एक बुजुर्ग पुलिस को देखकर तीसरी मंजिल से कूद गया। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट पढ़कर पुलिस भी हैरान रह गई। जानिए उस सुसाइड नोट में क्या लिखा था।
राजधानी के पॉश इलाके वसंत विहार में पुलिस की गिरफ्तारी के डर से बुजुर्ग बिल्डर ने तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। गंभीर हालत में वीरेंद्र ढींगरा (68) को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। कुछ देर में वीरेंद्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मानें तो दक्षिण दिल्ली के सीआर पार्क थाने में वीरेंद्र के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज था। उस मामले में वीरेंद्र के खिलाफ गैर जमानती वारंट निकले हुए थे। सूचना के बाद 30 अप्रैल की रात को पुलिस वसंत विहार स्थित घर पर वीरेंद्र की गिरफ्तारी के लिए गई थी।
पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने भारी कर्ज की बात लिखकर कर्जदारों द्वारा रुपये वापस मांगने की बात लिखी है। वीरेंद्र ने किसी दो गर्ग भाइयों पर परेशान करने का भी आरोप लगाया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस के मुताबिक वीरेंद्र परिवार के साथ ग्रेटर कैलाश पार्ट-1, बी-ब्लॉक में रहता था। जीके में ही वीरेंद्र का प्रॉपर्टी और बिल्डर का दफ्तर था। वीरेंद्र के बेटे संदीप ढींगरा ने वसंत विहार ई-14/2 में किराये का मकान में रहता है। आरोप है कि वीरेंद्र ने दिल्ली में कई लोगों से कर्ज लिया हुआ था।
वीरेंद्र के खिलाफ 10 करोड़ की हेराफेरी का मामला दर्ज था
सुसाइड नोट में तकादे से तंग आकर मरने की बात लिखी
अपने नोट में वीरेंद्र ने लिखा कि उसने कई लोगों से कर्ज लिया हुआ था। लेकिन वह लोगों के पैसे लौटा नहीं पाया। इधर लोगों ने अपने पैसे वापस मांगना शुरू कर दिए। गर्ग भाइयों ने उसे परेशान करके रख दिया। इसलिए वह अपनी जान दे रहा है।
इधर परिजनों ने दबी जुबान में पुलिस पर भी गिरफ्तारी का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह तो कोर्ट के आदेश का पालन करने गए थे।
पुलिस का कहना है कि मामले में मामला दर्ज कर लिया गया है। जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।