आईपीएल इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी नो बॉल विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. राजस्थान और चेन्नई के बीच हुए मैच के अंतिम क्षणों में धोनी ने बीच मैदान में आ कर जिस तरह से अंपायरों से बहस की थी, उस पर काफी विवाद हुआ था. इसके बाद धोनी की इस बात पर आलोचना भी हुई थी. अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली धोनी के बचाव में आगे आए हैं. गांगुली ने आईपीएल मैच के दौरान धोनी के मैदान पर अंपायरों के साथ बहस का बचाव करते हुए कहा कि हर कोई मनुष्य है.
आखिर धोनी भी इंसान ही हैं
शुक्रवार को दिल्ली को कोलकाता के खिलाफ मिली जीत के बाद गांगुली ने कहा, “सभी इंसान हैं. मुझे उनकी प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता बहुत पसंद है.” माना जा रहा है कि ऐसा संभवत: पहली बार हुआ कि ‘कैप्टन कूल’ ने अपना आपा खोया और वे गुरूवार की रात राजस्थान के खिलाफ अंपायर उल्हास गांधे के फैसले को चुनौती देने डगआउट से निकलकर मैदान पर आ गए.
इस बात कर करनी चाहीए तारीफ
दिल्ली की टीम में एक सलाहकार की भूमिका निभा रहे गांगुली ने माना कहा कि प्रतिस्पर्धा करने की उनकी क्षमता की भी प्रशंसा करनी होगी. धोनी को आचार संहिता उल्लंघन करते पाया गया था जिससे उनकी मैच फीस में 50 प्रतिशत कटौती की गई थी. इस मैच में चेन्नई को जीत मिली थी जो कि धोनी की बतौर कप्तान 100वीं जीत थी.
यह था मामला
इस मैच में धोनी 58 रनों की शानदार पारी खेलकर अंतिम ओवर में आउट हो गए थे. इसके बाद भी चेन्नई को जीत के लिए तीन गेंदों पर 8 रनों की जरूरत थी. इसके बाद ओवर की चौथी गेंद बेन स्टोक्स ने फुल टॉस फेंकी थी. अम्पायर उल्हास गांधे ने बेन स्टोक्स की फुल टॉस गेंद को बीमर मानकर नो बॉल दिया लेकिन तुंरत ही वह इससे मुकर गए. ऐसा लगा था कि अंपायर ने नो बॉल के लिए हाथ उठाया था, लेकिन दरअसल इस तरह की गेंद को नो बॉल देने की जिम्मेदारी स्क्वायर लेग अंपायर की होती थी.
इस गेंद पर सैंटनर ने लेग साइड में गेंद को खेला और तेजी से दौड़ते हुए दो रन ले लिए. इसके बाद क्रीज के दूसरे छोर पर खड़े जडेजा अम्पायर से बात करने लगे. धोनी यहीं अपना आपा खो बैठे चेन्नई के डगऑउट से उठकर मैदान में आ गए. वे काफी गुस्से में दिख रहे थे. उन्होंने दोनों मैदानी अम्पायरों से बहस भी की, लेकिन दोनों अम्पायर अपने फैसले पर कायम रहे और चेन्नई को नो बॉल नहीं मिली.
चेन्नई को मिली जीत और धोनी जुर्माना
अंपायरों से बहस के बाद धोनी जल्द ही डगआउट में वापस भी आगए और उसके बाद मिचेल सैंटनर ने अंतिम गेंद पर छक्का मारकर चेन्नई को जीत दिला दी. इससे धोनी को राहत और उनकी टीम को जीत तो मिल गई, लेकिन नियमों के उल्लंघन के दोष में उनकी आधी मैच फीस काट ली गई. इस मामले ने भारतीय क्रिकेट जगत में तूल भी पकड़ लिया वहीं सभी को हैरानी भी हुई की धोनी आखिर अपना आपा कैसे खो बैठे.