नजदीकियां तभी बढती हैं जब दर्द को काफी पास से समझने और दूर करने की कोशिश की जाती है। पति देव ने पत्नी का दर्द समझना तो दूर संवेदना व्यक्त नहीं की अफसोस जाहिर नहीं किया तो उसे पत्नी की निकटता भी नहीं मिली।
उलटे वह अपनी पत्नी की नजर में खूंखार, बर्बर और निर्दयी व्यक्ति बन गया।जरा आप ही सोचिए, जो पति की नजर में एक खूंखर और बर्बर व्यक्ति बन जाएगा तो क्या कभी वह प्यार की बूंद को पी सकेगा।
अगर इस रिश्ते की अनदेखी की गई तो इसे एक भंयकर तूफान बनने में बिल्कुल भी देरी नहीं लगेगी। एक पति को अपनी पत्नी के समर्थन की बहुत जरूरत होती है जिससे वह अपने काम तथा व्यक्तिगत जीवन पर अच्छे से ध्यान दे सके। वह अपने साथी को हल्के में नहीं ले सकता तथा उसे यह भी सुनिश्चित करना चाहिये कि उसकी पत्नी उससे शादी कर के खुश है। दूसरे शब्दों में कहें तो उसे पता होना चाहिये कि अपनी पत्नी को किस तरह प्रभावित किया जाए। अगर आपकी भी पत्नी आपसे गुस्सा रहती है तो उसे पटाने के यहां पर कुछ जोरदार नुस्खे दिये हुए हैं जो पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं।