बच्चा चोर गिरोह के शक में धुले में पांच व्यक्तियों की पीट-पीटकर हत्या के चंद घंटों के अंदर ऐसी ही घटना नासिक के मालेगांव कस्बे में भी दोहराते-दोहराते बची। रविवार को ही देर रात पांच लोगों के एक परिवार को करीब 3000 लोगों की भीड़ ने घेर कर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए थे। संयोग से पुलिस टीम ने पहुंचकर स्थिति संभाली और पांच व्यक्तियों की जान बच सकी।
रविवार को ही सुबह महाराष्ट्र के धुले जनपद में बच्चा चोर गिरोह के शक में ग्रामीणों ने पांच लोगों को पंचायतघर के एक कमरे में बंद कर पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना को 12 घंटे भी नहीं बीते थे कि नासिक के मालेगांव कस्बे में भी ऐसी ही घटना दोहराने से बच गई। यहां परभणी से आया एक परिवार रात करीब 10 बजे मालेगांव के आजादनगर क्षेत्र में लोगों से पैसे मांग रहा था। क्योंकि उसके पास वापस जाने के लिए किराए के पैसे नहीं बचे थे। इन पांच लोगों के समूह में गजानन साहेबराव गिरि, उनकी पत्नी सिंधुबाई, इन दोनों का एक दो साल का बच्चा, सिंधुबाई की बहन अनुसूया एवं एक और रिश्तेदार योगेश थे। स्थानीय लोगों ने इन्हें बच्चा चोर गिरोह समझकर इन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। जान बचाने के लिए इन पांचों ने एक इमारत में शरण ली।
नासिक रेंज के आईजी पुलिस हर्ष पोद्दार के अनुसार करीब रात 11 बजे पुलिस को इन लोगों पर पत्थरबाजी की सूचना मिली। स्थानीय पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और मौके पर पहुंच वहां जमा करीब 3000 की भीड़ को तितर-बितर करने लगी। भीड़ के गुस्से का शिकार पुलिस टीम को भी होना पड़ा। पुलिस की एक गाड़ी तोड़ दी गई। लेकिन पुलिस भीड़ में फंसे पांचों लोगों को बचाने में सफल रही। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने शक के आधार पर हो रही इन घटनाओं पर चिंता जताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। उन्होंने धुले की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता देने की भी घोषणा की है। धुले की घटना में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी की उम्र 20 से 30 के बीच बताई जा रही है।