बुधवार को जलदापाड़ा के जंगलों की कोडलबस्ती सीसी लाइन में एक मादा गैंडा अकेली घूम रही थी। कुछ रोज पहले उसका बच्चा कहीं खो गया था। दो गैंडों ने उसे देखा और उसके साथ सेक्स करना चाहा। लेकिन मादा गैंडा ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
मादा से नजदीकी बनाने को लेकर दोनों गैंडों में लड़ाई होने लगी, जिसमें दोनों को कई चोटें आईं। अचानक दोनों ने लड़ाई पर ब्रेक लगाया और साथ में मादा के पास पहुंच गए। मादा अब भी दोनों को अवॉइड करती रही। फिर क्या था, गैंडों को गुस्सा आया और दोनों ने मादा पर हमला कर दिया।
दोनों मादा गैंडे के साथ लगातार आक्रामकता के साथ संबंध बनाते रहे जबकि वह खुद को बचाने की कोशिश करती रही। खुद को बचाने की सारी कोशिशें करने के बावजूद वह बच नहीं पाई। उसके शरीर पर कई जख्म बन गए, गैंडों के सींगों से वह लहूलुहान हो गई।
जंगल में तैनात गार्डों ने जब गैंडों की लड़ाई को देखा तो हवा में फायरिंग कर तीनों को अलग करने की कोशिश की। लेकिन, उनकी यह कोशिश नाकाम हुई और तीन घंटे तक सबकुछ चलता रहा। अंत में लहूलुहान मादा गिर पड़ी। इसके बाद भी गैंडे उसे किक करते रहे। थोड़ी देर बाद मादा को हार्ट अटैक आया और मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद भी गैंडे मादा के बगल में खड़े रहे।
गुरुवार की सुबह फॉरेस्ट गार्डों ने मादा का शव कब्जे में लेकर उसका पोस्टमॉर्टम किया। असिस्टेंट वाइल्डलाइफ कंजर्वेटर बिमल देबनाथ ने कहा, ‘भारतीय जंगलों के इतिहास में ऐसा रेयरेस्ट केस है। हम बहुत हैरान हैं और चिंतित हैं।’