देश की राजधानी में सर्दी के साथ-साथ राजनीतिक गर्मी भी जोर पकड़ रही है्. आम आदमी पार्टी में राज्यसभा जाने वाले तीन चेहरों पर मंथन के साथ-साथ अंदरूनी विरोध का सिलसिला भी तेज हो सकता है. इस बीच पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल नए साल की छुट्टियां मानकर मंगलवार, 2 जनवरी की शाम दिल्ली लौट रहे हैं.
राज्यसभा के लिए नाम तय करने से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का छुट्टी मनाने जाना अब भी सवालों के घेरे में है. हालांकि जब दोनों नेता अंडमान में छुट्टी मना रहे थे, तब आम आदमी पार्टी से राज्यसभा के लिए दिल्ली में मौजूद संजय सिंह का नाम सामने आया.
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल का 2 जनवरी की शाम दिल्ली लौटना होगा. वो मनीष सिसोदिया और अपने परिवार के साथ अंडमान में नए साल की छुट्टी मनाने गए थे. केजरीवाल के दिल्ली लौटते ही तमाम नेताओं का जमावड़ा 6 फ्लैग स्टाफ़ रोड सीएम हाउस पर देखने को मिल सकता है.
हालांकि, आम आदमी पार्टी में कई अंदरूनी और बाहरी चेहरों को लेकर चर्चा तेज है. संजय सिंह के बाद आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष को मौका दिए जाने की मांग भी उठने लगी है. आशुतोष साल 2014 में चांदनी चौक से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं. यहां से आम आदमी पार्टी की मौजूदा विधायक अलका लांबा ने एक ट्वीट कर सबको चौंका दिया है.
उधर राज्यसभा के लिए दावेदारी कर चुके कुमार विश्वास को लेकर ‘आप’ की दिलचस्पी बेहद कम नज़र आ रही है. हैरानी की बात यह है कि राज्यसभा का उम्मीदवार कौन होगा इस पर अभी तक कोई ‘आप’ नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं है. सब पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक का इंतजार कर रहे हैं.
2 जनवरी की शाम केजरीवाल और सिसोदिया दिल्ली लौट रहे हैं. माना जा रहा है कि 3-4 जनवरी को तीनों उम्मीदवारों के नाम औपचारिक तौर पर घोषित कर दिए जाएंगे. दिल्ली की 3 सीटों पर राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल 27 जनवरी को खत्म हो रहा है. 16 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. 5 जनवरी को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है. 70 सदस्यीय विधानसभा में ‘आप’ पूर्ण बहुमत के साथ है. ऐसे में जिन तीन उम्मीदवारों की घोषणा होगी, उनकी राज्यसभा में सीट पक्की है.
आम आदमी पार्टी ने तमाम विधायकों की एक बैठक अरविंद केजरीवाल के घर पर 3 जनवरी 2018 को 12 बजे बुलाई है. इस बैठक में राज्यसभा को लेकर ‘आप’ विधायकों से केजरीवाल चर्चा करेंगे. सूत्रों की मानें तो राज्यसभा के लिए भेजे जाने वाले चेहरों के बारे में विधायकों से पूछा जाएगा. इस दौरान विधायक अपनी राय पार्टी नेतृत्व के सामने रखेंगे.