नई दिल्ली: तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी. रामा मोहन राव के आवास पर आयकर (आईटी) विभाग के छापेमारी की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
आयकर विभाग ने बुधवार सुबह राव के आवास पर छापा मारा था और यह प्रक्रिया रातभर चली।विभाग ने राज्य सचिवालय में राव के कार्यालय और उनसे और उनके बेटे के साथ ही कुछ अन्य लोगों से जुड़े कई अन्य स्थानों पर भी छापा मारा।
आईटी अधिकारियों के मुताबिक, 12 स्थानों पर छापा मारा गया।आईटी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जिन परिसरों में छापा मारा गया, वहां से नए नोटों में नकदी बरामद की गई है।विडंबना यह है कि राव के पास सतर्कता आयुक्त और प्रशासनिक सुधार आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी है।कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की वरिष्ठता को नजरअंदाज करके राव को इस पद पर नियुक्त किया गया था।
सूत्रों ने बताया है कि राव के आवास और कार्यालय पर छापे के तार इससे पहले जे. शेखर रेड्डी, श्रीनिवासालु और प्रेम नामक तीन व्यवसायियों के आवासों पर मारे गए छापों से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने तीनों व्यवसायियों के पास से 177 किलोग्राम सोना, अमान्य घोषित 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों में 96 करोड़ की नकदी और नए नोटों में 34 करोड़ की नकदी जब्त की थी।
इनमें से एक ठेकेदार रेड्डी ने कथित तौर पर तमिलनाडु सरकार के लिए काफी काम किया हुआ है। सीबीआई ने बुधवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया। द्रमुक और पीएमके के नेताओं ने मुख्य सचिव को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है।