आम तौर पर शादियों में खूब धूमधाम होती है और दूल्हा शाही अंदाज में शादी करने सजी-धजी गाड़ी में पहुंचता है। मायके से दुल्हन की विदाई भी सजी-धजी गाड़ी में होती है। लेकिन, जिले के गांव रामनगर में एक अनोखी शादी हुई। इस शादी में दूल्हा बरात के साथ अलग अंदाज में पहुंचा और इसे देख कर लोग हैरान रह गए। दूल्हा साइकिल पर शादी करने पहुंचा। उसके साथ बराती भी साइकिल पर ही पहुंचा। सबसे कमाल की बात है कि शादी के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को भी साइकिल पर ही विदा की ले गए।
इस खास अंदाम में रामनगर के पर्यावरण प्रेमी व समाज सेवी गुरबख्शीश सिंह ने शादी की। इसके माध्यम से उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और शादियों में तड़क-भड़क के खिलाफ लोगों को जागरूक किया। वह गाजे-बाजे की बजाय बरात साइकिल पर लेकर गए। वह साइकिल पर ही ससुराल पहुंचे और यही नहीं, दुल्हन रमनदीप कौर को विदा कर साइकिल पर ही घर ले आए।
गुरबख्शीश की वीरवार को शादी थी। शादी उनके गांव से 40 किलोमीटर दूर वीरखुर्द में हुई है। शादी समारोह 20 किमी दूर गांव ठूठियांवाली के गुरुद्वारा साहिब में रखा गया। गुरबख्शीश साइकिल पर बरातियों के साथ ठूठियांवाली पहुंचे और वहां पर रमनदीप कौर के साथ आनंद कारज (विवाह) कराया। चाय पानी भी लंगर में ही किया। विदाई के बाद दुल्हन को साइकिल पर बिठाकर घर लाए।
गुरबख्शीश सिंह ने बताया कि वह शादी पर फालतू खर्च के खिलाफ हैं। उनकी इच्छा थी कि वह अपनी शादी पर किसी प्रकार का फालतू खर्च नहीं करेंगे। शादी से पहले उन्होंने अपने ससुराल पक्ष से भी बात की थी कि वह साइकिल पर ही बरात लेकर आएंगे। अगर मंजूर होगा तभी शादी करेंगे। ससुराल पक्ष भी मान गया।
युवाओं को संदेश, दिखावे से बचें
गुरबख्शीश बठिंडा के सरकारी राजिंदरा कॉलेज से एमए की पढ़ाई कर रहे हैं। उनकी पत्नी रमनदीप कौर ने बीएससी माइक्रोबॉयोलॉजी की डिग्री लीे है। शादी में ससुराल से एक भी पैसा दहेज नहीं लिया। गुरबख्शीश ने कहा कि कर्ज लेकर बिल्कुल शादी नहीं करनी चाहिए। युवाओं को दिखावे से बचना चाहिए और साधारण तरीके से शादियां करनी चाहिए।