दामबूला: गेंदबाज़ों की बेमिसाल गेंदबाज़ी और शिखर धवन के दमदार शतक की मदद से टीम इंडिया का श्रीलंकाई सरज़मीं पर विजयी अभियान जारी है. टेस्ट सीरीज़ में 3-0 से क्लीनस्वीप करने के बाद भारतीय टीम ने 5 मैचों की वनडे सीरीज़ में भी विजयी आगाज़ कर दिया है. रांगिरी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम खेले जा रहे पहले वनडे मुकाबले को टीम इंडिया ने 9 विकेट से जीतकर अपने नाम कर लिया.
श्रीलंका से मिले मामूली से 216 रनों के लक्ष्य को शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली ने बौना साबित कर लक्ष्य को महज़ 28.5 ओवरों में हासिल कर लिया. इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट
टीम की 200 रनों से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करते हुए गेंदों के लिहाज़ से ये सबसे बड़ी जीत भी बन गई है. टीम इंडिया ने महज़ 173 गेंदों में इस लक्ष्य को हासिल कर ये रिकॉर्ड बनाया.
216 रनों के जवाब में बल्लेबाज़ी करने उतरी टीम इंडिया की शुरूआत अच्छी नहीं रही. पिछले कई पारियों से चला आ रहा रोहित शर्मा का खराब फॉर्म का सिलसिला श्रीलंका के खिलाफ भी जारी रहा. वो पारी के 5वें ओवर में ही 4 रन बनाकर वापस पवेलियन लौट गए. लेकिन इस एकमात्र विकेट से पहले और बाद श्रीलंकाई टीम के पक्ष में कुछ भी नहीं गया.
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शिखर धवन के साथ मिलकर कप्तान विराट कोहली ने ऐसी बेहतरीन साझेदारी निभाई कि श्रीलंकाई टीम के पास उसका तोड़ नहीं रहा. दोनों बल्लेबाज़ों ने मिलकर महज़ 143 गेंदों में 197 रनों की साझेदारी निभाई और टीम को एकतरफा जीत दिला दी.
शिखर धवन ने बेमिसाल पारी खेलते हुए 89 गेंदों में 128 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 20 चौके और 3 छक्के भी लगाए. जबकि कप्तान कोहली ने अपने करियर के 44वें अर्धशतक के साथ 82 रन बनाए. उनकी इस पारी में 10 चौके और 1 छक्का आया.
भारतीय बल्लेबाज़ों के कमाल से पहले भारतीय स्पिनर्स ने भी श्रीलंकाई टीम की हालत पतली कर 216 रनों पर समेट दिया था. मंजिल पर पहुंचते-पहुंचते रास्ता कैसे भटका जाता है ये कोई श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों से सीखे. पहले 2 विकेट के लिए 139 रन जोड़ने के बाद श्रीलंकाई टीम कुछ इस तरह से बिखरी कि पूरी टीम महज़ 216 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. श्रीलंकाई पारी में निरोशन डिकवेला ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए.
भारतीय गेंदबाज़ों ने कप्तान विराट कोहली का टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का करने का फैसला पूरी तरह से सही साबित कर दिया.
मैच में श्रीलंकाई टीम की शुरूआत बेहद शानदार रही. ओपनर बल्लेबाज़ निरोशन डिकवेला और दनुष्का गुणाथिलाका ने टीम को 74 रनों की ओपनिंग साझेदारी. लेकिन 14वें ओवर में युजवेंद्र चहल ने भारतीय कप्तान को ज़रूरी पहला विकेट दिला दिया. चहल ने गुणाथिलाका को 35 रनों के स्कोर पर वापस पवेलियन भेजा. पहला विकेट गिरने के बाद डिकवेला ने मेंडिस के साथ टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. दोनों बल्लेबाज़ अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर रहे थे. लेकिन तभी केदार जाधव ने अर्धशतक पूरा कर चुके डिकवेला को एलबीडबल्यू आउट कर मैच में टीम इंडिया की वापसी करवा दी.
दूसरे विकेट के लिए दोनों बल्लेबाज़ों ने 64 रन जोड़े. लेकिन पहले 2 विकेटों के लिए इन दो साझेदारियों के अलावा और किसी भी विकेट के लिए श्रीलंकाई टीम टिककर नहीं खेल सकी.
दोनों ओपनर बल्लेबाज़ों के लौटने के बाद श्रीलंकाई टीम ने निरंतर अंतराल में विकेट गंवाए. टीम के 150 रनों के स्कोर पर अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे मेंडिस एक खराब शॉट खेलकर अक्षर पटेल की गेंद पर बोल्ड हो गए. उनके आउट होने के बाद कप्तान उपुल थरंगा भी कोई कमाल नहीं दिखा सके और महज़ 13 रन बनाकर केदार जाधव की फुल-टॉस गेंद पर एक खराब शॉट खेलकर बाउंड्री लाइन पर लपके गए. कप्तान के विकेट के बाद कपूगेडरा, डिसिल्वा, परेरा और संदाकन भी जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट गए. जिसके बाद श्रीलंकाई टीम का स्कोर 187 पर 8 हो गया.
भारतीय गेंदबाज़ों के आगे पूरी श्रीलंकाई टीम धराशायी नज़र आई. अंत में मैथ्यूज़ ने टीम के स्कोर को 200 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन दूसरे छोर पर कोई साथ नहीं मिल पाने की वजह से वो भी टीम को ज्यादा दूर तक नहीं पहुंचा सके और पूरी टीम महज़ 216 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई. मैथ्यूज़ ने नाबाद 36 रन बनाए.
भारत के लिए अक्षर पटेल ने 3, जाधव, बुमराह और चहल ने 2-2 विकेट चटकाए. जबकि 1 खिलाड़ी रन-आउट हुआ.
इस मुकाबले को जीतकर भारतीय टीम अब वनडे सीरीज़ में भी 1-0 से आगे बढ़ गई है.