नई टिहरी: जिले के सीमांत एवं सबसे पिछड़े गंगी गांव को आजादी के बाद पहली बार रोशनी की सौगात मिलने जा रही है। ऊर्जा निगम ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली है। हालांकि, मंगलवार रात हुई बर्फबारी के बाद काम रोकना पड़ा, लेकिन ऊर्जा निगम का दावा है कि मौसम ने साथ दिया तो गणतंत्र दिवस पर गंगी गांव के सभी घर सौर ऊर्जा से रोशन हो जाएंगे।
टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक का गंगी गांव जिले का सबसे पिछड़ा गांव है। यहां बिजली, पानी, सड़क, संचार और स्वास्थ्य की कोई सुविधा नहीं है। खतलिंग ग्लेशियर की तलहटी में बसे 160 परिवारों वाले इस गांव तक पहुंचने के लिए घुत्तू से आगे रीह तक सड़क जाती है।
इसके बाद गांव तक 12 किमी की खड़ी चढ़ाई है। यही वजह है कि इस गांव के कई लोगों ने आज तक मोटर भी नहीं देखी। लेकिन यह गणतंत्र दिवस गंगी के लिए एक नई सौगात लेकर आ रहा है। ऊर्जा निगम के दावे पर भरोसा करें तो इस गणतंत्र दिवस पर गंगी के घर बिजली की रोशनी में जगमगा उठेंगे।
निगम 80 लाख की लागत से गांव में सौर ऊर्जा लाइट पहुंचाने की तैयारियों में जुटा है। ऊर्जा निगम टिहरी के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि इसके लिए सभी 160 घरों में सौर ऊर्जा प्लांट लगा दिए गए हैं। बैटरी भी बुधवार को पहुंचनी थी, लेकिन बर्फबारी से थोड़ा व्यवधान हुआ है।