लखनऊ: सुन्नी सोशल फोरम के ,,,राष्ट्रीय महा मंत्री ,,, मोहम्मद वसी हैदर ने कहा अयोध्या प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट का जो भी निर्णय आएगा उसको हम भारत देश के मुसलमान मानेंगे कोर्ट का निर्णय मुसलमानों को सर आंखों पर लेना चाहिए माना कि हम मुकदमा जीत जाते हैं मुसलमान तो कौन सी मस्जिद बनेगी अहले हदीस बनेगी अहले सुन्नत बनेगी कि देवबंदी बनेगी कि शिया मस्जिद बनेगी.
श्री राम का जन्म स्थान नहीं बदला जा सकता जैसे कि काबा नहीं बदला जा सकता इसी तरीके से राम जन्म स्थान नहीं बदला जा सकता इसलिए कोई भी फैसला हो बन्ना मंदिर ही चाहिए मोहम्मद वसी हैदर ने कहा कि यदि मंदिर बनता है तो देश के मुसलमान फिर ईद और दीवाली मनाएंगे खुशियों का इजहार करेंगे एक अच्छा सांप्रदायिक सौहार्द बनेगा हिंदू मुसलमान के बीच सौहार्द कायम होगा क्योंकि श्री राम रामायण और रामराज राष्ट्रीय एकता के अपूर्व प्रतीक है वह राष्ट्र की संस्कृति के अंग भूत तत्व है वह राष्ट्र में अंतर्निहित एसी विशेषताएं है जिन्हें राष्ट्र अलग नहीं किया जा सकता श्री राम पूजा एवं श्रद्धा के एक तत्व मात्र नहीं है वह हिंदुस्तान के महापुरुष है राम हमारे राष्ट्र की बपौती है । राष्ट्रीय चेतना राष्ट्रीय पुनरुत्थान के प्रतीक हैं.
फैजाबाद के नागरिक न्यायधीश के 3 मार्च 1951 के निर्णय के अनुसार मुसलमानों ने 1937 के पश्चात कभी भी नमाज नहीं पढ़ी थी परंतु हिंदू वहां निरंतर पूजा करते आ रहे हैं, मोहम्मद वसी हैदर ने कहा कि यह राजनीतिक विजय का प्रतीक था मजहब का नहीं बाबर और उसके उत्तरा अधिकारियों ने इस महान राष्ट्र पर जो अत्याचार ढाये थे उसके स्मारक के रूप में इस ढांचे का निर्माण किया गया था इसे शांति की प्रेरणा देने वाला नहीं कहा जा सकता।