दिल्ली पुलिस की महिला पेट्रोलिंग टीम को गुलाबी रंग की स्कूटी और हेल्मेट्स दिए जा चुके है. इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि, ”इससे उन्हें दूर से ही पहचानने में मदद होगी.” वहीं दिल्ली पुलिस का ये कदम विवादों में घिर गया है क्योंकि एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर सवाल उठाए हैं. जी दरअसल दिल्ली पुलिस की इस पहल का विरोध यूपी के आईपीएस अधिकारी विक्रम सिंह ने किया है क्योंकि उनका कहना है कि, ”पुलिस कर्मचारियों की वर्दी और उससे जुड़ा सभी सामान एक जैसा होना चाहिए.” वहीं आगे उन्होंने कहा कि, ‘इस तरह पुलिस ही लैंगिक भेदभाव को बढ़ावा दे रही है.’ आपको बता दें कि विक्रम सिंह एक रिटायर्ड आईपीएस ऑफ़िसर हैं, जो 2007-2009 तक यूपी पुलिस के महानिदेशक के तौर पर कार्य कर चुके हैं.
हाल ही में उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि- ‘जब कोई अधिकारी वर्दी पहनता है, तो उसके साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए. यही कारण है कि उसे वर्दी कहा जाता है. सिर्फ़ इसलिए कि वे महिलाएं हैं इसलिए उन्हें गुलाबी रंग के वाहन देना सही नहीं है. ये वर्दी की भावना के विपरीत है.’ इस बारे में उत्तर-पूर्वी दिल्ली पुलिस के डिप्टी कमिश्नर वेद प्रकाश सूर्या ने कहा- ”चूंकि दिल्ली पुलिस के महिला और पुरुष कर्मचारी एक ही तरह की ड्रेस पहनते हैं, इसलिए महिला पुलिसकर्मियों को दूर से पहचान पाना मुश्किल होता है. हम सड़कों पर महिला पुलिसकर्मियों की ऐसी टीम चाहते थे जो दूर से पहचानी जा सके और महिलाएं उन तक आसानी से पहुंच सकें.”
आप सभी को पता हो कि दिल्ली पुलिस की 16 महिला पुलिसकर्मियों की ये टीम दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में पेट्रोलिंग करती है और यह शहर के दूर-दराज हिस्सों में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध को रोकने का काम करती है और इन्हें गुलाबी और सफे़द वाहन दिए जा चुके हैं. जी दरअसल इस टीम का गठन इसी साल सितंबर में किया गया था