नई दिल्ली लगातार चौथे रणजी सीजन में घटिया प्रदर्शन के बीच यूपी रणजी टीम में फिर जोरदार घमासान चल रहा है।
सूत्रों के अनुसार, हैदराबाद में मध्य प्रदेश के खिलाफ पहले रणजी मैच के पूर्व कैप्टन सुरेश रैना और प्रवीण कुमार का नए कोच मनोज प्रभाकर से जोरदार झगड़ा हुआ। इस कारण ही पहले मैच में प्रवीण को खिलाया नहीं गया और कैप्टन रैना ने बैटिंग नहीं की।
नए सीजन की शुरुआत के पहले सुरेश रैना को टीम का कप्तान बनाया गया था। सूत्रों के अनुसार, हैदराबाद में मैच के पहले मीडियम पेसर प्रवीण कुमार बिना परमिशन होटल से बाहर गए थे। उनके साथ कैप्टन रैना भी थे। लौटने पर नए कोच मनोज प्रभाकर ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। इस कारण पीके और रैना की प्रभाकर से खूब गर्मागर्मी के बाद बात गालीगलौज तक पहुंच गई। किसी तरह तीनों को शांत कराया गया।
मैच के प्लेइंग-11 में प्रवीण को जगह नहीं मिली। टीम की कमान रैना ने संभाली, लेकिन उन्होंने बैटिंग नहीं की। आधिकारिक तौर पर दावा किया गया कि रैना को वायरल फीवर है। मैच के बाद उत्तर प्रदेश क्रिकेट असोसिएशन (यूपीसीए) ने ‘घायल’ बताकर प्रवीण को 4 मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया। हालांकि, अब तक उनकी फिटनेस की कोई जानकारी नहीं दी गई है। टीम में जबर्दस्त तनातनी है। सूत्रों का दावा है कि अब लगातार बुलाने के बावजूद प्रवीण टीम से नहीं जुड़े रहे हैं। वहीं, यूपीसीए प्रवक्ता अहमद अली खान तालिब ने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है। टीम में असंतोष की बातें बेबुनियाद हैं।’
बदल गए कैप्टन
पहले मैच के बाद सिलेक्टर्स ने विकेटकीपर एकलव्य द्विवेदी को कप्तान बनाया था। हालांकि, पंजाब के साथ चल रहे मैच में ‘करेक्टिव सर्जरी’ के तहत टीम की कमान तन्मय श्रीवास्तव को सौंप दी गई। इस बदलाव पर कोई ऑफिशल स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया।
युद्धवीर को कमान
टीम में असंतोष थामने के लिए यूपीसीए ने जॉइंट सेक्रेटरी युद्धवीर सिंह को इस मैच के लिए टीम का प्रशासनिक मैनेजर बनाया है।