केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके बेटे की कोई गलती नहीं है और उनके अनुसार ये पुलिस एफआईआर भी झूठी है। उनका कहना है कि जब उनके बेटे ने कोई गलत काम किया ही नहीं है तो वह सरेंडर क्यों करेगा। मंत्री ने आगे कहा कि उनका बेटा कहीं छुपा हुआ नहीं है और जब वो गलत नहीं है तो वह सरेंडर क्यों करेगा। उनके अनुसार उनका बेटा 25 तारीख को राम नवमी के अवसर पर अपने गांव भी आया था और उसने आरती भी की थी।
उनका कहना है कि मैं न्यायालय की शरण में हूं। भागते वो हैं, खोजना उनको पड़ता है जो कहीं गायब हो गए हों, मैं समाज के बीच में हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं सरेंडर क्यों करूं? कोर्ट वारंट जारी करता है पर कोर्ट शरण भी देता है। अगर आप एक बार कोर्ट पहुंच जाएं तो आपको वहीं करना पड़ता है जो कोर्ट तय करता है।
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी पूरे प्रकरण पर नीतीश कुमार को घेरा है। तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा है- नीतीश सरकार सुनिए, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे एक केस में फरार है। नीतीश सरकार ने उनके खिलाफ भागलपुर में दंगा फैलाने का वारंट जारी किया है पर वह तो राम नवमी के अवसर पर तलवार थामे बीजेपी विधायकों के साथ जुलूस निकाल रहा है।
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि बिहार के ढोंगी व पाखण्डी मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगाई पुत्र पर दिखावटी वारंट निकाल रखा है। लेकिन वह पटना में सीएम आवास के बगल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था।