सीबीआई में भी मामला दर्ज था।
पुलिस टीम पर फायरिंग कर फरार हो गया था-
यूपी पुलिस ने मोती गोयल की हत्या के आरोप में 25 अप्रैल को अमित व राहुल को गिरफ्तार कर लिया था। हरेन्द्र प्रधान यूपी पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो गया था। हरेन्द्र प्रधान पर यूपी के विभिन्न थानों में करीब 13 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
कारबाईन राहुल खट्टा ने दी थी-
दिल्ली पुलिस ने हरेन्द्र प्रधान केकब्जे से कारबाइन जैसा हथियार बरामद किया है। हरेन्द्र प्रधान ने बताया कि उसे कारबाइन वर्ष 2015 में राहुल खट्टा दे दी थी। पुलिस हरेन्द्र से पूछने में लगी हुई है कि राहुल खटटा कहां से लेकर आया था। राहुल खटटा का वर्ष 2015 में एनएकाउंटर हो गया था।
दिल्ली में शरण लेने आया था हरेन्द्र –
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी 25 अप्रैल को यूपी पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो गया था। उसे लगा था कि यूपी पुलिस उसके पीछे लगी हुई है और उनका एनकाउंटर कर सकती है। ऐसे में वह दिल्ली में शरण लेने आया था। आरोपी ने बताया कि वह दिल्ली में महरौली या फतेहपुरबेरी थाना इलाके में रहता।