नई दिल्ली जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ अपने रूख में सख्ती लाते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चेतावनी दी है कि 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान जिन्होंने पाकिस्तान की सेना का पक्ष लिया है।
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उन्होंने शहीद बुद्धिजीवी दिवस मनाने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा आयोजित एक चर्चा में कहा, ‘अब समय आ गया है कि उन पर मुकमदा चलाया जाए जिन्होंने युद्ध अपराधियों का पक्ष लिया और उनका पुनर्वास किया। लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई समय सीमा नहीं बताई।
हसीना ने इस बात का जिक्र किया कि देश में युद्ध अपराध के मुकदमें जर्मनी में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान के मुकदमों जैसे ही जारी रहेंगे। बीडी न्यूज ने उनके हवाले से बताया कि कोई रणनीति या साजिश उन्हें नहीं बचाएगी।