उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भ्रष्टाचार पर तगड़ा वार कर रही है। गुरुवार को सात पीपीएस अफसरों को सेवा से बाहर करने के बाद सरकार ने प्रमुख वन संरक्षक पर गाज गिराई है।
भ्रष्टाचार, कार्य में शिथिलता तथा अधीनस्थों पर नियंत्रण के अभाव में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन विभाग के आला अधिकारी को पद से हटाया गया है। प्रमुख वन संरक्षक पवन कुमार को उनके पद से हटाकर प्रतीक्षा में रखा गया है। भारतीय वन सेवा के अधिकारी पवन कुमार को प्रमुख वन संरक्षक के पद से हटाया गया है। पवन कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से हटाया गया है। पवन कुमार पर जनपद सोनभद्र में वनभूमि को जेपी ग्रुप को गलत तरीके से देने का आरोप है।
इससे पहले गुरुवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करते हुए गुरुवार को प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की। मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी ओपी सिंह ने बड़ा एक्शन लेते हुए सात पीपीएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्त दे दी है। अनिवार्य सेवानिवृत्त करने की स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट पर शासन ने फैसला लेते हुए उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त प्रदान की है।