इस दौरान दोनों धामों की तरफ आवाजाही कर रहे तीर्थयात्रियों को एहतियातन जगह-जगह रोकना पड़ा। हालांकि बीआरओ और राजमार्ग खंड द्वारा जल्द ही मलबा हटा कर यातायात बहाल कर लिया गया। उधर, ऊधमसिंह नगर में आंधी से आग भड़क गई जिससे गोशालाएं और झोपड़ियां जल गईं। जसपुर में तीन, खटीमा में तीन गौशालाएं और काशीपुर में 20 झोपड़ियां जल गईं।पिथौरागढ़, डीडीहाट, मुनस्यारी और चंपावत में तेज अंधड़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। पिथौरागढ़ में बारिश के कारण एक जीप फंस गई। चंपावत में तल्लादेश, लधिया और सिप्टी क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक पेड़ गिर गए जबकि, शहरी क्षेत्र में होर्डिंग्स उड़ गए।